वो जमाना गया, जब लोग सोचते थे कि दिल का दौरा (Heart attack) बुजुर्गों की बीमारी है और युवाओं को यह नहीं हो सकता। साथ ही वह विचार भी आज निराधार है, जिसमें लोग यह मान लेते हैं कि हार्ट अटैक या किसी अन्य दिल की समस्या से पहले उन्हें लंबे समय तक लक्षण (Long heart attack signs) मिलेंगे। जबकि सच्चाई यह है कि कभी-कभी दिल के दौरे के लक्षण सूक्ष्म और आपके विचार से बिल्कुल अलग हो सकते हैं।
मेडिसिन के क्षेत्र में आयी उन्नत तकनीकों और बीमारियों के नियमित अध्ययन के बाद चिकित्स्क यही सुझाव देते हैं कि हृदय संबंधी समस्याओं के सूक्ष्म लक्षणों के बारे में जानना और उनके प्रति सचेत रहना भी बहुत जरूरी है। समय रहते चिकित्स्कीय परामर्श लेना हृदय संबंधी बीमारियों या हृदयाघात से बचाने में मदद कर सकता है।
जब हम दिल का दौरा पड़ने की कल्पना करते हैं, तो हमारे मस्तिष्क में एक ऐसा दृश्य आता है जैसे कि वह व्यक्ति सांस लेने के लिए हांफ रहा है और बेहोश होने से पहले अपनी छाती को पकड़ रहा है। दिल के दौरे के दौरान आपको सीने में दर्द का अनुभव हो सकता है, लेकिन यह उतना नाटकीय नहीं हो सकता है।
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कुछ मामलों में, इसे दर्द के रूप में भी वर्णित नहीं किया जा सकता है। इसके बजाय, यह छाती में दबाव या खिंचाव जैसा महसूस हो सकता है।
सीने में दर्द या सीने में तकलीफ आपके दिल को ऑक्सीजन युक्त रक्त की अपर्याप्त आपूर्ति के कारण होती है। दिल का दौरा पड़ने पर आपको यह दर्द छाती के बीच में महसूस हो सकता है। यह कुछ मिनटों तक रह सकता है और गायब हो सकता है, या थोड़े समय के ब्रेक के बाद फिर से हो सकता है।
ये सभी लक्षण अवरुद्ध या संकुचित धमनियों का चेतावनी संकेत है। अपने चिकित्सक को इसकी सूचना देने में संकोच न करें, भले ही यह और अन्य लक्षण तीव्र न हों।
दिल का दौरा दर्द छाती क्षेत्र तक ही सीमित नहीं हो सकता है। आपके हाथ, पीठ, गर्दन, जबड़े या पेट में दर्द या बेचैनी भी हार्ट अटैक से संबंधित हो सकती है। लेकिन बहुत से लोग इन क्षेत्रों में दर्द को दिल का दौरा पड़ने से नहीं जोड़ पाते। जो उन्हें तत्काल चिकित्स्कीय परामर्श लेने से रोक सकता है।
दिल का दौरा पड़ने के कुछ और लक्षणों में शामिल हैं – चक्कर आना, जबड़ा, गर्दन या पीठ में दर्द होना, हाथ या कंधे में दर्द या बेचैनी, सांस चढ़ना या मुश्किल से सांस आना, उलटी अथवा मितली आना
दिल के दौरे के दौरान सीने में दर्द के साथ या बिना सांस की तकलीफ हो सकती है। अधिकांश लोगों को यह पता नहीं होता है कि यह दिल का दौरा पड़ने से पहले या बाद में भी हो सकता है-खासकर महिलाओं के लिए।
शोध में पाया गया है कि महिलाओं में दिल का दौरा पड़ने से पहले सांस की तकलीफ तीसरा सबसे अधिक सूचित लक्षण है, और दिल का दौरा पड़ने के दौरान शीर्ष लक्षण है।
यानी आपका शरीर ठंडा है फिर भी आपको पसीना आ रहा है, धड़कन अनियमित होना अर्थात धड़कन का कभी सामान्य से कम या कभी एकाएक अधिक हो जाना, लंबी और असामान्य थकान और लगातार चक्कर आना कुछ ऐसे लक्षण हैं जो हृदय की बीमारियों के शुरुआती संकेत की तरह होते हैं।
इन सभी लक्षणों पर नियमित रूप से नजर रखकर आप इसकी आहट को पहचान सकते हैं और इसी के अनुसार समय पर अपना इलाज करवा सकते हैं।
ठंडे पसीने के पीछे का कारण यह है कि जब आपकी धमनियां बंद हो जाती हैं, तो आपके हृदय को रक्त पंप करने के लिए अधिक प्रयास की आवश्यकता होती है। इस अतिरिक्त प्रयास के दौरान पसीना आपके शरीर के तापमान को कम रखता है।
महिलाओं के लिए कि रात को पसीना सिर्फ मेनोपॉज का परिणाम नहीं हो सकता है। वे दिल की समस्याओं का संकेत भी हो सकता है।
यदि आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, तो अपने चिकित्सक से परामर्श करना सुनिश्चित करें। अत्यावश्यक होने तक प्रतीक्षा न करें।
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