एक एक्‍सपर्ट दे रहे हैं ऑक्‍सीजन से जुड़े आपके 9 जरूरी सवालों के जवाब

दिल्‍ली, मुंबई सहित देश के अधिकांश राज्‍यों में ऑक्‍सीजन को लेकर हाहाकार मचा है। वहीं सोशल मीडिया पर ऑक्‍सीजन बढ़ाने वाले कुछ नीम-हकीमी नुस्‍खे भी तैर रहे हैं। जानिए इनमें कौन से सही हैं और कौन से हैं बिल्‍कुल निराधार।
यहां ऑक्‍सीजन के बारे में आपके सवालों के जवाब दिए गए हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक
यहां ऑक्‍सीजन के बारे में आपके सवालों के जवाब दिए गए हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक
Dr. Vikrant Shah Published: 10 May 2021, 16:00 pm IST
  • 89

कोविड-19 से जूझ रहे लोगों में सबसे जरूरी होता है ऑक्‍सीजन का स्‍तर बनाए रखना। अगर यह नीचे जाने लगे तो शरीर के कई अंग काम करना बंद कर सकते हैं। पर अस्‍पतालों की स्थिति भी बहुत बेहतर नहीं कही जा सकती। इसलिए हम एक ऐसे एक्‍स्‍पर्ट को लेकर आए हैं, जो आपके ऑक्‍सीजन से जुड़े सभी सवालों के जवाब दे रहे हैं।

कोविद-19 पॉजिटिव मरीज को ऑक्सीजन की आवश्यकता कब होती है?

ऑक्सीजन का मतलब है की व्‍यक्ति के शरीर में रक्त की मात्रा। जादा उम्र के व्यक्तियों की बात करें, तो उनके शरीर के रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा 95 से ऊपर होनी चाहिए। यदि यह 90 से नीचे चला जाता है तो इसे हाइपोक्सिमिया कहते है। यदि ऑक्सीजन 80 से नीचे आता है, तो शरीर के अंग यानी अवयव काम करना बंद कर सकते हैं। कई बार मरीज को दिल का दौरा भी पड़ सकता है।

कोरोनावायरस में ऑक्‍सीजन लेवल कम होने पर इसकी जरूरत पड़ती है। चित्र: शटरस्‍टॉक
कोरोनावायरस में ऑक्‍सीजन लेवल कम होने पर इसकी जरूरत पड़ती है। चित्र: शटरस्‍टॉक

इसके अलावा सांस की तकलीफ, सिरदर्द, बेचैनी, भ्रम, उच्च रक्तचाप और दृश्य विकार जैसे कुछ लक्षण भी दिखाई देते हैं। यदि आप कोविड- 19 पॉजिटिव हैं और आपके शरीर में ऑक्सीजन का स्तर 90 प्रतिशत से कम है, तो आपको तुरंत नजदीकी अस्पताल में दाखिल होना जरूरी है। क्योंकि आपको ऑक्सीजन की जरूरत पड़ सकती है।

2) जरूरत पड़ने पर हमारे पास विभिन्न तरह के ऑक्सीजन उपकरण उपलब्ध हैं। पर क्या आप बता सकते हैं कि यह कैसे काम करते हैं?

ऑक्सीजन थेरेपी, मास्क पहनना, सीपीएपी, पीआयपीएपी जैसे गैर-इनवेसिव वेंटिलेशन द्वारा मरीज को 100 प्रतिशत ऑक्सीजन दी जा सकती है। यह सुनिश्चित करेगा कि आपको ऑक्सीजन की अनुशंसित मात्रा मिले और आप स्वतंत्र रूप से सांस लें।

3) घर पर मरीज को ऑक्सीजन कैसे दिया जाता है?

शरीर में ऑक्सीजन स्तर गिरने पर मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत पडती है। ऐसे में अस्पताल में आईसीयू बेड ना मिले तो मरीज को घर पर ही ऑक्सीजन दिया जा सकता है। इससे मरीज को सेहत में जल्दी सुधार होता है।

कोविड पॉजिटिव होने पर कुछ लोगों का ऑक्‍सीजन का स्‍तर घटने लगता है। चित्र : शटरस्टॉक
कोविड पॉजिटिव होने पर कुछ लोगों का ऑक्‍सीजन का स्‍तर घटने लगता है। चित्र : शटरस्टॉक

अस्पताल में ऑक्सीजन थेरेपी जैसे उपकरणों को विशेषज्ञ द्वारा नियंत्रित किया जाता है। लेकिन घर पर उपयोग करने के लिए, आपको अपने डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है, जिससे आपको ऑक्सीजन उपकरण का उपयोग कैसे करना है यह पता चलेगा।

4) यदि आप कोरोना संक्रमित हैं, तो क्‍या प्रोनिंग यह श्वसन विकार से राहत दे सकती है?

भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि दिशानिर्देशों के अनुसार, प्रवण स्थिति (जमीन पर सोना) कोरोना का घर पर उपचार कर रहे मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है। इससे श्वसन संबंधी समस्याएं नहीं होती और शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है।

प्रोनिंग में सोने से फेफड़ों का कार्य अच्छी तरह से चलता है। इसके लिए आपको पांच तकियों की आवश्यकता होती है। गर्दन के नीचे एक से दो तकिए रखे जा सकते हैं, एक छाती के नीचे, दो ऊपरी जांघ के नीचे और दो आपके तकिए के नीचे। दो घंटे सीधे सोएं। फिर अपने पेट के बल लेट जाएं। खाने के तुरंत बाद यह प्रक्रिया न दोहराएं। यदि आप अस्वस्थ महसूस करते हैंं, तो ऐसा करने से बचें।

5) क्या ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने के अन्य प्राकृतिक तरीके हैं? यदि हां, तो क्या वे उचित हैं?

