बदलती लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से कई बीमारियां काफी तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसी ही एक लाइफस्टाइल जनित बीमारी है डायबिटीज। इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन (IDF) की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 7.4 करोड़ लोग डायबिटीज से ग्रस्त हैं। दुनिया में भारत दूसरे नंबर पर है, जहां सबसे ज्यादा डायबिटीज से पीड़ित लोग हैं। वहीं वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार, दुनिया में 44.2 करोड़ मधुमेह में जूझ रहे हैं। इसलिए आपको अपने खानपान और दिनचर्या का ख़ास ख्याल रखना चाहिए।
डायबिटीज के मरीज को सबसे ज्यादा ख्याल अपनी डाइट का ही रखना होता है। मधुमेह में थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाना होता है। जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहे। लेकिन इसका मतलब ये भी नहीं होता कि आप अनहेल्दी ईटिंग शुरू कर दें। ऐसा करने से आपका शुगर लेवल बढ़ सकता है। साथ में वजन और अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। तो इस अनहेल्दी ईटिंग से बचने के लिए आज हम आपके लिए लाए हैं एक हेल्दी वेजिटेबल जूस।
क्लीनिकल न्यूट्रीशनिस्ट और डायटीशियन गरिमा कहती हैं कि मधुमेह रोगियों के लिए विभिन्न प्रकार की सब्जियों का सेवन करना महत्वपूर्ण है। अपने नियमित आहर से बोर होने के बाद आप एक स्वादिष्ट और हेल्दी सब्जी के रस को ट्राई कर सकते हैं।
खीरा, टमाटर, आंवला, लौकी, धनिया, अदरक और पालक जैसी सब्जियों में स्टार्च की मात्रा काफी कम होती है। पर इनमें विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट प्रचुर मात्रा में शामिल होते हैं। जो मधुमेह को बेहतर ढंग से नियंत्रित करने में आपकी सहायता करते हैं।
डायटीशियन गरिमा कहती हैं, “खीरे में एंटीडायबिटिक गुण शामिल होते हैं। जो मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति के ब्लड में ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल करने में सहायता करता है। इसके साथ ही डायबिटीज की जटिलताओं से बचाव में कुछ हद तक कम भी कर सकता है।”
टमाटर में पाए जाने वाला नारिंगिन नामक कंपाउंड एंटीडायबिटिक होता है, जो रक्त में शर्करा के लेवल को नियंत्रित रखने में सहायता कर सकता है। इसके अतिरिक्त, टमाटर के जूस में विटामिन-सी, विटामिन-ई लाइकोपीन, बीटा-कैरोटीन, फ्लेवोनॉइड, फोलेट और पोटेशियम होता है, जो टाइप 2 मधुमेह के जोखिमों को कम कर सकता है।
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कर्नाटक के फादर म्यूलर मेडिकल कॉलेज की रिसर्च डेवलेपमेंट सेल द्वारा की गयी रिसर्च के मुताबिक, आंवला में कोरिलागिन, गेलोटेनिन, गैलिक एसिड और एलेजिक एसिड नाम के खास तत्व मौजूद होते हैं। ये सभी तत्व एंटीऑक्सीडेंट और एंटीडायबिटिक प्रभाव प्रदर्शित करते हैं, जो बढ़े हुए ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में सहायता कर सकता है।
पालक का वैज्ञानिक नाम स्पिनासिया ओलेरेसिया होता है। यह आयरन का अच्छा स्रोत है। इसके साथ ही इसमें बहुत सारे पोषक तत्व भी शामिल होते हैं जो सिर्फ मधुमेह ही नहीं बल्कि समग्र स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं।
अदरक बढ़े हुए ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है। इसके साथ ही अदरक इंसुलिन सीरम को बढ़ाने में भी सहायता करती है। इससे मधुमेह को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
लौकी में एंटी डायबिटीज गुण शामिल होते हैं, जो ब्लड में ग्लूकोज को कम करने का कार्य करता है। इसके साथ ही लौकी इन्सुलिन की सक्रियता को बढ़ाने का भी कार्य करता है
एक रिसर्च के मुताबिक, धनिये के पत्तों में ब्लड शुगर को कम करने वाला गुण मौजूद होते है। जो डायबिटीज को नियंत्रित रखने का कार्य करता है।
खीरा- 1
टमाटर- 1
अदरक- 1 इंच
धनिया- 1 कप
लौकी- 200 ग्राम
पालक- 100 ग्राम
आंवला- 2
सबसे पहले सभी सब्जियों को साफ पानी से धो लें। इसके बाद इन्हें काटें और जूसर की सहायता से जूस निकाले। अब इसे छान कर एक गिलास में निकालें। सुबह के समय इसका सेवन करना सबसे ज्यादा फायदेमंद होगा। पर खाली पेट इसका सेवन न करें। यदि आप चाहे तो स्वाद के लिए इसमें नींबू का रस भी मिक्स कर सकती हैं।
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