स्वीट पोटैटो (Sweet Potato) यानी कि शकरकंद को विंटर सुपरफूड के नाम से जाना जाता है। यह कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का एक बेहतरीन स्रोत हैं, जो इसे आपकी सेहत के लिए बेहद खास बना देते हैं। सर्दियों में लोग इसे बेहद चाव से खाना पसंद करते हैं, क्योंकि इसका स्वाद कमाल का होता है। परंतु अक्सर लोगों के मन में यह सवाल रहता है, क्या डायबिटीज में शकरकंद खा सकते हैं?
नाम के कारण लोग इसे एक मीठा खाद्य पदार्थ मानते हैं। ज्यादातर लोगों में यह अवधारणा बनी हुई है, कि इसे डायबिटीज में नहीं खाना चाहिए। आज इस लेख के माध्यम से जानेंगे की डायबिटीज के मरीजों के लिए स्वीट पोटैटो का सेवन सुरक्षित है या नहीं?
हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर न्यूट्रीफाई बाई पूनम डाइट एंड वैलनेस क्लिनिक एंड अकेडमी की डायरेक्टर पूनम दुनेजा से बात की। चलिए जानते हैं, डायबिटीज में शकरकंद के सेवन को लेकर क्या कहती हैं एक्सपर्ट।
शकरकंद फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है, जो गट हेल्थ और डाइजेशन के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। इसके सेवन से एडल्ट और बच्चे दोनों में कांसेपशियन की समस्या नहीं होती और यह बॉवेल मूवमेंट के बेहतर रेगुलेशन में मदद करता है। इसके साथ ही शकरकंद का सेवन गैस्ट्रिक अल्सर को मैनेज करने में भी आपकी मदद करता है।
स्वीट पोटैटो में बीटा कैरोटीन की मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट इसकी गुणवत्ता को और ज्यादा बढ़ा देते हैं। शरीर में जाने के बाद बीटा कैरोटीन विटामिन ए में बदल जाता है। कई ऐसी आंखों से संबंधी समस्या है, जो विटामिन ए की कमी से होती हैं, ऐसे में शकरकंद के सेवन से इन समस्याओं का खतरा कम हो जाता है।
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शकरकंद में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा पाई जाती है, जो कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के खतरे को कम कर देते हैं। इसके साथ ही इसके सेवन से क्रोनरी डिजीज नहीं होती।
स्वीट पोटैटो एंटीऑक्सीडेंट और बीटा कैरोटीन का एक समृद्ध स्रोत है। बीटा कैरोटीन शरीर में जाकर विटामिन ए में बदल जाते हैं। विटामिन ए इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है, और शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करता है।
शकरकंद विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट का एक समृद्ध स्रोत है। विटामिन सी और विटामिन ई त्वचा एवं बालों की सेहत के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। विटामिन सी त्वचा में कोलेजन को बढ़ावा देते हैं, यह एक खास प्रोटीन है जो स्किन टेक्सचर को मेंटेन रखते हैं।
एक्सपर्ट के अनुसार स्वीट पोटैटो में भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। साथ ही यह मैग्नीशियम और फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है, जो इन्सुलिन रेजिस्टेंस को कम करता है और ब्लड शुगर लेवल को स्थाई रहने में मदद करता है। इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन और अन्य महत्वपूर्ण विटामिन एवं मिनरल्स इसे टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद खास बना देते हैं। स्वीट पोटैटो का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम होता है, ऐसे में इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल अचानक से नहीं बढ़ता।
डायबिटीज के मरीज शकरकंद को कई रूपों में अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इनमें सबसे अच्छा तरीका है, शकरकंद को रोस्ट करना और इन्हें कच्चा सलाद के रूप में लेना। वहीं यदि आप चाहे तो इसे स्मूदी के रूप में भी ले सकती हैं। स्वीट पोटैटो स्मूदी में दालचीनी पाउडर स्प्रिंकल करना न भूलें। जिस प्रकार आप सैंडविच स्प्रेड, जैम आदि का इस्तेमाल करती हैं, ठीक उसी प्रकार स्वीट पोटैटो को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
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