ताजी हवा लेने से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर नियंत्रण रखने में मदद मिलती है। बस सुबह खिड़की खुली रखें। एक अच्छा ऑक्सीजन स्तर बनाए रखने के साथ ही समय-समय पर पानी पिएं औऱ खुद को हाइड्रेटेड रखें। कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जो शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने के लिए फायदेमंद हैं।

हेल्‍दी डाइट ऑक्‍सीजन के स्‍तर को बनाए रखने में मदद करती है। चित्र: शटरस्‍टॉक
हेल्‍दी डाइट ऑक्‍सीजन के स्‍तर को बनाए रखने में मदद करती है। चित्र: शटरस्‍टॉक

इसके लिए नियमित भोजन में ब्रोकोली, फलियां, सेब और अंडे शामिल करें। शरीर में एक अच्छा ऑक्सीजन स्तर बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम करें। श्वसन संबंधी व्यायाम के लिए अपने डॉक्टर की सलाह लें।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

6) ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने वाली झूठी अफवाहों पर कितना ध्‍यान दिया जाए?

शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कैसे बढ़ाया जाए, इस बारे में सोशल मीडिया पर कई पोस्ट वायरल हुए हैं। इसमें कपूर शरीर के ऑक्सीजन स्तर में सुधार नहीं करता है। लेकिन, सांस की बीमारी के मरीजों के लिए कपूर काफी फायदेमंद साबित हो रहा है।

मूल रूप से, कोई ठोस सबूत नहीं है कि कपूर शरीर में ऑक्सीजन के स्तर में सुधार करता है या नहीं। कपूर की महक से वायुमार्ग खुलता है। हालांकि, कोई भी उपाय करने से पहले विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर की सलाह के बिना खुद का इलाज करना खतरनाक साबित हो सकता है।

7) ऑक्सिंटोमॅटिक मरीजों के ऑक्सीजन स्तर को स्थिर रखने के लिए आप क्या सलाह देंगे?

दिन में कम से कम दो बार घर पर SPO2 की जांच करें। नियमित रूप से व्यायाम करें, ज्‍यादा से ज्‍यादा पानी पिएं और डॉक्टर द्वारा सलाह के अनुसार श्वसन संबंधी व्यायाम या योग करें। यदि ऑक्सिंटोमॅटिक रोग से पीड़ित व्यक्ति कोरोना से संक्रमित है, तो हर तीन घंटे में कम से कम छह मिनट तक चलकर घर पर ही उसके शरीर में ऑक्सीजन के स्तर की जांच करें।

8) देश भर में ऑक्सीजन की कमी का कारण क्या है? अस्पताल इससे कैसे निपट रहे हैं?

कोविड मरीज को सांस लेने के लिए शरीर में ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। लेकिन अस्पताल में ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण मरीज को सांस लेने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। ऑक्सीजन का उत्पादन और वितरण एक जटिल प्रक्रिया है।

ऑक्‍सीजन की आपूर्ति और वितरण एक जटिल प्रक्रिया है। चित्र: शटरस्‍टॉक
ऑक्‍सीजन की आपूर्ति और वितरण एक जटिल प्रक्रिया है। चित्र: शटरस्‍टॉक

ऑक्सीजन को अस्पतालों में सिलेंडर से पहुंचाया जाता है और यह बहुत महंगा है। सिलेंडर में सीमित मात्रा में ऑक्सीजन होता है और इसका इस्तेमाल केवल एक ही मरीज कर सकता हैं। समय पर ऑक्सीजन न मिलने के कारण कई मरीज अपनी जान गवा देते है।

महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्‍यों में ऑक्सीजन न मिलने के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही हैं। कोविद 19 मरीजों को ऑक्सीजन की काफी जरूर पडती है। इसलिए अस्पताल कोशिश कर रहे हैं कि सभी मरीजों को समय पर ऑक्सीजन मिले। विशेष रूप से कोविड 19 मरीज को घर पर भी ऑक्सीजन दिया जा, जिससे अस्पतालों पर बोझ कम हो।

9) ऑक्सीजन का सामान्य स्तर कितना होना चाहिए? और मरीज को कब ऑक्सीजन की जरूरत पड़ सकती है?

रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा 95 से 100 प्रतिशत से ऊपर होनी चाहिए। यदि यह 90 से नीचे चला जाता है, तो इसे हाइपोक्सिमिया कहा जा सकता है। ऐसी स्थिति में मरीज को ऑक्सीजन लेने की जरूरत पड़ती है।

यह भी पढ़ें – रात देर तक जागना आपकी इम्‍युनिटी को बर्बाद कर सकता है, हम बता रहे हैं कैसे

  • 89
लेखक के बारे में

Dr. Vikrant Shah is Consultant Physician and Infection Disease Specialist, Zen Multispeciality Hospital Chembur ...और पढ़ें

पीरियड ट्रैकर

अपनी माहवारी को ट्रैक करें हेल्थशॉट्स, पीरियड ट्रैकर
के साथ।

ट्रैक करें
अगला लेख