एक कप कॉफी आपकी सुबह को किक दे सकती है। आपका मूड बेहतर कर सकती है और आपकी नींद भगा सकती है। ऑफिस में काम करते हुए भी जब आप थकान महसूस करते हैं, तो आपको कॉफी की ही तलब लगती है। पर क्या आप जानते हैं कि कॉफी लो ब्लड प्रेशर को बढ़ाने में भी मददगार हो सकती है। हम अकसर बीपी लो होने पर कॉफी (coffee in low bp) पीना पसंद करते हैं। पर एक सामान्य व्यक्ति के लिए एक दिन में कितनी कॉफी पीना सेफ है? ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाली कॉफी का असर कितनी देर तक रहता है? और क्या इससे ब्लड प्रेशर हाई होने का भी जोखिम रहता है? आइए जानते हैं हेल्थ शॉट्स के इस लेख में।
लो ब्लडप्रेशर के लिए कॉफी (coffee in low bp) एक लोकप्रिय विकल्प है। कॉफी में मौजूद कैफीन का सेवन दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर को कुछ समय के लिए बढ़ा सकता है। हालांकि, यदि आप हर दिन कई कप कॉफी पीते हैं, तो यह हाई ब्लडप्रेशर का खतरा भी बढ़ाता है।
इस पर भी ध्यान दें कि कॉफी या चाय का प्रभाव हर किसी पर एक जैसा नहीं होता। इसका मतलब है कि हर कॉफी पीने वाला व्यक्ति ब्लड प्रेशर के मामले में वैसे ही रिजल्ट नहीं पायेगा। इसलिए, यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि ब्लड प्रेशर के लिए कॉफी कैसे पीनी है, कितनी मात्रा में पीनी है, और परिणामों को कब परखना है।
ब्लड प्रेशर वो फोर्स है जिसके द्वारा रक्त हमारी आर्टरीज से गुजरता है। इसे आमतौर पर दो स्तरों में नापा जाता है –
अमेरिकी राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार, सामान्य ब्लडप्रेशर आमतौर पर 120/80 मिमी Hg से कम होता है।
जब आपका ब्लडप्रेशर 90/60 मिमी Hg से कम होते हैं, तो इसे लो ब्लडप्रेशर कहा जाता है। जब आपको लो ब्लडप्रेशर होता है, तो आपका शरीर एक खास तरह से प्रतिक्रिया करता है। निम्न रक्तचाप के संकेतों को पहचानना महत्वपूर्ण है।
ऐसा माना जाता है कि कॉफी ब्लड प्रेशर को बढ़ाने में मदद करती है। यदि आपका ब्लड प्रेशर लो है, तो कॉफी आपको तुरंत बेहतर महसूस करा सकती है।
हालांकि, कैफीन के सेवन और ब्लड प्रेशर के बीच संबंध पर अभी भी एक राय नहीं है। ब्लड प्रेशर पर असर हर व्यक्ति पर अलग हो सकता है। खासकर नियमित कॉफी पीने वालों और कभी-कभी पीने वालों के बीच। “Nutrients” में प्रकाशित हुये अध्ययन में पया गया है कि दो से तीन कप कॉफी पीने से सिस्टोलिक ब्लडप्रेशर -14 मिमीHg और डायस्टोलिक ब्लडप्रेशर -13 मिमीHg बढ़ सकता है।
यह अध्ययन यह भी बताता है कि कॉफी का सेवन ब्लड वेसल्स को खोलने में मदद करता है, जिससे ब्लड फ्लो आसानी से हो सके।
कॉफी ब्लडप्रेशर को कुछ देर के लिए बढ़ाने में मदद कर सकती है। एक अध्ययन में बताया गया है कि 200-300 मिग्रा कैफीन, जो लगभग 1.5 से 2 कप कॉफी में होता है, सिस्टोलिक ब्लडप्रेशर को 8 मिमी Hg और डायस्टोलिक ब्लडप्रेशर को 6 मिमी Hg तक बढ़ा सकता है। यह प्रभाव सेवन के तीन घंटे बाद तक बना रहता है।
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कस्टमाइज़ करेंहाइपरटेंशन एक स्वास्थ्य समस्या है जो हाई ब्लडप्रेशर केे कारण होती है। इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है क्योंकि इसके कोई लक्षण नहीं होते। एक अध्ययन में कॉफी सेवन और हाइपरटेंशन के जोखिम के बीच के संबंध की जांच करी गयी। इसमें देखा गया कि जो महिलाएं दिन में 6 कप से अधिक कॉफी पीती थीं, उनमें हल्की कॉफी पीने वालों की तुलना में हाइपरटेंशन का जोखिम 33% कम था।
ये एंटीऑक्सीडेंट और बायोएक्टिव कम्पांउड ब्लडप्रेशर को कम करने में मदद करते हैं, साथ ही समग्र स्वास्थ्य बनाए रखते हैं। क्लोरोजेनिक एसिड एक ऐसा कम्पांउड है जो ब्लडप्रेशर को कम करने के लिए जिम्मेदार होता है। जब यह एसिड आंतों में मौजूद माइक्रोबायोटा द्वारा तैयार किया जाता है, तो यह मेटाबोलाइट्स में टूट जाता है। यह प्रक्रिया ब्लडप्रेशर को कम करने में मदद करती है, जैसा कि “Nutrients” में प्रकाशित इस अध्ययन में कहा गया है।
