डायबिटीज एक ऐसी समस्या है, जिसमें खानपान का खास ख्याल रखने की ज़रूरत होती है। ऐसे में यह देखना बहुत महत्वपूर्ण होता है कि क्या खाना है और क्या नहीं। क्योंकि एक भी गलत खाद्य पदार्थ आपके शुगर लेवल को स्पाइक कर सकता है। ऐसे में जरूरी नहीं है कि कुछ मीठा खाया जाए तभी शुगर लेवल बढ़ता है, बल्कि इसमें कुछ फूड्स खाने से भी उतार-चढ़ाव आ सकता है जो आपके स्वास्थ्य के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। पर अगर आप डायबिटीज कंट्रोल करना चाहती हैं, तो लंच के बाद थोड़े से सूखे मेवे खाना (Dry fruits benefits in diabetes) शुरू करें। आइए जानते हैं इनके फायदे।
डायबिटिक पेशेंट को कई बार कुछ हेल्दी चीज़ें खाने की भी मनाही होती है। ऐसे में यह जानना बहुत ज़रूरी है कि क्या डायबिटीज़ के मरीज ड्राई फ्रूट्स खा सकते हैं। हालांकि, यह बेहद फायदेमंद होते हैं, लेकिन हमें यह पता होना चाहिए कि डायबिटीज में कौन से ड्राई फ्रूट खाए जा सकते हैं और कौन से नहीं।
सूखे मेवे विटामिन, एंटीऑक्सिडेंट, खनिज और फाइबर में अत्यधिक उच्च होते हैं। इसके अलावा, अधिकांश सूखे मेवों में काफी कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। जिसकी वजह से यह डायबिटीज़ के मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
सूखे मेवे फाइबर से भरपूर होते हैं। वे नियमित रूप से भूख को कम करने में सहायता करते हैं। जिसके, परिणामस्वरूप अनहेल्दी भोजन के अधिक सेवन और बिंज इटिंग के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है।
एनसीबीआई के शोध में यह सामने आया है कि दोपहर के भोजन के बाद नट्स खाना शरीर की ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करता है। सूखे मेवे विभिन्न एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन से भरपूर होते हैं। इसलिए, यह शरीर को पोषक तत्व प्रदान करते हैं। जो बेहतर काम करने में सहायता करते हैं।
कई अध्ययनों के अनुसार सूखे मेवे मधुमेह रोगियों के लिए बहुत अच्छे होते हैं। इसके अलावा, नट्स में प्रोटीन और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए कई अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं।
विटामिन ई जैसे विटामिन
मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे खनिज
एंटीऑक्सीडेंट
रेशा
कैरोटीनॉयड
फाइटोस्टेरॉल
फोलेट
तो नट्स मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद हैं? मगर सब नहीं! प्लेन नट्स फायदेमंद हैं लेकिन नमकीन वाले या फ्राइड नहीं।
बादाम मधुमेह रोगियों के लिए कई तरह के फायदे देता है। एक अध्ययन में पाया गया कि 12 सप्ताह तक बादाम को मधुमेह के आहार में शामिल करने से रक्त शर्करा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, यह हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है।
इसमें भरपूर मात्रा में कैलोरी होती है। फिर भी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार अखरोट एलडीएल अनुपात में सुधार करने और मधुमेह रोगियों के रक्त शर्करा के स्तर में काफी सुधार करने में सक्षम है।
किशमिश एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं। इन्हें मधुमेह वाले लोगों के लिए एक सुपरफूड माना जाता है।
काजू एचडीएल: एलडीएल कोलेस्ट्रॉल में सुधार करने में बहुत अच्छा काम करता है और हृदय संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करता है। एक अध्ययन में, यह पाया गया कि काजू मधुमेह रोगियों के शुगर लेवल को सुधारने में मदद करता है।
तो यदि आपको डायबिटीज़ है तो मॉडरेशन में आप इन नट्स का सेवन कर सकती हैं
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