डायबिटीज के रोगियों के लिए दवा के साथ-साथ सही आहार भी बहुत जरूरी है। इसमें एक्सरसाइज और कुछ घरेलू उपाय का नाम सबसे आगे है। इसके साथ-साथ अच्छा भोजन और बेहतर जीवन शैली, बढ़ते या कम होते शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में आपकी सहायता करते हैं। इसके अलावा कुछ ऐसी आयुर्वेदिक हर्ब्स भी हैं, जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकती हैं। सहजन या मोरिंगा की पत्तियां (Moringa leaves) ऐसी ही एक आयुर्वेदिक औषधि है, जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकती है।
पर इससे पहले हम आपको सलाह देंगे कि आपको अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच निरंतर करवानी चाहिए। इससे बीमारी से बचने में और घरेलू उपाय करने में भी काफी सहायता मिलेगी।
हमारे आसपास ऐसे कई सुपरफूड और पेय पदार्थ मौजूद हैं, जो बिल्कुल प्राकृतिक है और आयुर्वेद में इनका जिक्र भी किया गया है। इसमें सहजन की पत्तियों का भी बड़ा नाम है। जो आपकी ब्लड शुगर लेवल को काबू में करने के लिए अहम योगदान देता है। सहजन का ज्यादातर इस्तेमाल दक्षिण भारत में करी व अन्य रेसिपीज में किया जाता है। लोग इसे ड्रम स्टिक्स के नाम से भी जानते हैं। ऐसे में डायबिटीज रोगियों के लिए सहजन की पत्तियां किसी अमृत से कम नहीं है।
सहजन की पत्तियों में नहीं बल्कि इसके तने, छाल, फूल और कई अन्य भागों में भी औषधीय गुण होते हैं। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल सदियों से कई रोगों के उपचार के लिए किया जाता रहा है। इसमें एंटीफंगल, एंटी वायरल,एंटी डिप्रेसेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसके अलावा यह कैल्शियम का नॉन- डेयरी स्रोत है। जिसमें पोटेशियम, जस्ता, मैग्नीशियम, आयरन, तांबा, फास्फोरस जैसे अन्य पोषक तत्व भी शामिल हैं।
आयुर्वेद के अनुसार सहजन की पत्तियों में क्वेरसेटिन ( quercetin ) नाम का एक एंटी ऑक्सीडेंट ( anti oxidant ) होता है। यह आपकी ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करने में मदद करता है। इसमें पाए जाने वाले एक एंटीऑक्सीडेंट जिसे क्लोरोजेनिक एसिड के नाम से जाना जाता है, वह आपके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है।
मोरिंगा ( Moringa ) में पाया जाने वाला क्लोरोजेनिक एसिड शरीर को बेहतर बनाता है और इंसुलिन को प्रभावित करने में मदद करता है।
अपनी डायबिटीज पर नियंत्रण पाने के लिए सहजन की पत्तियों और उसके बीज का कई प्रकार से इस्तेमाल कर सकते हैं। आप सहजन की पत्तियों को कच्चा, पाउडर बनाकर या उसका जूस बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके साथ ही सहजन की पत्तियों को पानी में उबालकर, शहद मिलाकर सेवन किया जा सकता है। आप चाहें तो सहजन की पत्तियों और सहजन की फली को साथ मिलाकर इसका सूप भी तैयार कर सकती हैं।
अपने शुगर लेवल के अनुसार सहजन की पत्तियों का इस्तेमाल करें। पर यह जरूरी है कि इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श कर लें। यकीनन आयुर्वेदिक हर्ब्स हानिरहित होती हैं। पर यह जरूरी नहीं कि सभी पर एक सा प्रभाव दें।
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