मुंह की दुर्गंध से परेशान हैं? तो डेंटिस्‍ट बता रहे हैं इससे छुटकारा पाने के 8 आसान तरीके

क्या मुंह से बदबू आने के कारण आपको शर्मिंदा होना पड़ता है? चिंता छोड़िये और इन आसान टिप्स की मदद से सांसों की दुर्गंध से छुटकारा पाइए।
Aapko muh ke badbu se bachata hai
Dr Karishma Jaradi Updated: 10 Dec 2020, 12:45 pm IST
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मुंह की दुर्गंध, जिसे हलीटोसिस कहते हैं, रोजाना ब्रश करने के बावजूद भी हो सकती है। मुंह की दुर्गंध अक्सर शर्मदगी का कारण बन सकती है, लेकिन इस स्थिति से बचने के कई उपाय हैं।
सांस की बदबू के कई कारण हो सकते हैं- मसूड़ों की समस्या, दांतो में सड़न, मुंह की सफाई में लापरवाही या जीभ साफ न होना कुछ मुख्य कारण हैं। हमारे मुंह में सैंकड़ों माइक्रोब्स रहते हैं चाहे यह जीभ पर हो, दांतों के बीच में, मसूड़ों में या दांतों और मसूड़ों के बीच की जगह में।

इसके अलावा भी सांस में दुर्गंध होने के कई कारण हो सकते हैं। कुपोषण, डायबिटीज और मुंह सूखा होना कुछ ऐसे कारण हैं।

इसके अतिरिक्त गले का इंफेक्शन, साइनस, पेट में अल्सर, अपच या लैक्टोस इनटॉलरेंस मुंह की बदबू का कारण हो सकते हैं। अब जब आप जान चुकी हैं कि सांसों से बदबू आने के अनेक कारण हैं, तो अब हम आपको बताते हैं कि इससे छुटकारा कैसे पाएं।

1. ब्रश अच्छे से करें, यह सबसे जरूरी है

मुंह की सफाई पर ध्यान देना सबसे ज्यादा जरूरी है। अगर आपको लगता है कि सुबह ब्रश कर लेना काफी है तो ऐसा नहीं है। दांतो पर बैक्टीरिया पनपने से रोकने के लिए कम से कम दिन में दो बार ब्रश करें। ब्रश करने के दौरान दांत का कोई भी हिस्सा न छोड़ें, चाहे दांतो की अंदरूनी सरफेस हो या मसूड़ों और दांतों के बीच का हिस्सा। जीभ भी अच्छी तरह जरूर साफ करें।

आप हैरान हो सकते हैं कि ज्‍यादातर लोग ठीक से ब्रश नहीं करतेे। चित्र: शटरस्‍टॉक

2. फ्लॉसिंग करना भी है जरूरी

मुंह की सफाई का महत्वपूर्ण हिस्सा फ्लॉसिंग भी है। कायदे से रोजाना ब्रश करने के साथ ही आपको फ्लॉस भी करना चाहिए। फ्लॉस से दांतों के बीच सफाई होती है, जहां ब्रश नहीं पहुंच पाता है। दिन में एक बार फ्लॉस जरूर करें।

3. जीभ की सफाई करें

जीभ की सफाई ना होने पर उस पर परत जमा होने लगती है जिस पर बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं। यह बैक्टीरिया जीभ के रास्ते पेट तक जाकर पाचनतंत्र में भी समस्या पैदा करते हैं। ऐसे में जीभ की सफाई बहुत जरूरी होती है। दिन में दो बार अपनी जीभ को ब्रश या स्क्रेपर से साफ जरूर करें।

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4. लार बनने से दुर्गंध नहीं आती

आपकी लार मुंह की दुर्गंध को दूर कर सकती है। यह मुंह को सूखने नहीं देती, जो कि सांसों की बदबू का सबसे बड़ा कारण है। बोलते वक्त हमारे मुंह में लार का फ्लो बना रहता। इसी तरह च्युइंग गम चबाते वक्त भी लार बनती है, जिससे बदबू नहीं आती। अगर आपको यह समस्या अक्सर रहती है तो शुगर फ्री च्युइंग गम चबाएं।

माउथवॉश मुंह की दुर्गंध से छुटकारा दिला सकता है। चित्र: शटरस्‍टॉक

5. स्वस्थ खानपान

आप क्या खाती है यह भी आपकी ओरल हाइजीन को प्रभावित करता है। आप जो भी खाते हैं वह अंततः आपके खून में अब्सॉर्ब होता है और जब आप बोलते हैं, तो आपकी सांसों के माध्यम से बाहर निकलता है। लहसुन और प्याज सबसे प्रमुख फूड हैं जो हमारी सांस को बदबूदार बनाते हैं।
ताजी सब्जियां जैसे गाजर, सेलेरी और पार्सले मुंह को फ्रेश रखने में मदद करती हैं। जिन सब्जियों में पानी की मात्रा ज्यादा होती है वह आपके मुंह के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। साथ ही यह ताजी सब्जियां आपके मुंह में लार को बढ़ाती हैं और बदबू वाले बैक्टीरिया को खत्म करती हैं।

6. स्मोकिंग न करें

स्मोकिंग आपके स्वास्थ्य के लिए हर तरह से नुकसानदेह है। आपके मुंह के स्वास्थ्य के लिए भी सिगरेट बहुत खतरनाक है। सिगरेट में मौजूद तम्बाकू मुंह को सुखाता है और इससे एक दुर्गंध आती है जो ब्रश करने पर भी नहीं जाती।

स्‍मोकिंग मुंह की दुर्गंध का कारण हो सकती है। चित्र: शटरस्‍टॉक

7. पर्याप्त पानी पिएं

अब हर बार खाने के बाद ब्रश करना सम्भव नहीं है। लेकिन खाना खाने के बाद मुंह में खाने के कण रह जाते हैं जिसमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं और बदबू का कारण बनते हैं। ऐसे में पानी सबसे अच्छा उपाय है। पानी पीने से यह खाने के कण दांतो के बीच से बाहर निकल जाते हैं।
पानी की जगह कोल्डड्रिंक या अन्य पेय पदार्थों का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इनमें चीनी होती है जो बदबू को बढ़ावा देगी। पानी पीने से आपकी सांस की दुर्गंध कम होगी।

8. आप क्या चबा रहे हैं, यह भी मायने रखता है

जैसा कि हमने बताया कि लार बनने से बदबू खत्म होती है और च्युइंग गम इसमें सहायक है। लेकिन ऐसे में अगर आप फ्लेवर्ड च्युइंग गम खाएंगी तो उसमें मौजूद चीनी भी आपके शरीर मे पहुंचेगी। इसलिए शुगर फ्री च्युइंग गम का इस्तेमाल करें। इससे आपका मुंह नैचुरली अच्छा महकेगा। जिन च्युइंग गम में 100 प्रतिशत जाइलीटोल होता है वह मसूड़ों की समस्या को भी कम करने में कारगर होती हैं।

इस सब के अतिरिक्त यह जरूरी है कि आप अपने डेंटिस्ट से नियमित रूप से मिलते रहें।

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लेखक के बारे में

Dr Karishma Jaradi, Head Dental Surgeon and an Implantologist, is in charge of the maintenance of the strict standards of care and professionalism at Dentzz Dental. She is synonymous with Aesthetic Dentistry in India. After practising dentistry for several years, she has outstanding skills & knowledge. Her practical skills and passion for excellence give her patients the kind of results they expect. ...और पढ़ें

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