मांसपेशियों में ऐंठन तब होती है जब एक या एक से अधिक मांसपेशियां आपस में उलझ जाती है और सख्त हो जाती है। इसे साधारण भाषा में नस पर नस चढ़ना और मेडिकल टर्म में अनैच्छिक संकुचन (involuntary contraction) भी कहते हैं। हालांकि आम तौर पर यह ऐंठन हानिरहित होती है। पर उस समय के लिए यह काफी दर्दनाक और असुविधापूर्ण हो सकती है। इन क्रैंप्स का क्या कारण है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है यह जानने के लिए हमने बात की डॉ. कौशल कांत मिश्रा डायरेक्टर – आर्थोपेडिक्स एंड जॉइंट रिप्लेसमेंट, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला से
लंबे समय तक व्यायाम या शारीरिक श्रम मांसपेशियों में ऐंठन पैदा कर सकता है। पर कभी-कभी यह बैठे या लेटे हुए भी हो सकता है। ऐंठन से किसी को कुछ पलों तक, तो किसी को लंबे समय तक भी दर्द रह सकता है।
डॉ. कौशल कांत मिश्रा बताते हैं कि मांसपेशियों का अनैच्छिक संकुचन (involuntary contraction), आमतौर पर हानिरहित और अस्थायी होता है, लेकिन काफी दर्दनाक हो सकता है। जब ये ऐंठन काल्फ में होती है, तो ऐसी ऐंठन को “चार्ली हॉर्स” के रूप में जाना जाता है।
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डॉ. कौशल कांत के अनुसार मांसपेशी में ऐंठन परेशानी का करण नहीं है, लेकिन यदि आप एक दिन में बहुत ज्याद क्रैंप्स का अनुभव कर रहे हैं, तो यह कैल्शियम की कमी की वजह से हो सकता है। मांसपेशियों में ऐंठन कैल्शियम की कमी के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। कैल्शियम की कमी से आपकी मांसपेशियां कोमल हो जाती है। जिसके बाद उनमें क्रैंप्स का खतरा बढ़ जाता है।
बच्चों में ज्यादातर मसल क्रैंप का कारण यही देखने में आता है। इसलिए बढ़ते बच्चों के लिए कैल्शियम की सही खुराक सुनिश्चित करने की सलाह दी जाती है।
वर्कआउट से पहले स्ट्रेचिंग बहुत जरूरी है। साथ ही सुबह उठने के एक घंटे बाद ही स्ट्रेचिंग करें और कभी भी स्ट्रेचिंग के समय सांस न रोकें। सांस रोकने से मांसपेशियों में सिकुड़न और दर्द हो सकता है।
यह मांसपेशियों की थकान का भी एक लक्षण है, जिससे सामान्य रूप से चलने में कठिनाई होती है। कुछ लोगों को मांसपेशियों में हल्का दर्द महसूस होता है। वे लगातार थका हुआ भी महसूस कर सकते हैं और रोजमर्रा के कार्यों को करने के लिए उनमें ऊर्जा की कमी हो सकती है।
जब आपका शरीर बाहरी तापमान के साथ संतुलन नहीं बैठा पाता, तब भी आपको मसल क्रैंप का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए यह सुनिश्चित करें कि ज्यादा गर्म या ज्यादा ठंडी जगह पर व्यायाम न करें। रात में सोते समय भी यह सुनिश्चित करें कि आप खुद को ठंड और गर्मी से बचा रहे हैं।
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कस्टमाइज़ करेंगर्म मौसम के खेलों में भाग लेने के दौरान थके हुए और डिहाइड्रेटिड होने वाले एथलीट अक्सर मांसपेशियों में ऐंठन का शिकार होते हैं। साथ आपके आहार में बहुत कम पोटेशियम, कैल्शियम या मैग्नीशियम है, तो यह मांसपेशियों में ऐंठन की वजह बन सकता है।
अगर आप भारी व्यायाम करते हैं, तो भी आपको मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या हो सकती है। ज्यादा एक्सरसाइज करने की वजह से मांसपेशियों में खिचाव होता है, जिससे क्रैंप्स का खतरा रहता है।
लंबे समय तक बैठे रहना
मांसपेशियों का अत्यधिक प्रयोग करना
कंक्रीट के फर्श पर खड़ा होना या काम करना
गलत तरीके से बैठना
मैग्नीशियम की कमी
जीवन शैली को सक्रिय रखें
क्रैंप्स वाली जगह को स्ट्रेच करें
अपने हाथों या मसाज रोलर से प्रभावित क्षेत्र की मालिश करें
दर्दनाक ऐंठन की जगह पर बर्फ या आइस पैक लगाएं। गर्म पानी से स्नान भी राहत दे सकता है।
अगर दर्द ज्यादा है, तो डॉक्टर से परामर्श के बाद दर्द निवारक दवा ले सकती हैं।
ज्यादा एसी के इस्तेमाल से बचें
पर्याप्त हाइड्रेशन रखें
पर्याप्त विटामिन डी3, बी12, कैल्शियम और मैग्नीशियम का सेवन करें
ज्यादा व्यायाम कभी न करें
जूस और हरी सब्जियों का सेवन करें
योग और अन्य हल्की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें
पर्याप्त धूप लें।