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भारत में लगातार बढ़ रहे हैं कैंसर के मामले, एक्सपर्ट बता रहे हैं इसका जोखिम कम करने के 7 उपाय

कैंसर कितनी बड़ी बीमारी है ये। ये हम सब जानते हैं लेकिन छोटी आदतों (how to reduce cancer risk) को अपना कर भी हम इससे निजात पा सकते हैं या ये कहें कि इससे बच सकते हैं। कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन्हें अगर हम अपनी डाइट से हटा लें, तो कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
Updated On: 18 Feb 2025, 06:06 pm IST

अंदर क्या है

  • क्यों बढ़ रहा है भारत में कैंसर 
  • कैसे करें कैंसर के खतरे से बचाव 
  • आदतें जिन्हें छोड़ कर टलेगा कैंसर 

कैंसर कितनी बड़ी बीमारी है ये। ये हम सब जानते हैं लेकिन छोटी आदतों को अपना कर भी हम इससे निजात पा सकते हैं या ये कहें कि इससे बच सकते हैं। कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन्हें अगर हम अपनी डाइट से हटा लें, तो कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर (how to reduce cancer risk) सकते हैं। आज हम ऐसी ही 7 आदतो के बारे में जानने वाले हैं जिन्हें छोड़ कर हम कैंसर के खतरों से दूर हो सकते हैं।

क्या है भारत में कैंसर की स्थिति

पबमेड सेंट्रल नाम की एक संस्था की एक रिपोर्ट कहती है कि 2022 में भारत में कैंसर के लगभग 14,61,427 मामले सामने आए थे, यानी हर 100,000 लोगों में से 100.4 को यह बीमारी हुई। इतना ही नहीं, भारत में हर नौवां व्यक्ति अपनी जिंदगी में कभी न कभी कैंसर का शिकार हो सकता है। सबसे ज्यादा मामलों में लंग कैंसर (फेफड़ों का कैंसर) पुरुषों में और ब्रेस्ट कैंसर (स्तन कैंसर) महिलाओं में देखने को मिल रहे हैं। बच्चों में कैंसर के जो मामले होते हैं, उसमें लिंफॉइड ल्यूकीमिया (खून का कैंसर) सबसे आम है – लड़कों में यह 29.2% और लड़कियों में 24.2% है। खास बात यह है कि 2020 से 2025 तक कैंसर के मामलों में 12.8% तक का इजाफा होने का अनुमान है।

7 आदतें जो करेंगी कैंसर से दूर

1. प्रोसेस्ड मीट से बचें (Avoid Processed Meat)

एंड्रोमेडा कैंसर हॉस्पिटल सोनीपत में सीनियर कंसलटेंट डॉ. रमन नारंग के अनुसार प्रोसेस्ड मीट जैसे सॉसेज, हैम, बेकन, हॉट डॉग्स, सलामी और अन्य मीट्स जो पैक किए गए होते हैं, उनमें नाइट्रेट्स और नाइट्राइट्स जैसे केमिकल्सहोते हैं।

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प्रोसेस्ड मीट से बढ़ जाता है कैंसर का खतरा। चित्र – शटरस्टॉक

ये केमिकल्सकैंसर को बढ़ावा देने वाले होते हैं, खासकर कोलन और पेट के कैंसर के लिए। प्रोसेस्ड मीट का अधिक सेवन करने से कैंसर का खतरा (how to reduce cancer risk) बढ़ सकता है। इसलिए, अगर आप इन चीजों को खाते हैं, तो अब से कम से कम करें और फ्रेश मीट या शाकाहारी विकल्प चुनें।

2. कम करें चीनी का सेवन (Reduce Sugar consumption)

हमारे शरीर को रोज़ाना कुछ मात्रा में चीनी की जरूरत होती है, लेकिन जब हम ज्यादा शुगर खाते हैं, तो यह हमारे शरीर के इन्शुलिन लेवल को बढ़ा सकता है। अधिक शुगर का सेवन, खासकर प्रोसेस्ड फूड्स और सॉफ्ट ड्रिंक्स से, कैंसर की संभावना (how to reduce cancer risk) को बढ़ा सकता है।

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चीनी खाने से भी बढ़ सकता है कैंसर का खतरा। चित्र – एडोबीस्टॉक

शुगर से शरीर में इंफ्लेमेशन (सूजन) बढ़ता है, जो कि कैंसर सेल्स को बढ़ावा दे सकता है। इसलिए, मीठा कम खाएं और कोशिश करें कि प्रोसेस्ड शुगर की जगह प्राकृतिक शर्करा जैसे फल और शहद का इस्तेमाल करें।

3. कम करें फ्राइड फूड्स (Reduce Fried Foods)