यह इंसुलिन सेंसटिविटी को सुधार सकती है, जिससे ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है जिससे ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। कॉफी में सूजन को कम करने वाले गुण भी होते हैं, जो हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं। एक स्टडी जो यूरोपीय जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी में प्रकाशित हुई, में बताया गया है कि जो लोग नियमित रूप से दो से तीन कप कॉफी पीते हैं, उनमें हार्ट प्रॉब्लम का जोखिम कम होता है।
कैफीन के सेवन के बाद ब्लड प्रेशर के हाई होना हॉर्मोन्स के अवरोध के कारण होता है, जो आपकी ब्लड वेसल्स को चौड़ा करने में मदद करते हैं और बलड प्रेशर को कम करते हैं। यह बढ़त केवल थोड़े समय के लिए होती है और इसका दीर्घकालिक प्रभाव नहीं होता। यह हाई ब्लडप्रेशर के मामलों से नहीं जुड़ा है।
इसलिए यदि आपको हई ब्लडप्रेशर की समस्या है, तो आपको पूरी तरह से कॉफी का सेवन रोकने की आवश्यकता नहीं है।
हालांकि, यह प्रभाव हर कॉफी पीने वाले में नहीं देखे जाते। कुछ लोगों को बेचैनी महसूस हो सकती है, जबकि दूसरों को नहीं। कुछ लोग रिपोर्ट कर सकते हैं कि उनका ब्लडप्रेशर एक विशेष तरीके से प्रभावित हुआ है और कुछ नहीं। कॉफी पीने के कई अन्य लाभ भी हैं, जैसे आपको एक्टिव रखना, आपकी फिजिकल परफार्मेंस को सुधारना, और वजन सही रखना। कॉफी के लाभों को समझने के लिए देखें कि यह आपके शरीर को कैसे मदद करती है।
सामान्यतः, एक वयस्क के लिए लगभग 400 मिग्रा/दिन कैफीन का सेवन करना सुरक्षित है। यह प्रतिदिन 3-4 कप कॉफी के बराबर है। “कैफीन का हार्ट पर सीधा असर होता है, लेकिन इस पर अभी भी अध्ययन किया जा रहा है और और रीसर्च की जरूरत है। इसलिए, उचित मात्रा में लेना बेहतर है और अगर कैफीन से कोई परेशानी हो तो इसे नहीं पीना चाहिए।”गोयल की सलाह है।
कॉफी ब्लड प्रेशर पर असर दिखाने में लगभग 30 मिनट ले सकती है। इसका प्रभाव एक से दो घंटे में सबसे अधिक होता है और चार घंटे तक रह सकता है, जैसा कि “एनल्स ऑफ फार्माकोथेरपी” में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है।
काली कॉफी और दूध वाली कॉफी दोनों ही ब्लड प्रेशर के लिए फायदेमंद हैं। काली कॉफी या दूध वाली कॉफी का चयन आप पर निर्भर करता है। यदि आप दिन में कॉफी पीने की बात करें, तो काली कॉफी में कम-कैलोरी होती है। अगर आप वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं और सुबह की कॉफी नहीं छोड़ना चाहते, तो यह आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प होगा।
वहीं, दूध वाली कॉफी में अच्छा मात्रा में फैट, कैल्शियम और विटामिन डी होता है, जिससे कैलोरी और न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं। अगर आपको हाई ब्लडप्रेशर है, तो बिना कैफीन वाली कॉफी पीना आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है। अपनी कॉफी को स्वस्थ बनाने के लिए कुछ टिप्स देखें।
कैफीन के अलावा, कई हर्बल चायें ब्लडप्रेशर को कम करने में मदद कर सकती हैं। हिबिस्कस चाय और कैमोमाइल चाय जैसी हर्बल चाय ब्लड प्रेशर को कम कर सकती हैं। हालांकि इसेञमान्यता देने के लिए बड़े पैमाने पर और अधिक रिसर्च चल रही हैं। यदि आपको कोई हार्ट प्रॉब्लम है, तो इन चायों का सेवन शुरू करने से पहले अपने डाइटीशियन और डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
याद रखें
ब्लड प्रेशर के लिए एक ही कप का समाधान नहीं है। हालांकि यह प्रमाणित है कि कैफीन रक्तचाप पर प्रभाव डालता है, फिर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है, और इस पर अधिक रीसर्च की आवश्यकता है। इसलिए, किसी भी कैफीन वाले पेय का सेवन संतुलित मात्रा में और अपनी जरूरतों के हिसाब से करना सबसे अच्छा है, साथ ही एक हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट लेना चाहिए जो हाई ब्लडप्रेशर को रोकने में मदद कर सके।
यदि नियमित रूप से आपका ब्लडप्रेशर हाई या लो हो रहा है, तो अपने डाक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है। जबकि कॉफी हाई ब्लडप्रेशर के लिए एक प्रभावी घरेलू उपाय हो सकती है, लेकिन बार-बार होने वाले मामलों के लिए दवाई की आवश्यकता होगी।
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