गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को बहुत सारे शारीरिक और हार्मोनल बदलावों का सामना करना पड़ता है। जिनमें से कुछ तनाव के कारण बड़ी समस्या का रूप ले लेते हैं। इस पर होने वाले कई शोध और रिसर्च ये साबित करते है कि तनाव का उच्च स्तर पर होना आपके आपके शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास को नुकसान पहुंचाता है।
इसलिए covid-19 जैसे कठिन समय में अब यह और ज़्यादा जरूरी हो जाता है कि आप खुद को कूल रखने की कोशिश करें।
गर्भवती महिलाओं को अतिरिक्त देखभाल की जरुरत होती है। covid-19 के कारण जो नए नियम और कानून बनाए गए हैं, उनके अनुसार वह अपनी गर्भावस्था को मॉडरेट कर सकती हैं। जैसे- सोशल डिस्टेंसिंग का कठोरता से पालन करें, अपनी रूचि के अनुसार किन्तु आरामदायक कामों में खुद को व्यस्त रखें, योग करें, मैडिटेशन करें, छोटी-मोटी कोई एक्सरसाइज भी कर सकती हैं।
सबसे ज़रूरी ऐसे आहार का सेवन करें जो उन्हें स्वस्थ रखे और प्रोटीन तथा पोषण से भरपूर हो। साथ ही वह उनकी इम्यूनिटी को भी बूस्ट करे।
यहां कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बात करते हैं, जो प्रेगनेंसी में आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद करेंगे –
विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के साथ-साथ स्ट्रेमस हार्मोन को कम करता है। संतरा इसका सबसे अच्छा स्रोत है। आप इसे फल के रूप में या जूस के रूप में भी ले सकती हैं।
दलिया के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। कार्बोहाइड्रेट हमारे शरीर के लिए ज़रूरी हैं क्योंकि यह हमें ऊर्जा प्रदान करते है। ओटमील- कार्ब्स, सेलेनियम, विटामिन बी, फॉस्फोरस और कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत है।
गर्भवती महिलाओं को फैट फ्री या लौ फैट दही, स्किम्ड दूध, सोया दूध जरूर लेना चाहिए। यह आपकी कैल्शियम की आवश्यकताओं को पूरा करेगा। साथ ही पोटेशियम, विटामिन ए, डी और अन्य ज़रूरतों के लिए भी प्रोटीन और कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ लेने चाहिए। जो उनके शिशु के विकास में मददगार साबित हो सकें।
एक मिथक बना हुआ है कि गर्भवती महिलाओं के लिए सी फ़ूड अच्छा नहीं होता। तो इसे ऐसे समझें कि हर प्रकार की मछली का भोजन नुक्सान नहीं पहुंचाता। जो सी-फ़ूड ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर होता है। वह शरीर में तनाव पैदा करने वाले हार्मोन के बढ़ने पर रोक लगाने के साथ-साथ दिल की बीमारियों के खतरों को कम करने में मदद करता है।
सालमन, टूना जैसी मछलियाँ ओमेगा-3 की गुडनेस से भरी होती हैं और ये एक नियमित भोजन का हिस्सा हो सकती हैं।
ऐसे खाद्य पदार्थ जो मैग्नीशियम से भरपूर हों जैसे-साबुत अनाज आपको कूल रखने वाली औषधि मानी गई हैं। ये एंग्जारयटी को दूर कर आपको शांत रहने में मदद करते हैं। साबुत अनाज जैसे साबुत गेहूं, ब्राउन राइस और जौ कुछ बेहतर विकल्प हैं।
पर्याप्त हरी सब्जियों को शामिल किए बिना कोई भी आहार पौष्टिक नहीं हो सकता। यह गर्भावस्था के दौरान कैल्शियम से भरपूर होता है और मांसपेशियों की थकान को दूर करने में मदद करता है। तनाव मुक्त रहने के लिए पालक, हरी सरसों, मेथी, और ब्रोकोली जैसे विकल्प सबसे अच्छे हैं। इनका सेवन करने से पहले सब्जियों को अच्छी तरह से साफ कर लें और धो कर ही प्रयोग लाएं।
प्रसव के समय और उसके बाद भी एनर्जी लेवल कम हो जाता है। इसलिए सुझाव दिया जाता है कि थोड़े समय के अंतराल के बाद कुछ न कुछ खाती रहें। यह आपके ब्लड में शुगर के लेवल को नियंत्रित रखेगा जो आपको थकने से बचाएगा।
स्वस्थ आहार आपके बच्चे को भी तनाव से बचाता है। पौष्टिक आहार लेने से तनाव होने की सम्भावना ना के बराबर रह जाती है।
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