फ्राइड फूड्स में ट्रांस फैट्स और हाइड्रोजेनेटेड तेल होते हैं, जो कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। जब हम कोई चीज़ फ्राई करते हैं, तो उसमें एक रासायनिक प्रक्रिया होती है, जिससे एक्रिलामाइड नामक तत्व बनता है, जो एक संभावित कैंसरजन (cancer-causing substance) माना जाता है। आलू के चिप्स, फ्रेंच फ्राइज, और अन्य तली हुई चीजें न सिर्फ शरीर के लिए खराब होती हैं, बल्कि ये कैंसर के रिस्क को भी बढ़ा सकती हैं। बेहतर है कि इनसे परहेज (how to reduce cancer risk) किया जाए या फिर इन्हें कम से कम खाया जाए।

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4. ठीक तरह से करें आलू का सेवन (how to reduce cancer risk)

आलू एक बहुत ही अच्छा और हेल्दी फूड है लेकिन जब इसे गलत तरीके से बनाया जाता है या तला जाता है, तो उसमें एक्रिलामाइड जैसा केमिकल्सबन सकता है, जो कैंसर के लिए हानिकारक हो सकता है। अगर आप आलू खाते हैं, तो इसे उबालकर (how to reduce cancer risk) या भूनकर खाएं, ना कि फ्राई करके। अगर आलू हरे या स्प्राउटेड हो, तो उन्हें बिल्कुल भी न खाएं, क्योंकि उनमें भी एक्रिलामाइड की मात्रा ज्यादा होती है।

5. आर्टिफिशियल स्वीटनर्स को कहें न (No to Artificial Sweeteners)

हम सब जानते हैं कि चीनी से दूर रहने के लिए लोग आर्टिफिशियल स्वीटनर्स का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इनमें मौजूद कुछ केमिकल्सकैंसर के लिए हानिकारक हो सकते हैं। खासकर ऐसे स्वीटनर्स जैसे ऐस्पार्टेम (Aspartame) को लेकर कुछ रिसर्च यह दिखाती है कि यह लंबे समय में कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।

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आर्टिफ़िशियल स्वीटनर्स कैंसर के खतरे को बढ़ा कसते हैं। चित्र – अडोबीस्टॉक

यही कारण है कि आर्टिफिशियल स्वीटनर्स से दूर रहना और प्राकृतिक स्वीटनर्स का चुनाव करना बेहतर (how to reduce cancer risk) होता है, जैसे स्टेविया या शहद।

6. ज्यादा नमक वाले खाने से बचें (Reduce salty processed food)

नमक, खासकर प्रोसेस्ड फूड्स जैसे चिप्स, पैक्ड सूप, और सॉस में बहुत ज्यादा होता है। अत्यधिक नमक खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, और यह पेट के कैंसर का एक बड़ा कारण बन सकता है। प्रोसेस्ड मीट में भी बहुत अधिक नमक होता है, जो कैंसर के जोखिम (how to reduce cancer risk) को बढ़ा सकता है। कोशिश करें कि घर में खाने में नमक कम से कम डालें और प्रोसेस्ड फूड्स से परहेज करें।

7. डायट्री फैट्स से बचें (Avoid Dietary Fats)

हमारे शरीर को कुछ मात्रा में फैट की जरूरत होती है, लेकिन फैट्स जैसे ट्रांस फैट्स और सैचुरेटेड फैट्स कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं। ऐसे फैट्स खासकर जंक फूड्स, बेक्ड गुड्स और प्रोसेस्ड फूड्स में पाए जाते हैं। ये फैट्स शरीर में सूजन (inflammation) को बढ़ाते हैं, जिससे कैंसर सेल्स की वृद्धि हो सकती है। इसलिए, हेल्दी फैट्स (how to reduce cancer risk) का सेवन करें, जैसे कि ओमेगा-3 फैटी एसिड्स जो मछली, अलसी, और अखरोट में होते हैं।

लाइफस्टाइल में इन चीजों का रखें ध्यान (how to reduce cancer risk)

1. ताजे फल और सब्जियों को डाइट में बढ़ाएं।
2. हेल्दी फैट्स खाने में जरूर लें।
3. ज्यादा मीठा खाने से बचें।
4. नियमित व्यायाम करें और मानसिक तनाव को कम करने के उपाय अपनाएं जिसमें योग और मेडिटेशन शामिल है।

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लेखक के बारे में
राेहित त्रिपाठी
राेहित त्रिपाठी

गोरखपुर यूनिवर्सिटी से स्नातक और लिखने-पढ़ने की आदत। रेख्ता, पॉकेट एफएम, राजस्थान पत्रिका और आज तक के बाद अब हेल्थ शॉट्स के लिए हेल्थ, फिटनेस, भारतीय चिकित्सा विज्ञान और मनोविज्ञान पर रिसर्च बेस्ड लेखन।

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