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गट हेल्थ को दुरूस्त कर बढ़ाना है मेटाबॉलिज्म, तो ये देसी-विदेशी प्रोबायोटिक्स होंगे आपके लिए फायदेमंद

जब आपका मेटाबॉलिज्म ठीक होता है तो आप कम बीमार पड़ती हैं और मोटापा भी नहीं आता। प्रोबायोटिक्स को मेटाबॉलिज्म के लिए फायदेमंद माना गया है।
आपकी पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में प्रोबायोटिक्स (probiotics) काफी जरूरी हैं। चित्र : अडोबी स्टॉक
संध्या सिंह Published: 18 Feb 2023, 08:00 am IST
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प्रोबायोटिक्स (probiotics) आपकी आंत के लिए अच्छे अनुकूल बैक्टीरिया हैं। प्रोबायोटिक्स जीवित सूक्ष्मजीव या बैक्टीरिया हैं, जो मानव शरीर को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। कई फर्मेंटेड खाद्य पदार्थों में प्रोबायोटिक्स होते हैं और फर्मेंटेड खाद्य पदार्थ सदियों से हमारे जीवन का हिस्सा रहे हैं। पहले खाद्य पदार्थों को संरक्षित करने, स्वाद को बढ़ाने और खाद्य विषाक्त पदार्थों को खत्म करने के तरीके के रूप में इसका इस्तेमाल किया जाता रहा है।

सेहत को बनाये रखने में खानपान बेहद महत्तवपूर्ण है। कोई भी बीमारी हो यह सभी समस्याएं काफी हद तक डाइट से जुड़े होता है। अगर आपका खानपान सही नहीं है तो इससे सबसे पहले आपकी पाचन क्रिया प्रभावित होती है। आगर आपकी पाचन क्रिया ठीक नहीं है, तो आप कई तरह की बीमारियों के चपेट में आ सकते हैं। पाचन क्रिया ठीक नहीं होने से आपकी दिनचर्या भी प्रभावित हो सकती है। आपकी पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में प्रोबायोटिक्स (probiotics) काफी जरूरी हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने दैनिक आहार में प्रोबायोटिक्स की संतुलित मात्रा जरूर शामिल करें।

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आहार में प्रोबायोटिक्स को शामिल करने के लाभ (Benefits of Probiotics in your Diet)

संक्रमण और एलर्जी को रोकने में मदद करता है
सूजन आंत्र विकारों को रोकता है
मूड को ठीक करने में मदद करता है
प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा दें
सूजन कम करता है
रक्तचाप कम करता है
अच्छे आंत बैक्टीरिया का संतुलन बनाए रखता है

किम्ची आमलेट बनाने में शामिल किया जा सकता है या पकौड़ी के साथ खाया जा सकता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

यहां हैं 3 देसी प्रोबायोटिक भोजन के प्रकार

1 छाछ या लस्सी

यह एक फर्मेंटेड डेयरी पेय है जिसे पारंपरिक रूप से मलाई से मक्खन को मथ कर बनाई जाती है। अमूमन यह स्वाद में हल्की खट्टी होती है और गरिष्ठ भोजन के बाद इसे जरूर लिया जाता है।

लस्सी एक और पारंपरिक पेय है जो दही से बनता है। इसका स्वाद मीठा और खट्टा दोनों होता है और यह छाछ की तुलना में थोड़ी गाढ़ी होती है।

2 चुकंदर की कांजी

यह फर्मेंटेड पेय पदार्थ है जिसे कुछ संस्कृतियों में चुकंदर क्वास भी कहा जाता है। यह एक अच्छा लिवर टॉनिक और क्लीन्ज़र है। सर्दियों के मौसम में ज्यादातर घरों में चुकंदर की कांजी बनाई जाती है। वहीं जब मौसम बदलने लगता है, तब भी इसे पिया जाता है। ताकि इम्युनिटी को मजबूत बनाया जा सके।

3 दही

यह भारतीयों का सबसे पसंदीदा और लोकप्रिय प्रोबायोटिक है। इसे दूध को फर्मेंटेड कर के बनाया जाता है। दही को करी, ग्रेवी, पेय पदार्थों में शामिल किया जा सकता है, या खाली दही को भी खाया जा सकता है।

यहां जानिए कुछ विदेशी प्रोबायोटिक फूड्स

1 सॉरक्रॉट

यह असल में पत्ता गोभी को खट्टा करके बनाया जाने वाला व्यंजन है। यह कटी हुई गोभी से बना एक बहुत ही लोकप्रिय मसाला है। यह सलाद, रैप्स, बर्गर टॉपिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

2 किम्ची

यह एक लोकप्रिय कोरियाई साइड डिश है जिसे आमतौर पर फर्मेंटेड गोभी से बनाया जाता है। इसे अन्य फर्मेंटेड सब्जियों जैसे मूली से भी बनाया जा सकता है। इसे किमची चावल, किम्ची आमलेट बनाने में शामिल किया जा सकता है या पकौड़ी के साथ खाया जा सकता है।

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3 मिसो

यह जापानी व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाने वाला का मसाला है। यह सोयाबीन को नमक और कोजी, एक प्रकार के फंगस के साथ फर्मेंटेड करके बनाया जाता है। यह अक्सर मिसो सूप को बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

4 टेम्पेह

यह फर्मेंटेड सोयाबीन से बनाया जाता है जिसे कॉम्पैक्ट केक का आकार दिया जाता है शाकाहारी और वीगन लोगों के बीच यह उच्च प्रोटीन मांस के विकल्प तौर पर खाया जाता है।

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संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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