त्योहारों का सीजन है खाने और खिलाने का सीजन, पचाने के लिए इन 3 आयुर्वेदिक उपायों पर करें भरोसा 

त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है। अधिक खाने-पीने से गैस और एसिडिटी की समस्या हो सकती है। इस समस्या के निदान के लिए यहां हैं एक्सपर्ट के बताये 3 आयुर्वेदिक टिप्स।
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आयुर्वेद में गैस और एसिडिटी को दूर करने के लिए कई उपाय बताये गए हैं। चित्र: शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Published: 24 Sep 2022, 09:30 am IST
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शारदीय नवरात्रि यानी दुर्गा पूजा के साथ ही त्योहारों का मौसम शुरू हो जाएगा। फूडीज के लिए इन त्योहारों में सबसे बड़ी समस्या होती है गैस और एसिडिटी की। इन समस्याओं के कारण घर में अक्सर कोई न कोई परेशान रहता है। यदि त्योहार को एंजॉय करना है, तो इन समस्याओं से निपटने की जानकारी पहले से रखनी होगी। इससे त्योहार के दिनों में आप और आपके परिवार की गट हेल्थ दुरूस्त रहेगी। आयुर्वेद गैस और एसिडिटी को पित्त दोष मानता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपच, गैस और एसिडिटी को कंट्रोल करने के लिए इन 3 उपायों (ayurvedic remedies for digestion) पर गौर करें। 

आयुर्वेद में गैस और एसिडिटी की समस्या का निदान बताया गया है। आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. चैताली अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में सिर्फ 3 आयुर्वेदिक उपाय बता रही हैं, जिनसे आपको गैस और एसिडिटी की समस्या से तुरंत राहत मिल सकती है।

पहले जानते हैं गैस और एसिडिटी की समस्या के बारे में क्या कहता है आयुर्वेद

आयुर्वेद में इसे पित्त दोष कहा जाता है। शरीर में पित्त दोष बढ़ने के कारण ही गैस और एसिडिटी की समस्या होती है। इसके कई कारण हो सकते हैं। इसमें खराब खानपान, अधिक तीखे, खट्टे, तेल-मसालेदार भोजन के सेवन से यह समस्या होती है। कई गैस बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ जैसे कि चना, उड़द, मटर, छोले चना, गोभी के सेवन से भी यह समस्या हो सकती है। 

पानी कम पीने, नींद पूरी न होने के कारण भी गैस और एसिडिटी हो सकती है। एसिडिटी को कम करने के लिए बढ़े हुए पित्त को बैलेंस किया जाता है। इससे कब्ज, एसिड रिफ्लक्स आदि से भी छुटकारा मिल जाता है।

तो जानिए कैसे आप इस समस्या को कंट्रोल कर सकती हैं। 

1 भोजन के बाद चबाएं सौंफ और मिस्री

सौंफ में फाइबर, विटामिन सी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम और मैंगनीज मौजूद होता है। इससे केवल मुंह में फ्रेशनेस ही नहीं आती है, बल्कि यह पाचन क्रिया को भी एक्टिव कर देता है। इससे भोजन जल्दी पच जाता है और गैस-एसिडिटी की समस्या से राहत भी मिल जाती है। मिस्री या रॉक शुगर डायजेशन को एक्टिव कर देता है।

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सौंफ और मिश्री को एक साथ खाने से गैस और एसिडिटी की समस्या दूर हो जाती है। चित्र: शटरस्टॉक

भोजन करने के बाद 1 टी स्पून सौंफ और हाफ टी स्पून मिस्री के सेवन से एसिडिटी और गैस में राहत मिल जाती है। यदि डायबिटीज है, तो मिस्री न लें।

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2 कॉरिएंडर टी है लाभदायक

धनिया में बीटा केरोटिन, विटामिन ए, फॉलिक एसिड और विटामिन सी मौजूद होता है। यह हेल्दी डाइजेशन को बढ़ाता है। यदि गैस के कारण पेट में दर्द हो रहा है, तो यह तुरंत राहत पहुंचाता है।

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धनिया की चाय पीने से एसिडिटी में फायदा मिलता है। चित्र: शटरस्टॉक

लो फ्लेम पर 1 टीस्पून धनिया को 1 कप पानी के साथ पांच मिनट तक उबालें। इस चाय को पीने से तुरंत गैस और एसिडिटी में राहत मिलती है।

भिगोई हुई काली किशमिश खाएं

काली किशमिश में पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन, विटामिन सी जैसे पोषक तत्व होते हैं। यह बॉडी में मिनरल्स के एब्जॉर्बशन को बढ़ा देता है और पाचन की सभी समस्याओं को दूर कर देता है।

इसके लिए काली किशमिश को रात भर पानी में भिगो कर रख दें।

सुबह खाली पेट 10-12 दानों को खाने से गैस और एसिडिटी में राहत मिलती है।

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स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।...और पढ़ें

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