छींक आने पर इसे नजरअंदाज करना आम बात है। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि छींक क्यों आती है और इसका क्या कारण (Causes of sneezing) है? छींक आना हमारे शरीर के लिए जरूरी प्रक्रिया मानी जाती है, जो हमें स्वस्थ रखने में सहायक होती है। यह हमारे इम्यून सिस्टम (immune system) का भाग है जो यह संकेत देती है कि हमारा शरीर बाहरी अवरोधकों के खिलाफ सही तरीके से कार्य कर रहा है। हालांकि, बहुत ज्यादा छींक आना किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत देती है. बार- बार छींक आने का कारण किसी विशेष चीज से एलर्जी भी हो सकती है जैसे धूल, चटपटा खाना, सामान्य सर्दी, तेज रोशनी, तेज महक आदि।
कंसल्टेंट रेस्पिरेटरी मेडिसिन एंड पल्मोनोलॉजी अपोलो स्पेक्ट्रा (Causes of sneezing) हॉस्पिटल कानपुर के डॉ. संदीप कटियार बताते हैं कि, अचानक बहुत ज्यादा छींक आने के कई कारण हो सकते हैं। सबसे आम कारण एलर्जी होती है, जो धूल, पालतू जानवरों के बाल, या किसी तेज़ गंध के कारण हो सकती है। सर्दी-जुकाम या वायरल संक्रमण (viral infection) भी छींक का कारण बन सकता है।
कभी-कभी मौसम में बदलाव, ठंडी हवा, या नमी से भी नाक में जलन होती है और छींक आने लगती है। अगर छींक लगातार आ रही है, तो सबसे पहले एलर्जी से बचने की कोशिश करें।
घर को साफ-सुथरा रखें, धूल और धुएं से बचें, और अगर संभव हो तो मास्क पहनें। भाप लेना, हल्का गर्म पानी पीना, अगर छींक के साथ नाक बह रही है, खुजली हो रही है, या आंखों में पानी आ रहा है, तो यह एलर्जी का संकेत हो सकता है और एंटी-एलर्जी दवा लेने की जरूरत पड़ सकती है। यदि समस्या ज्यादा बढ़ जाए या सांस लेने में दिक्कत हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। स्वस्थ रहने के लिए खानपान अच्छा रखें और इम्यूनिटी मजबूत करें।
धूल, पराग कण, पालतू जानवरों के बाल उनकी डैंड्रफ या फफूंद जैसी चीजों के संपर्क में आने की वजह से एलर्जी हो सकती है, जिस कारण छींक आती है। इस एलर्जी के कारण नाक के अंदर सूजन (Swelling) और जलन की समस्या पैदा होती है, जिस वजह से आपको परेशानी का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी लोगों को लगातार छींक आती है, जिस कारण (Causes of sneezing) उनकी आंख भी लाल हो जाती है।
आप कहीं बाहर से आए हैं, घर की साफ सफाई कर रहे हैं या फिर किसी धूल वाली जगह पर हैं तो ऐसे में नाक में धूल या गंदगी फंस जाती है। जिस कारण बार-बार ब्रेन (brain) को संकेत मिलता है कि इसे बाहर निकालना है और इस संकेत पर प्रतिक्रिया देते हुए छींक आती है। इसके लिए आप बाहर से आने के बाद अपनी नाक की गंदगी को साफ कर लें, इससे आपको राहत मिलेगी।
कुछ लोगों की नाक सेंसिटिव होती है। इस वजह से परफ्यूम, धूप, सिगरेट का धुआं या अन्य तीव्र गंध के कारण उनकी (Causes of sneezing) नाक की झिल्ली उत्तेजित हो जाती है और इस वजह से उनको छींक आती है। ऐसे लोगों को तेज गंध से दूर रहना जाहिए। क्योंकि ये उनके लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
कुछ लोग तेज रोशनी के प्रति संवेदनशील होते हैं। जिस वजह से तेज रोशनी में देखने पर उनको छींक आती है। यह एक आनुवंशिक स्थिति के कारण हो सकता है। जिसे “फोटिक छींक रिफ्लेक्स” (Photic sneeze reflex) कहा जाता हैं। ये एक न्यूरो-ऑप्थैल्मोलॉजिकल है, जिसमें बाहरी प्रकाश के प्रति उत्तेजना के जवाब में छींक आती है।
1-सरसो के तेल-सरसो के तेल को नाक में 1-2 बूंद डालें। इसके बाद तेल को ऊपर की ओर खीचें। इससे छींक आनी बन्द हो जाती है और आपको इस समस्या में आराम मिल सकता। ये एक बेहद कारगर (Causes of sneezing) उपाय है।
2-सौंफ -छींक से निजात पाने के लिए रोकने के उपाय में से सौंफ चाय फायदेमंद साबित हो सकता है।
एक कप पानी में एक चम्मच सौंफ डालकर उबाल लें और गरम-गरम इसे पिएं।
3-मेथी-दो चम्मच मेथी के बीज को पानी में उबालें और गुनगुना होने पर इसे पी लें। दिन में दो बार इसका सेवन करने से आपको आराम मिल सकता है।
4-नींबू-एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद के साथ आधा नींबू का रस मिलाकर पिएं। यह उपाय लगातार छींक आने की समस्या में आपको आराम दिला सकता है।
5-स्टीम लें- स्टीम लेने से भी ये ज्यादा छींक आने की समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है। इससे सर्दी का प्रभाव कम होने (Causes of sneezing) लगता है, साथ ही नाक से सांस लेने में भी कोई दिक्कत नहीं होती है। इसके लिए आपको एक बर्तन में पानी गर्म करके अपने सिर को किसी मोटे तौलिए से ढ़ककर भाप लें।
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