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छाती में बढ़ रही बलगम से परेशान हैं, तो एक एक्सपर्ट से जानिए इसे बाहर निकालने के उपाय

पोलन एलर्जी, रेसपीरेटरी इंफे्क्शन और गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स के चलते म्यूकस की समस्या बढ़ने लगती है। फेफड़ों में बहुत अधिक बलगम संक्रमण का संकेत हो सकता है। अगर आप फेफड़ों मे बनने वाली म्यूक्स की समस्या से परेशान है तो इन टिप्स की लें मदद
Updated On: 19 Mar 2025, 03:16 pm IST
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Mucus se rahat paane ke upay
म्यूकस का उत्पादन मेंब्रेन से होता है और नाक से लेकर लंग्स तक ट्रैवल करता रहता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

मौसम में आने वाले बदलाव के चलते अधिकतर लोगों को खांसी की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में खांसने के दौरान छाती में जमा कफ परेशानी का कारण बनने लगता है। इसके अलावा प्रदूषण के चलते भी म्यूकस की समस्या बढ़ जाती है, जो रेस्पिरेटरी सिस्टम को नुकसान पुहंचाती है। इसके चलते थ्रोट में भारीपन महसूस होता है और सांस लेने में भी तकलीफ बढ़ जाती है। अगर आप फेफड़ों मे बनने वाली म्यूक्स की समस्या से परेशान है, तो पहले जान लें म्यूकस (mucus in your chest) किसे कहते हैं और कैसे इस समस्या को हल किया जा सकता है।

म्यूकस कैसे बनती है (How mucus is made)

न्यूज़ इन हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार म्सूकस यानि बलगम (mucus in your chest) एक ऐसा पदार्थ है जो कई अंगों को चिकनाई प्रदान न्यूज़ इन हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार म्सूकस यानि बलगम एक ऐसा पदार्थ है जो कई अंगों को चिकनाई प्रदान करता है और उनकी रक्षा करता है। कफ़ म्यूकस का उत्पादन मेंब्रेन से होता है और नाक से लेकर लंग्स तक ट्रैवल करता रहता है। मगर शरीर कई बार बहुत अधिक म्यूक्स प्रोडयूस करता है। फेफड़ों में बलगम संक्रमण का संकेत हो सकता है। कफ वह बलगम है जो आपके फेफड़ों में जमा हो सकता है और खांसी का कारण बनता है।

अधिकारी लाइफलाइन मल्टी स्पैशेलिटी हॉस्पिटलए डॉ दीपक पताडे बताते हैं कि पोलन एलर्जी, रेसपीरेटरी इंफे्क्शन और गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स के चलते बलगम की समस्या (mucus in your chest) बढ़ने लगती है। इसके अलावा धूम्रपान या एनवायरमेंटल इरिटेंटस भी इस समस्या को बढ़ा देता है। इससे राहत पाने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीएं, जिससे कफ को जमा होने से रोका जा सकता है। इसके अलावा मास्क पहनकर बाहर निकलने से इस समस्या को हल किया जा सकता है।

mucus builup se bachen
बलगम मुंह, गले, नाक और साइनस में कोशिकाओं द्वारा तैयार किया जाता है।
चित्र : शटरस्टॉक

इन टिप्स की मदद से म्यूकस की समस्या होगी हल (Tips to deal with Chest mucus)

1. धूम्रपान से बचें

जर्नल ऑफ नेचुर रिव्यूज़ के अनुसार सिगरेट पीने से आपके फेफड़ों में सिलिया बलगम को साफ करने से रोक सकता है। सिलिया बाल जैसी कोशिकाएँ होती हैं जो बलगम को शरीर से बाहर निकालती हैं। अगर वे ठीक से काम नहीं करती हैं तो फेफड़ों में बलगम जमा हो सकती है। इसके अलावा रसायन और प्रदूषण जैसे उत्तेजक पदार्थ बलगम को बढ़ाते है और निचले वायुमार्ग को इरिटेट कर सकते हैं और छाती में जमाव पैदा करने लगते हैं।

2. गर्म पेय पदार्थ पीएं

अमेरिकन लंग एसोसिएशन के अनुसार पर्याप्त पानी में हाइड्रेटेड रहने से बलगम को जमने से रोका जा सकता है। दरअसल, पानी बलगम को पतला बनाता है। अगर आपको छाती में जमाव के कारण खांसी आ रही है तो गर्म पानी, हर्बल टी और काढ़ा का सेवन करें। इन्हें एक. एक घूंट पीने से शरीर को फायदा मिलता है।

Lukewarm water ke fayde
औसतन एक व्यक्ति को हाइड्रेटेड रहने के लिए रोज़ाना 3.7 लीटर पानी पीने की आवश्यकता होती है।

3. सुपरफूड्स को करें आहार में शामिल

आहार में प्याज़, लहसुन, अदरक, नींबू या लाल मिर्च शामिल करें। जर्नल ऑफ साइकेटरी और ब्रेन सांइस के अनुसार सर्दी और खांसी के लक्षणों को कम करने में ये फूड्स मदद कर सकते हैं और बलगम को कम करने में मदद मिलती है। कैप्साइसिन युक्त मसालेदार भोजन भी बलगम के प्रवाह को उत्तेजित करके साइनस की भीड़ से अस्थायी राहत प्रदान करता है। ऐसे में डेयरी फूड्स को खाने से बचना चाहिए।

4. चेहरे पर गर्म गीला कपड़ा लगाएँ

चेहरे पर गर्म वॉशक्लॉथ लगाएं। खास तौर से नाक पर और उसके आसपास इसे लगाने से फायदा मिलता है। दअसल, कपड़े की गर्माहट मांसपेशियों को आराम देती है और नाक की ब्लॉकेज को खोलने में मदद करती है। इससे बलगम और साइनस के दबाव दोनों से राहत प्रदान करता है।

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प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

5. नीलगिरी तेल इस्तेमाल करें

नीलगिरी यानि यूकलिप्टस का तेल छाती पर लगाने से फायदा मिलता है। इसमें मौजूद गुण एयरवेज़ को खोलने, सूजन को कम करने और बलगम को पतला करने में मदद करते हैं। इस तेल को छाती पर लगाने के अलावा पानी में डालकर भाप ले सकते हैं। साथ ही इसे डिफ्यूज़र में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे ज्यादा मात्रा मं इस्तेमाल करने से जलन की भी समस्या बढ़ सकती है।

6. ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें

कमरे में ह्यूमिडिफायर का उपयोग करने से हवा को नम रखने में मदद मिलती है। नम हवा बलगम को पतला करने में मदद करती है, जिससे खांसी करना और छाती में बढ़ते कंजेशन को दूर किया जा सकता है।

Humidifier ka istemaal karein
ह्यूमिडिफ़ायर का इस्तेमाल करने से हवा में नमी बनी रहती है।

7. गर्म पानी से गार्गल करें

गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करने से बलगम को दूर करने में मदद मिलती है और गले की सूजन को शांत किया जा सकता है। साइंटिफिक रिपोर्ट्स के अनुसार, नमक एक प्राकृतिक कीटाणुनाशक के रूप में काम करता है। जो बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करता है। वहीं पानी की गर्माहट बलगम को ढीला करने और आपके गले में जलन को कम करने में मदद करती है। इसे बनाने के लिए एक कप गर्म पानी में लगभग आधा चम्मच नमक मिलाएं और दिन में दो से तीन बार गरारे करें।

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
ज्योति सोही
ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं।

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