साइनोसाइटिस की समस्या तब होती है जब साइनस की टिशु लाइनिंग में सूजन आ जाती है। इसका कारण अलग अलग प्रकार के इंफेक्शन फैलाने वाले बैक्टीरिया, वायरस और फंगस हो सकते हैं। साइनस हमारे स्कल में फोरहेड, नसल बोन, गाल और आंखों के पास मौजूद होता है। साइनोसाइटिस की स्थिति में इन जगहों पर म्यूकस जम जाता है, जिसके कारण हवा आसानी से पास नहीं हो पाती। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन द्वारा प्रकाशित एक डेटा के अनुसार साइनोसाइटिस की स्थिति में लोग सिरदर्द, नाक के रास्ते में ब्लॉकेज, गले की खराश, थकान और कफ का अनुभव करते हैं।
यह समस्या किसी को भी हो सकती है। हालांकि, ऐसे में बच्चे ज्यादा विचलित हो जाते हैं। वहीं समय के साथ यह समस्या बढ़ सकती है। ऐसे में यह जरूरी है कि इसके प्रति समय रहते ध्यान देना शुरू कर दिया जाए। इसमें हम आपकी मदद कर सकते हैं। आज हम जानेंगे ऐसे ही कुछ प्रभावी घरेलू उपचार (home remedies for sinus) जो इस स्थिति से निपटने में आपकी मदद करेगा।
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पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर हाइड्रेटेड और ह्यूमिडिफाई रहता है। ऐसे में म्यूकस पतला और साइनस लुब्रिकेट हो जाता है। वहीं हर्बल टी, काढ़ा, इत्यादि जैसे हेल्दी पदार्थों को पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है और ये साइनस की समस्या में फायदेमंद होते हैं।
स्टीम म्यूकस को पतला कर देता है और इसे बाहर निकालता है। जिस वजह से कंजेशन से राहत मिलती है। ऐसे में साइनस के दर्द से आराम पाने के लिए एक बाउल में गर्म पानी लें और तौलिए से मुंह ढक कर खुद को स्टीम ट्रीटमेंट दें। आप भाप लेते वक्त पानी में मेंथॉल, कपूर, पुदीने का तेल और अन्य एसेंशियल ऑयल को मिला सकती हैं।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा की गई एक पुरानी स्टडी में देखा गया कि चिकन सूप का सेवन साइनस की स्थिति में कंजेशन और ठंड के कारण होने वाले इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद करता है।
वार्म और कोल्ड कंप्रेस की मदद से साइनस को ठीक किया जा सकता है। सबसे पहले गर्म पोटली से अपने नाक, गाल और फोरहेड की सिकाई करें। फिर 30 सेकंड बाद गर्म पोटली को ठंडी पोटली से बदल दें और ठीक उसी तरह सिकाई करें। ऐसा कम से कम 2 से 3 बार दोहराएं। उचित परिणाम के लिए दिन में तीन से चार बार सिकाई करना जरूरी है।
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फल और सब्जियों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स (quercetin) मौजूद होते हैं। वहीं यह एंटीऑक्सीडेंट आमतौर पर प्याज, सेव, ग्रीन टी और रेड वाइन में पाया जाता है। ऐसे में इन खाद्य पदार्थों का सेवन शरीर में हिस्टामाइन रिलीज करने वाले सेल को स्थिर रखते हैं। हिस्टामाइन एक प्रकार का केमिकल है, जो साइनस के दौरान म्यूकस को बाहर निकालने में मदद करता है।
डेयरी प्रोडक्ट में मौजूद प्रोटीन एनर्जी को ट्रिगर कर देता है। जिसके कारण म्यूकस प्रोडक्शन बढ़ जाता है। ऐसे में दूध, दही जैसे डेयरी प्रोडक्ट की जगह काजू, बादाम, हेम्प और ओट्स मिल्क का सेवन करें।
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कस्टमाइज़ करेंसोते वक्त अपने सिर को ऊपर की ओर रखें। ऐसे में यह साइनस ब्लॉकेज को क्लियर करता है। इसके लिए आप अपने सिर के नीचे एक से ज्यादा तकिया लगाकर सिर को ऊपर उठा सकती हैं।
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