वह दिन तो पीछे छूट गए जब हम 9 से 5 ऑफिस जाया करते थे और ऑफिस में काम किया करते थे। जबसे कोविड-19 ने हमारे जीवन मे प्रवेश किया है, जीवन पूरी तरह बदल चुका है। उसके साथ बदल गया है ऑफिस का स्वरूप। घर से काम करना (Working from home) ही न्यू नॉर्मल है। इसका सबसे ज्यादा असर आपकी पीठ और गर्दन पर पड़ रहा है। जानिए कैसे आपको अपनी स्पाइन का ख्याल (how to take care of your spine) का ख्याल रखना है।
पहले की तरह, अब हमारे वर्किंग ऑवर निश्चित नहीं हैं। हम घंटों काम करने में व्यस्त होते हैं, जूम कॉल करते हैं और लैपटॉप पर समय की परवाह किए बिना लगे रहते हैं। यही सारी समस्या की जड़ है।
आपको हर दिन शरीर में नया दर्द महसूस होता होगा, और इसका सीधा सा कारण है कि आप सही पॉस्चर नहीं बना रही हैं। चूंकि हम जानते हैं कि वर्क फ्रॉम होम अभी लम्बा चलने वाला है, इसलिए आपको अपनी स्पाइन (how to take care of your spine) की चिंता अभी से करनी चाहिए।
अगर आपको दर्द हो रहा है तो आप पहले से ही अपनी स्पाइन पर स्ट्रेन डाल रहे हैं। इससे आप भविष्य में पीठ दर्द, गंभीर गर्दन दर्द और डीप वेन थ्रोम्बोसिस का शिकार हो सकती हैं।
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कूपर हॉस्पिटल, मुंबई की न्यूरोसर्जरी डिपार्टमेंट की हेड डॉ श्रद्धा महेश्वरी, जो खुद 5000 से अधिक कॉम्प्लेक्स न्यूरो सर्जरी कर चुकी हैं, बताती हैं,”2020 कई मायनों में जीवन बदलने वाला साल रहा है। इस महामारी के कारण जीवन ने एक 360 डिग्री का मोड़ लिया है। लॉकडाउन, वर्क फ्रॉम होम, वेबिनार और वेब सीरीज एक नया नॉर्मल हैं। हमारा जीवन अभी लगभग रुका हुआ ही है।”
“दिन भर स्क्रीन के सामने बैठना और बिल्कुल फिजिकल एक्टिविटी ना करने से हमारी स्पाइन पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है। एक्सरसाइज, चलना-फिरना और सही पॉस्चर में बैठना कितना जरूरी है, यह हमें खुद को याद दिलाने की जरूरत है। तो क्यों ना हम अपने पसंदीदा फास्ट फूड से कुछ दिन दूरी बनाएं और एक्सरसाइज को रूटीन में शामिल करें,” कहती हैं डॉ महेश्वरी।
अब चूंकि हम दिन भर अपने लैपटॉप या कंप्यूटर से चिपके रहते हैं, यह जरूरी है कि उन्हें सही ऊंचाई पर रखा जाए। स्क्रीन के लिए आपको गर्दन झुकानी न पड़े या गर्दन टेड़ी न करनी पड़े यह देखना महत्वपूर्ण है। वरना आपको गर्दन में दर्द होने लगेगा। अगर आपकी मेज की हाइट ठीक नहीं है, तो किताबों या किसी बक्से के ऊपर रख कर आप हाइट को एडजस्ट कर सकती हैं।
आगे झुक कर कभी न बैठें, क्योंकि ऐसा करने पर आप अपनी लम्बर स्पाइन को उसकी बनावट की उल्टी दिशा में घुमा देते हैं और स्पाइन पर बहुत दबाव पड़ता है। बजाय इसके, आप कुर्सी का टेक लागकर बैठें जिससे आपका वजन कुर्सी पर पड़े।
इस तरह बैठें कि आपको कीबोर्ड तक पहुंचने में कोई दिक्कत न हो। अगर आपकी कुर्सी पीठ को सहारा नहीं देती, तो पीछे तौलिया या तकिया भी लगा सकती हैं।
हम मानते हैं कि बिस्तर पर काम करना सामान्य है, लेकिन कोशिश करें ऐसा न हो। क्योंकि बिस्तर पर काम करने का मतलब है कि आप आगे की ओर झुकेंगी और यह आपकी स्पाइन के लिए अच्छा नहीं है। अगर कोई और विकल्प नहीं है, तो पीठ के पीछे तकिया रखें और अपनी गोद में कुशन रख कर उस पर लैपटॉप रखें। आप लैपटॉप के लिए बेड टेबल भी ले सकती हैं।
सेलेब्रिटी नूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवाकर लोगों को पाल्थी मारकर जमीन पर बैठने की सलाह देती हैं। जमीन पर बैठ जाएं और छोटी टेबल पर लैपटॉप को अपने सामने रख लें। वे यह सलाह भी देती हैं कि ऐसी जगह बैठें जहां से आपको प्रकृति दिखती रहे ताकि आंखों को सुकून मिलता रहे।
अंत में, ब्रेक का महत्व समझें। हम जानते हैं कि बार-बार उठना आपके लिए मुश्किल और असहज होगा, लेकिन हर 30 मिनट पर उठें और चलें। इससे आप पीठ के दर्द से बचे रहेंगे। दिवाकर सलाह देती हैं कि हर 30 मिनट पर उठें और 3 मिनट के लिए दोनों पैरों पर खड़ी रहें।
तो लेडीज, इन आसान तरीकों से आप खुद को पीठ के दर्द से बचा सकती हैं।
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