बढ़ती उम्र के साथ आपके एजिंग पेरेंट्स के लिए किसी भी माहौल, मौसम या बदलाव को संभालना मुश्किल हो सकता है। आपने अकसर महसूस किया होगा कि वे उन छोटी घटनाओं या स्थितियों पर भी बहुत बेचैन हो जाते हैं, जिन्हें पहले वे बेहतर तरीके से संभाल लिया करते थे। असल में ये उम्र के बदलाव हैं और हम सभी को इसका सामना करना है। बढ़ती उम्र के साथ हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी लगातार बढ़ सकती है। जो अन्य कई स्वास्थ्य समस्याओं को ट्रिगर कर सकती है। इसलिए आज हम उन खाद्य पदार्थों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हाइपरटेंशन को कंट्रोल कर सकते हैं।
बदलता वातावरण, खानपान की आदतें, एंग्जाइटी, दिमाग को क्षमता से ज्यादा सक्रिय रखना और ओवरथिंकिंग के कारण हाई ब्लड प्रेशर यानी कि हाइपरटेंशन की समस्या आम होती जा रही है। बुजुर्गों से लेकर यंगस्टर तक में यह समस्या देखने को मिल जाएगी। हाइपरटेंशन की यह समस्या कई और अन्य समस्याओं का कारण हो सकती है। वहीं बढ़ती उम्र के साथ हाई ब्लड प्रेशर की समस्या आपकी सेहत के लिए एक गंभीर समस्या बनती जाएगी।
हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी अवस्था है जहां ब्लड रेगुलेट करने वाली धमनियां सूखने लगती हैं, तो ऐसी परिस्थिति में उन्हें हृदय तक खून और पर्याप्त पोषण पहुंचाने में दिक्कत आने लगती है। वहीं खून पंप करने में काफी अधिक प्रेशर लगाना पड़ता है, जिसकी वजह से ब्लड प्रेशर और हाइपरटेंशन जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं।
सिरदर्द
छाती में दर्द
सांस लेने में तकलीफ
भ्रमित रहना
त्वचा पर लाल रंग के धब्बे आना
पैरों में सूजन आना
घबराहट होना और उल्टी महसूस होना (एंग्जाइटी)
ऐसी समस्यायों को नियंत्रित करना बहुत जरुरी है, अन्यथा बाद में यह किसी गंभीर समस्या का रूप ले सकती हैं।
पंपकिन के छोटे से बीज कई पोषक तत्वों का भंडार हैं। पब मेड द्वारा किये गए एक अध्ययन के अनुसार इसमें मौजूद पोषक तत्व जैसे कि मैग्नीशियम, पोटेशियम, आर्जिनाइन और अमीनो एसिड नाइट्रिक ऑक्साइड के प्रोडक्शन के लिए जरूरी होते हैं।
वहीं नाइट्रिक ऑक्साइड हमारे ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करने और हाइपरटेंशन यानी की हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करता हैं। पंपकिन सीड्स हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने का एक सबसे इफेक्टिव प्राकृतिक उपचार है।
पिस्ता में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे ब्लड प्रेशर लेवल को हेल्दी रहने में मदद करते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित डेटा के अनुसार पिस्ता में पोटेशियम के साथ ही कई अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हार्ट हेल्थ और ब्लड प्रेशर रेगुलेशन के लिए अत्यधिक जरूरी होते हैं।
पब मेड द्वारा किये गए एक अध्ययन में देख गया कि गाजर मे पर्याप्त मात्रा में फेनोलिक कंपाउंड्स जैसे क्लोरोजेनिक, पी-कोउमारिक, कैफीक एसिड पाए जाते हैं। यह ब्लड वेसल्स को रिलैक्स रखते हैं और इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद करते है, इस वजह से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखना आसान हो जाता है। ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए कच्चे गाजर का सेवन करना ज्यादा प्रभावी होगा।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा ब्लड प्रेशर को लेकर किए गए अध्ययन के अनुसार चिया और फ्लेक्स सीड्स के छोटे दोनों में मौजूद पोटेशियम, मैग्नीशियम और फाइबर ब्लड प्रेशर रेगुलेशन को संतुलित रखने में मदद करते हैं। पिब मेड द्वारा 12 सप्ताह तक 26 हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को एक निश्चित मात्रा में चिया सीड्स के पाउडर दिए गए, इसके बाद सभी लोगों के ब्लड प्रेशर में गिरावट देखने को मिला। वहीं कई स्टडीज के अनुसार फ्लेक्स सीड्स भी ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मदद करती हैं।
पालक में पर्याप्त मात्रा में नाइट्रेट्स मौजूद होते है, साथ ही यह एंटीऑक्सीडेंट, पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत है। यह सभी पोषक तत्व ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मददगार होते हैं। पालक आपके आर्टरी स्टिफनेस को कम करने के साथ ही ब्लड प्रेशर और हार्ट हेल्थ के लिए भी उतना ही फायदेमंद होता है।
पब मेड द्वारा प्रसारित डेटा के अनुसार योगर्ट में मौजूद मिनरल्स जैसे कैल्शियम और पोटैशियम ब्लड प्रेशर को रेगुलेट करने में मदद करते हैं। एक अध्ययन में देखा गया कि जो लोग नियमित रूप से योगर्ट का सेवन करते हैं, उनमे हाई ब्लड प्रेशर की संभावना बहुत कम होती है। साथ ही यह हाइपरटेंशन के रिस्क को भी कम करने में मदद करता है।
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