हम में से कई लोगों ने अपने खाने में नमक को कम कर दिया है। बल्कि कई बार तो हम नमक को पूरी तरह से नजरअंदाज कर देते हैं, क्योंकि नमक को स्वास्थ्य के लिए बुरा माना जाता है। हालांकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। आखिरकार, नमक एक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट (electrolyte) है जो हमारे शरीर को सामान्य रूप से कार्य करने में मदद करता है।
अगर आप नमक के सेवन से बचने के बारे में सोच रही हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि पूरी तरह से इसका सेवन बंद नहीं करना है। साथ ही यह समझने की कोशिश करें कि इस नए बदलाव को लेकर हमारे शरीर पर इसका कैसा असर होगा।
ऐसे कई डाइट प्लान हैं जो आपको नमक के सेवन से बचने की सलाह देते हैं। यही कारण है कि हम आपके साथ कम सोडियम के प्रभाव को साझा कर रहे हैं। साथ ही यह भी बता रहे हैं कि क्यों इस तरह के डाइट प्लान को शुरू करने से पहले आपके लिए जरूरी है अपने डॉक्टर से परामर्श करना।
नमक का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। शरीर में नमक की कमी होने पर कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन जर्नल में 2011 के एक अध्ययन के अनुसार, नमक की खपत के कारण हमारे शरीर से सोडियम का उत्सर्जन कम होना, हृदय रोगों और कोरोनरी हार्ट फेल्योर (coronary heart failure) के लिए उत्तरदायी हो सकता है।
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इसके अलावा स्टडी यह भी कहती है कि कम नमक वाले आहार का सेवन करने से हमारे शरीर से सोडियम की मात्रा कम हो जाती है। जिससे हमारे हृदय की स्थिति खराब हो सकती है। साथ ही इसके परिणामस्वरूप हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम भी बढ़ जाता है।
नमक न खाने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर बड़ा असर पड़ सकता है। हालांकि आमतौर पर इसके कोई शुरुआती लक्षण नहीं होते हैं। लेकिन यह हृदय के साथ ही शरीर के अन्य हिस्सों पर भी हमला कर सकता है। ऐसे में आपको जी मिचलाने का अनुभव हो सकता है।
जब सोडियम का स्तर आपके रक्त में अचानक (dramatically) रूप से गिरता है, तो आप उन लक्षणों का अनुभव कर सकती हैं जो डिहाइड्रेशन के दौरान आप महसूस करती हैं। ऐसे में आपका मुंह सूखना, चक्कर आना, प्यास लगना और कम पेशाब आना जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
अध्ययनों से पता चला है कि जब हमें अपने आहार में पर्याप्त सोडियम नहीं मिलता है, तो यह हमारे इंसुलिन प्रतिरोध (insulin resistance) को प्रभावित कर सकता है। इसका मतलब यह है कि हमारा शरीर इंसुलिन के प्रति अच्छी प्रतिक्रिया नहीं देता है, जिससे यह ब्लड शुगर में वृद्धि का कारण भी बन सकता है।
कम सोडियम वाले आहार को स्वास्थ्य के लिए बहुत बेहतर बताया जाता है। खासकर हृदय संबंधी समस्याओं वाले लोगों के लिए ऐसा करना बहुत लाभकारी बताया जाता है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि ऐसा सभी के लिए नहीं हो सकता। खासकर जब आपका हृदय पूरी तरह स्वस्थ है। क्योंकि एक अध्ययन के अनुसार जब हम कम नमक खाते हैं या बहुत अधिक नमक खाते हैं, तो ऐसा करना हमारे हृदय की पहले से मौजूदा स्थिति को और बदतर बना सकता है।
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आयोडीन युक्त नमक आपके हार्मोन के लिए जरूरी है। अगर आप अपने नमक का सेवन पूरी तरह से कम कर देते हैं, तो आपके आयोडीन के स्रोत सीमित हो जाएंगे। इससे आपका वजन बढ़ना शुरू हो सकता है। साथ ही आप चेहरे झुलसना, त्वचा रूखी होना के साथ ही आप मांसपेशियों में कमजोरी और थकान का अनुभव भी कर सकती हैं।
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