जॉइंट्स में ग्रीस बनाए रखने में मदद करते हैं ये 5 सुपरफूड्स, नहीं होगा जोड़ों में दर्द और सूजन

सर्दियां उन लोगों के लिए खासी परेशानी भरी हो जाती हैं, जो बाेन और जोड़ों संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। जोड़ों में होने वाला दर्द और सूजन आपकी लाइफ की एक्टिविटी को न रोकें, इसके लिए जरूरी है कुछ फूड्स को अपने आहार में शामिल करना।
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जोड़ों में होने वाला दर्द और सूजन आपकी लाइफ की एक्टिविटी को न रोकें, इसके लिए जरूरी है कुछ फूड्स को अपने आहार में शामिल करना। चित्र : अडॉबीस्टॉक
Published On: 26 Nov 2024, 04:15 pm IST
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बढ़ती उम्र के साथ आपके शरीर में कई बदलाव आते हैं। एजिंग केवल त्वचा में झुरियां आने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों की मजबूती, जोड़ों में ग्रीस और बोन डेंसिटी (bone density) भी कम होने लगती है। ऐसे में चलने-फिरने, उठने-बैठने तक में परेशानी होना शुरू हो जाती है। वहीं आजकल के बदलते वातावरण में बेहद कम उम्र में ही लोग हड्डियों एवं जोड़ों से जुड़ी परेशानी की शिकार हो रहे हैं। खासकर घुटनों के जॉइंट्स में ग्रीस की कमी देखने को मिलती है। इसके साथ ही गठिया जैसी अन्य हड्डियों से जुड़ी कई समस्याएं हैं, जो बेहद आम होती जा रही हैं (foods to increase grease in joints)।

हालांकि, यदि ध्यान दिया जाए तो इस तरह की समस्याओं से बचा जा सकता है। ऐसे कई खास सुपर फूड्स हैं, जो हड्डियों एवं जोड़ों से जुड़ी समस्याओं में आपकी मदद कर सकते हैं (foods to increase grease in joints)। विशेष रूप से यह जॉइंट्स में ग्रीस और बोन डेंसिटी को बनाए रखते हैं, जिससे कि हड्डियों एवं जोड़ों की सेहत को बनाए रखने में मदद मिलती है। अपनी नियमित डाइट में कुछ खास तरह के एंटी इन्फ्लेमेटरी सुपरफूड्स को शामिल करें (foods to increase grease in joints)।

exercise to strengthen joint health
कुछ सुपरफूड जोड़ों को मजबूत और लचीला बनाए रखने में मददगार है। चित्र : अडोबीस्टॉक

यहां जानें जॉइंट में ग्रीस बनाए रखने के लिए कुछ खास तरह के सुपरफूड्स के नाम (foods to increase grease in joints)

1. हल्दी (turmeric)

हल्दी एक पीला मसाला है, जिसे इसके एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित स्टडी की माने तो हल्दी ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले लोगों में सूजन और इसके लक्षणों को कम करने में सहायता करती है। हल्दी का नियमित सेवन सामान्य लोगों में भी जोड़ों के सूजन को कम करने में मदद करता है।

विशेष रूप से ठंड के मौसम में यह जोड़ों के लिए अधिक कारगर साबित हो सकती है। इसलिए अपने नियमित खान-पान में हल्दी को शामिल करें, या हल्दी वाला दूध और हल्दी की चाय जरूर लें।

2. ऑलिव ऑयल (olive oil)

मूंगफली का तेल, वेजिटेबल ऑयल और सूरजमुखी के तेल सूजन के स्तर को बढ़ा सकते हैं। हालांकि, जैतून का तेल यानी कि ऑलिव ऑयल सलाद ड्रेसिंग या खाना पकाने के लिए एक बढ़िया विकल्प है। इसमें हेल्दी फैट मौजूद होते हैं, साथ ही इसमें ओमेगा 3 की एक उचित मात्रा पाई जाती है, जो सूजन को कम करने मदद करते हैं और हड्डियों एवं ज्वाइंट की सेहत को बनाए रखते हैं

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ऑलिव ऑयल का सेवन करने से ब्लड वेसल्स की लाइनिंग एंडोथेलियम के कार्य में सुधार आने लगता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

3. साबुत अनाज (whole grains)

रिफाइंड अनाजों में पाई जानें वाली प्रोटीन की मात्रा शरीर में इन्फ्लेमेटरी प्रतिक्रिया को ट्रिगर कर सकती है। साबुत अनाज इसका मुकाबला करने में मदद करते हैं। सूजन और जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए अनुशंसित अनाज में साबुत जई, राई, जौ और साबुत गेहूं शामिल हैं। इन अनाजों को स्वस्थ तरीकों से अपनी डाइट में शामिल करें, इनसे आपके शरीर में सूजन कम हो जाता है, और आपकी हड्डियां एवं जॉइंट्स लंबे समय तक स्वस्थ रहते हैं।

4. जड़ वाली सब्जियां एवं लहसुन (root vegetable and garlic)

प्याज, लहसुन, हल्दी और अदरक जैसी सुगंधित जड़ वाली सब्जियों में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणवत्ता मौजूद होती है। ये प्रॉपर्टी जोड़ों के दर्द और गठिया के अन्य लक्षणों के इलाज में मदद कर सकती है। रूट वेजिटेबल और लहसुन को भोजन में स्वाद बढ़ाने के साथ साथ जोड़ों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। खासकर सर्दियों में इनका सेवन आपको जोड़ों के दर्द से राहत प्राप्त करने में मदद करता है।

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dark chocolate ke fayade
डार्क चॉकलेट और कोको पाउडर में फ्लेवोनोइड्स, कैफीन और एंटीऑक्सीडेंट होता है। चित्र : शटरस्टॉक

5. डार्क चॉकलेट (dark chocolate)

डार्क चॉकलेट स्वादिष्ट होने के साथ-साथ आपके जोड़ों की सेहत सहित समग्र स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। कोको में एंटीऑक्सीडेंट की गुणवत्ता पाई जाती है, जो शरीर और जॉइंट्स में सूजन को कम करने में आपकी मदद करती है।

हालांकि, डार्क चॉकलेट का सेवन करते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जैसे कि ऐसे डार्क चॉकलेट चुने जिनमें कम से कम 70 से 80% तक कोक मौजूद हो। इसके अलावा व्हाइट चॉकलेट और चीनी की कम से कम मात्रा वाले डार्क चॉकलेट का चयन करें।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी
अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं।

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