शरीर में न्यूट्रिएंट डिफिशिएंसी यानि की पोषक तत्वों की कमी सेहत संबंधित कई समस्याओं के खतरे को बढ़ा देती है। विशेष रूप से कुछ ऐसे पोषक तत्व है, जिनकी कमी से एनीमिया की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इस स्थिति में रेड ब्लड सेल्स काउंट कम हो जाता है, यानी की हिमोग्लोबिन का स्तर गिर जाता है। सामान्य व्यक्ति का हीमोग्लोबिन 12 से 14 होना चाहिए। हीमोग्लोबिन लेवल मेंटेन रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की जांच करते रहना जरूरी है (nutritional deficiency anemia)।
मैक्स केयर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटना के इंटरनल मेडिसिन, जनरल फिजिशियन डॉ सत्यम मोहन ने शरीर में खून की कमी होने के लिए पोषक तत्वों की कमी को जिम्मेदार बताया है। तो चलिए जानते हैं, ये कौन से पोषक तत्व हैं, जिनकी कमी से शरीर में खून नहीं बन पाता (nutrition deficiency anemia)।
जब हीमोग्लोबिन का स्तर कुछ सीमा से नीचे चला जाता है, तो यह एक चिकित्सा आपातकाल बन जाता है।
शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। यह व्यक्ति की गंभीरता पर निर्भर करता है। सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
आयरन की कमी एनीमिया का एक सबसे आम पोषण संबंधी कारण है। शरीर में आयरन की कमी तब मानी जाती है, जब शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने के लिए पर्याप्त आयरन नहीं होता। यह लाल रक्त कोशिकाओं का वह हिस्सा है, जो शरीर में ऑक्सीजन कैरी करता है। आयरन रेड ब्लड सेल्स को बनाने में मदद करता है, इसकी कमी से शरीर में ब्लड नहीं बन पाता। वहीं शरीर में रक्त की कमी हो जाती है।
इसलिए आयरन युक्त सुपरफूड्स को डाइट में शामिल करें। अंडा, रेड मीट, बींस, नट्स, ड्राई फ्रूट्स, हरी पत्तेदार सब्जियां, अनाज, फल, आलू बुखारा, दाल आदि को डाइट में शामिल करें। ये सुपरफूड्स बॉडी में आयरन की मात्रा बनाए रखते हैं, और आपमें एनीमिया की स्थिति उत्पन्न नहीं होती।
विटामिन बी12 की कमी तब मानी जाती है, जब शरीर में स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने के लिए पर्याप्त विटामिन बी12 नहीं होता। ऐसा तब होता है, जब आप आहार में पर्याप्त विटामिन बी12 नहीं लेती, या आपका शरीर इसे अवशोषित नहीं कर पाता। शरीर में विटामिन बी12 की कमी एनीमिया का कारण बन सकती है।
फिश खासकर सालमन, मांस, अंडे और दूध में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी12 पाया जाता है। इसके अलावा सेब, केला, संतरा, स्ट्रॉबेरी, अमरूद, एवोकाडो, अनार, कीवी और ब्लूबेरी जैसे फलों में विटामिन बी12 की मात्रा पाई जाती है।
शरीर में फोलेट की कमी से होने वाला एनीमिया रक्त में फोलिक एसिड की कमी के कारण होता है। फोलिक एसिड एक बी विटामिन है, जो आपके शरीर को लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में मदद मरती है। अगर आपके बॉडी में रेड ब्लड सेल्स की कमी है, तो आपको एनीमिया है। फोलिक एसिड का कम स्तर मेगालोब्लास्टिक एनीमिया का कारण बन सकता है।
इस स्थिति में, रेड ब्लड सेल्स सामान्य से बड़ी होती हैं। इन कोशिकाओं की संख्या कम होती है। वे गोल नहीं, बल्कि अंडाकार आकार की होती हैं। कभी-कभी ये ब्लड सेल्स सामान्य रेड ब्लड सेल्स जितनी लंबी नहीं रहती हैं।
फोलिक एसिड की कमी को पूरा करने के लिए ब्रोकोली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, गोभी, केल, स्प्रिंग ग्रीन्स पालक, छोले और राजमा जैसे खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करें। इसके अलावा संतरे, अंगूर, पपीता, अंगूर, केले, स्ट्रॉबेरी, रसभरी, खरबूजा सहित दूध और फर्मेंटेड मिल्क प्रोडक्ट का सेवन भी फायदेमंद रहेगा।
1. आयरन युक्त आहार: अपने आहार में आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे पत्तेदार साग, मांस, बीन्स और फोर्टिफाइड अनाज शामिल करें। इन खाद्य पदार्थों को विटामिन सी युक्त वस्तुओं (जैसे, संतरे, टमाटर) के साथ मिलाकर खाने से शरीर में आयरन का अवशोषण बढ़ जाता है।
2. नियमित जांच: नियमित ब्लड टेस्ट से हीमोग्लोबिन की कमी का पता समय पर लगाया जा सकता है, खासकर अगर आपको पुरानी बीमारी या एनीमिया का पारिवारिक इतिहास जैसे जोखिम कारक हैं।
3. संतुलित पोषण: सुनिश्चित करें कि आपके आहार में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी12 और फोलेट शामिल हों, जो रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन के लिए आवश्यक होते हैं।
यह भी पढ़ें : क्या गुड़ का पानी पीना सांस की परेशानियों से छुटकारा दिला सकता है? आइए एक एक्सपर्ट से जानते हैं