रोजाना आराम करने से लेकर रात को सोने तक हम सभी अपने दिन का एक लंबा समय अपने बेड पर बिताते हैं। यदि आप 100 साल के अनुसार देखें तो आप अपने जीवन का 33 साल सोते हुए बिताते हैं। तो सोचे की नींद कितनी महत्वपूर्ण है। आपका बेड टाइम आपकी सेहत पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। आपकी नींद पूरी तरह से आपके बेड टाइम हैबिट्स पर निर्भर करती है। बेड पर जाने के बाद और पहले की जाने वाली गतिविधियां आपकी नींद को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे की सेहत भी प्रभावित होता है। इसलिए अपने जीवन में कुछ महत्वपूर्ण बेड टाइम प्रैक्टिस लागू करना बहुत जरूरी है।
योगा इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर और हेल्थ कोच हंसा जी योगेंद्र ने कुछ महत्वपूर्ण बेड टाइम प्रैक्टिस को अपनाने की सलाह दी है, ताकि आपकी सेहत एवं जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके। एक्सपर्ट के अनुसार आपकी अनकॉन्शियस माइंड सोने के 1 घंटे पहले और नींद से जागने के कुछ समय बाद के लिए पूरी तरह ट्रेंन्ड होने चाहिए (healthy bedtime practice)।
नियमित रूप से बेड पर जाने से पहले 10 पॉजिटिव चीजों को लिखें। आपके साथ पूरे दिन में जो कुछ भी पॉजिटिव हुआ हो उसे लिखे, चाहे आपने अपने किसी दोस्त से बात की हो या अपने अपना कोई पसंदीदा फूल देखा हो। ऐसा करने से आपको पॉजिटिव महसूस होगा, और आप एक हेल्दी इमोशन के साथ सोती हैं, जिससे आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और आपकी सेहत भी बेहतर होती है।
जब आप हर रोज़ एक निश्चित समय पर सोना शुरू करती हैं, तो आपका दिमाग लगभग उसी समय सोने के लिए तैयार हो जाता है। सुबह उठते समय भी ऐसा ही करें। एक ही समय पर सोने और उठने से आपको एकरूपता बनाए रखने में मदद मिल सकती है। इस प्रकार आप एक अच्छी नींद प्राप्त कर पाती हैं, जिससे कि सेहत संबंधी समस्याओं में भी सुधार होता है।
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सोने से 2 घंटे पहले खाने से पाचन में मदद मिलेगी और आपको ब्लोटिंग या पाचन संबंधी अन्य किसी प्रकार की परेशानी महसूस नहीं होगी। साथ ही, सोने से दो घंटे पहले ज़्यादा चीनी या कैफ़ीन वाली कोई भी चीज़ न खाएं या पिएं। यह आपको जगाए रख सकता है, जिससे आपकी नींद प्रभावित हो सकती है। ये एक अच्छी बेड टाइम प्रैक्टिस है, जिसे सभी को अपनाना चाहिए।
रात को बिस्तर पर सोने के लक्ष्य ले साथ ही आएं। हो सकता है कि आप ठीक से या समय पर सो न पाएं, इसका कारण आपके फ़ोन या टीवी पर स्क्रीन टाइम का बढ़ना हो सकता है। यह सच है कि स्क्रीन की चमक आपको सतर्क रखती है, जिससे आपकी नींद प्रभावित हो सकती है। सोने से पहले अलार्म सेट करें ताकि स्क्रीन से दूर रहें। इस प्रकार आप अपनी नींद की गुणवत्ता में सुधार कर सेहत संबंधित तमाम तरह की परेशानियों के खतरे को कम कर सकती हैं।
जिस प्रकार बचपन में किताबें पढ़ते हुए नींद आने लगती है, ठीक उसी प्रकार जब आप रात को सोते हुए कुछ पढ़ती हैं, तो आपको बेहतर नींद प्राप्त करने में मदद मिलती है। रात के समय सकारात्मक और प्रेरणादायक किताबे या नॉवेल चुनें जो पर्सनल ग्रोथ और सेल्फ अवेयरनेस को बढ़ावा दें।
जिस प्रकार रात को बेड पर जाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, ठीक उसी प्रकार सुबह उठने के बाद भी आपको कुछ चीजों को फॉलो करना चाहिए। जैसे की सुबह उठने के फौरन बाद मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें, खुली रौशनी या वातावरण में या हरियाली को 2 से 4 मिनट तक लगातार देखें। बेड टी की जगह पानी पिएं, इसके अलावा बॉडी स्ट्रेचिंग जरूरी है।
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