डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, जिसकी वजह से तमाम अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यदि आपको डायबिटीज नहीं है, तो शुरुआत से ही ब्लड शुगर मैनेजमेंट पर ध्यान दें। वहीं यदि आप डायबिटीज के घेरे में आ चुकी हैं, तब आपको ब्लज शुगर मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है (Anti diabetic superfoods)। अनियंत्रित डायबिटीज (diabetes) किडनी, लीवर, त्वचा आदि को प्रभावित कर सकते हैं।
डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर रेगुलेशन में आयुर्वेद आपकी मदद कर सकता है। कई ऐसे आयुर्वेदिक सुपरफूड हैं, जो डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर लेवल को नियमित रहने में मदद करते हैं। वहीं इन्हें डायबिटीज हीलर के नाम से भी जाना जाता है। आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉक्टर चैताली राठौर ने डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर लेवल को नियमित रखने के लिए कुछ खास तरह के सुपरफूड्स के नाम सुझाए हैं। तो चलिए जानते हैं, ये डायबिटिक हीलर किस किस तरह काम करते हैं (Anti diabetic superfood) ।
ताज़ी हल्दी या हल्दी पाउडर में रक्त शर्करा को नियंत्रित करने के अद्भुत लाभ होते हैं। हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट की गुणवत्ता पाई जाती है, साथ ही इसमें करक्यूमिन नामक एक एक्टिव कंपाउंड मौजूद होता है, जो शरीर में शुगर की मात्रा को नियंत्रित रखने में आपकी मदद करते हैं। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। इसे मसाले या कच्छी हल्दी को अचार के रूप में अपनी डाइट में शामिल करें।
पनीर के फूल को संस्कृत में ऋष्यगंधा कहा जाता है, यह अग्नाशयी बी कोशिकाओं से इंसुलिन के स्राव को बढ़ावा देते हैं और रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही इसमें फाइबर सहित अन्य पोषक तत्वों की गुणवत्ता पाई जाती है, जो अचानक से होने वाले ब्लड शुगर स्पाइक को रोकते हैं। रात भर पनीर फूल को पानी में भिगो कर छोड़ दें, सुबह पनीर फूल खाएं या इसका पानी पिएं।
रागी एक बेहद खास अनाज है, जिसमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की गुणवत्ता पाई जाती है। विशेष रूप से यह फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है, जो ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन रखने के लिए बेहद जरूरी होते हैं। इसके अलावा रागी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी बेहद कम होता है, जो इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए एक सुरक्षित विकल्प बनाते हैं। इसके अलावा यह अचानक से होने वाले ब्लड शुगर स्पाइक को रोकता है। साथ ही इसमें आयरन और कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है, जो इसे अन्य रूपों में भी सेहत के लिए फायदेमंद बनाती हैं।
नीम का स्वाद जितना कसैला और कड़वा होता है, यह सेहत के लिए उतना ही फायदेमंद होता है। डायबिटीज में कसैले खाद्य पदार्थ बेहद प्रभावी रूप से कार्य करते हैं, और ब्लड शुगर रेगुलेशन में आपकी मदद करते हैं। नीम में मौजूद अन्य पोषक तत्व सहित इसकी प्रॉपर्टीज डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर स्पाइक को रोकती है। डायबिटीज के मरीज नीम के जूस को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, साथ ही नीम का पानी भी इनकी गुणवत्ता का लाभ उठाने का एक अच्छा विकल्प है।
डायबिटीज के मरीजों में आंवले का सेवन बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। आंवले में मौजूद विटामिन सी सहित अन्य पोषक तत्वों की गुणवत्ता डायबिटीज के मरीजों में अचानक से ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकते हैं। आप अपनी नियमित डाइट में आंवला का जूस, इसका पाउडर और कच्चा आंवला भी खा सकती हैं।
लौकी की एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए एक बेहतरीन खाद्य विकल्प बनाती हैं। यह एक बेहद पौष्टिक सब्जी है, जिसे सभी लोग अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। विशेष रूप से यह डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद कारगर साबित हो सकता है। लौकी में मौजूद फाइबर की गुणवत्ता ब्लड शुगर लेवल को नियमित रहने में मदद करती है। जिससे कि डायबिटीज के मरीजों को अधिक परेशानी नहीं होती, और उन्हें एक समान जीवन जीने में मदद मिलती है।
आयुर्वेद में धनिया को सालों से इसकी मेडिसिनल प्रॉपर्टीज विशेष रूप से ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। धनिया में रक्त शर्करा को नियंत्रित करने की शक्ति होती है। अपने व्यंजनों में इसे शामिल करें, और दिन में एक बार धनिया का पानी जरूर पिएं, इससे आपके शरीर को सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
आप इस पौधे को उपयोग के लिए अपने घर में भी उगा सकती हैं। इसमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की गुणवत्ता पाई जाती है, जो सेहत के लिए तमाम रूपों में फायदेमंद साबित हो सकता है। विशेष रूप से यह डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करता है, और उन्हें अचानक से बढ़ने या घटने से रोकता है। गुडुची की स्टिक को पानी में डालकर उबालें पानी को पीना है।
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