जिस प्रकार एक्सरसाइज, ईटिंग हैबिट, मेडिटेशन, बॉडी एक्टिविटी का असर आपकी समग्र सेहत पर पड़ता है। ठीक उसी प्रकार नींद की गुणवत्ता भी आपकी सेहत को प्रभावित कर सकती है। नींद की कमी कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के जोखिमों को बढ़ा देती हैं, जैसे कि हृदय रोग, मोटापा, डिप्रैशन, एंजायटी, डायबिटीज आदि। इस स्थिति में स्लिप क्वालिटी को इंप्रूव करना बेहद महत्वपूर्ण है। एक बेहतर स्लीप हाइजीन मेंटेन कर आप अपनी स्लीप क्वालिटी को इंप्रूव कर सकती हैं। इसलिए आज हेल्थ शॉट्स आपके लिए लेकर आया है, गुड स्लीप हाइजीन (good sleep hygiene) से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारी। तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से।
स्लीप हाइजीन को पहली बार लाइट और मीडियम इनसोम्निया को ट्रीट करने के लिए इंट्रोड्यूस किया गया था। यह टर्म बेहतर नींद प्राप्त करने के लिए व्यवहार की आदतें और एनवायरमेंटल प्रैक्टिस मेंटेन करने से संबंधित है। नींद की स्वच्छता आपके सोने और सोते रहने की क्षमता में सुधार करने के लिए जाना जाता है। आपके दिन की गतिविधियों में आया छोटा सा बदलाव भी आपकी नियमित नींद की गुणवत्ता को भी प्रभावित कर सकता है। हालांकि, गुड स्लीप हाइजीन का अभ्यास नींद संबंधी समस्याओं का इलाज नहीं है और यदि आप क्रोनिक इनसोम्निया जैसी के लक्षणों का अनुभव कर रही हैं, तो इस स्थिति में आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
अगर आपको बेड पर जाने के 30 मिनट के बाद तक नींद नहीं आती है, तो इसका मतलब है आप स्लीप हाइजीन मेंटेन नहीं कर रही हैं।
अगर रात को आपकी नींद खुल जाती है और आपको वापस से सोने के लिए काफी ज्यादा स्ट्रगल करना पड़ता है, तो यह एक नेगेटिव संकेत है।
आपको इनसोम्निया डायग्नोज हुआ है, तो ये खराब स्लीप हाइजीन का एक संकेत है।
गुड स्लीप हाइजीन का सबसे महत्वपूर्ण स्टेप है, सोने और जागने का एक संतुलित समय स्थापित करना। रात को बेड पर जानें और सुबह उठने का एक उचित समय स्थापित करें। वहीं समय होने पर बेड पर चले जाएं, क्युकी एक दिन की भूल भी आपकी पूरी मेहनत खराब कर सकती है।
बेड पर जाने के लगभग 4 से 5 घंटे पहले से शराब, सिगरेट और कैफिन से पूरी तरह परहेज रखने का प्रयास करें। अगर आप सोने के पहले इन चीजों का सेवन करती हैं, तो इससे आपकी नींद की गुणवत्ता पर नकारात्मक असर पड़ता है, वहीं नींद आने में भी परेशानी आती है। इसलिए इन चीजों से परहेज रखना जरूरी है, ताकि आप आराम से सो सकें।
यह भी पढ़ें: Hearing loss : आपके एजिंग पेरेंट्स खोते जा रहे हैं अपनी सुनने की क्षमता, तो जानिए इसे कैसे बचाया जा सकता है
रात को बेहतर नींद प्राप्त करने के लिए गुड स्लीप हाइजीन में आपकी शारीरिक गतिविधियां भी शामिल हैं। पूरे दिन में खुद को शारीरिक रूप से सक्रिय रखने का प्रयास करें। जरूरी नहीं है कि आप कठिन एक्सरसाइज ही करें, वॉक करना, घर का काम करने आदि जैसी गतिविधियां भी आपको एक बेहतर नींद प्राप्त करने में मदद करेंगी।
एक हेल्दी स्लिप हाइजीन मेंटेन करने के लिए बेड पर जाने के लगभग 90 मिनट पहले किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज जैसे कि लैपटॉप, मोबाइल फोन आदि से पूरी तरह से दूरी बना लें। इनसे निकलने वाले ब्लू लाइट मेलाटोनिन को दबा देते हैं, मेलाटोनिन एक स्लिप हार्मोन है, जो नींद की गुणवत्ता को सुनिश्चित करता है।
सोने से पहले अपने बेडरूम के एनवायरमेंट को स्लिप फ्रेंडली बनाना जरूरी है। अपने बेड को अच्छी तरह से साफ कर लें, इसके अलावा रूम का टेंपरेचर सही रखने का प्रयास करें। साथ ही सुनिश्चित करें कि आपके कमरे में कोई ब्राइट लाइट नहीं आ रही हो। वहीं आसपास के वातावरण को शांत रखें, ताकि आपको एक बेहतर नींद प्राप्त करने में मदद मिल सके।
यह भी पढ़ें: मसल्स और स्पाइन संबंधी समस्याएं बढ़ा सकती है वीडियो गेमिंग की आदत, जानिए कैसे