पुरुषों के मुकाबले महिलाएं दिन में कई बार ऐसा महसूस कर सकती हैं कि अब उनमें ऊर्जा नहीं बची। आप भी करती होंगी। घर से लेकर दफ्तर तक के काम और तमाम कारण (Low energy causes) ऐसे हो सकते हैं जिनकी वजह से उन्हें इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। लेकिन इसके कुछ मेडिकल रीजन्स भी हैं जिनकी वजह से महिलाओं में लो एनर्जी की समस्या पुरुषों से ज्यादा कॉमन है। हम आज उन कारणों पर ही बात करने वाले हैं और साथ ही आपको ये भी बताएंगे कि बार बार शारीरिक ऊर्जा में इस कमी की समस्या से कैसे निपटा जा सकता है।
न्यूबेला सेंटर फॉर ह्यूमन हेल्थ, नई दिल्ली की डायरेक्टर डॉक्टर गीता श्रॉफ के अनुसार महिलाओं के शरीर में हार्मोनल असंतुलन एक बड़ा कारण (Low energy causes) हो सकता है, जो उनकी एनर्जी को प्रभावित करता है। पीरियड्स, प्रेगनेंसी और मेनोपॉज के दौरान सबसे ज्यादा हार्मोनल बदलाव होते हैं। इससे उनके शरीर में थकान और एनर्जी की कमी कॉमन है। इस दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन के लेवल में बदलाव से मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन, और शरीर में आलस्य जैसी समस्याएं होती हैं। इसलिए महिलाओं को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होती है।
1. स्वस्थ आहार- एनरजेटिक महसूस करने के लिए शरीर को सही पोषण देना बहुत जरूरी है। अपने आहार में फल, सब्जियां, प्रोटीन और साबुत अनाज शामिल करें। आयरन, कैल्शियम और विटामिन B12 जैसे मिनरल्स आपको हार्मोनल इमबैलेन्स (Low energy causes) से निपटने में मदद करेंगे और आप लो एनर्जी जैसी समस्याओं से दूर रहेंगी।
2. व्यायाम- नियमित रूप से हल्का व्यायाम जैसे योग, वॉकिंग, या साइकिलिंग करें। इससे शरीर का हार्मोनल बैलेंस बेहतर रहता है और एनर्जी लेवल भी बढ़ता है।
डॉक्टर गीता कहती हैं कि नींद का सीधा संबंध हमारी ऊर्जा से है। महिलाओं को आमतौर पर अपनी ज़िंदगी की मुश्किलों के कारण कम नींद मिलती है, चाहे वो घर के काम हों, कामकाजी ज़िम्मेदारियां हों या परिवार की देखभाल हो।
नींद की कमी से थकान और लो एनर्जी का अहसास (Low energy causes) बढ़ सकता है। इसलिए इससे बचने के उपाय करने बहुत जरूरी हैं ।
1. स्मार्ट स्लीप शेड्यूल- हर रोज़ एक ही समय पर सोने और जागने की आदत डालें। इससे शरीर को एक सामान्य रूटीन मिल जाएगा और आप अच्छी नींद पा सकेंगी।
2. स्क्रीन लाइट से बचें- सोने से पहले स्मार्टफोन, लैपटॉप, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूरी बनाएं, क्योंकि इनकी रोशनी नींद में खलल डालती है और आपको नींद आने में समस्या हो सकती है।
3. वातावरण- सोने के कमरे को शांत और आरामदायक रखें। हल्के गर्म पानी से नहाने से भी नींद अच्छी आती है।
अच्छे पोषण का शरीर और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर होता है। अगर शरीर को सही मात्रा में विटामिन, मिनरल्स और प्रोटीन नहीं मिलते, तो एनर्जी की कमी (Low energy causes) हो सकती है।
खासकर महिलाओं में आयरन की कमी (एनीमिया) देखी जाती है। ऐसा प्रेगनेंसी या पीरियड्स की वजह से भी होता है। ये भी थकान और कमजोरी का कारण बनता है। इसी वजह से महिलाएं लो एनर्जी जैसी समस्याएं झेलती हैं।
1. संतुलित आहार- फल, सब्ज़ियां, दाल, और साबुत अनाज अपने खाने में शामिल करें। ये सभी खाद्य पदार्थ शरीर को सही मिनरल्स देने में मदद करते हैं और आपको कमजोरी से बचाते हैं।
2. आयरन – आयरन की कमी से बचने के लिए पालक, खजूर, दाल, और सीरीयल जैसी चीजों की मात्रा अपने खाने में बढ़ाएं।
3. विटामिन B12 और D- ये विटामिन शरीर के एनर्जी लेवल को बढ़ाते हैं, इसलिए दूध, अंडे, मांस और फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों का सेवन करें ताकि इन विटामिन्स का लेवल आपके शरीर मे मेंटेन रहे।
डॉक्टर गीता श्रॉफ कहती हैं कि महिलाओं के पास एक साथ कई जिम्मेदारियाँ हैं । पारिवारिक जिम्मेदारियां, करियर की चिंता, और सामाजिक दबाव मानसिक तनाव का कारण (Low energy causes) अक्सर बनते हैं। तनाव से शरीर में स्ट्रेस हार्मोन्स तो बनते ही हैं। लेकिन इसके साथ ही कॉर्टिसॉल जैसे हार्मोन्स का भी स्तर बढ़ता है जो थकान और ऊर्जा की कमी का कारण है। ऐसे में इनसे दूर रहना ही उपाय है।
1. मेडिटेशन और योग – अपनी मानसिक शांति के लिए ध्यान और योग को अपने डेली रूटीन में शामिल करें। ये आपकी मानसिक सेहतको बेहतर बनाते ही हैं और इसके साथ आपके शरीर को भी आराम मिलता है।
2. ब्रेक लें- काम के दौरान छोटे छोटे ब्रेक भी बहुत कारगर हो सकते हैं। लगातार काम करने से मानसिक और शारीरिक थकान हो सकती है इसलिए हमेशा काम से छोटा ब्रेक लेते रहें। यह आपके दिमाग को तरो-ताजा करेगा और आप तनाव से दूर रहेंगे।
हम आमतौर पर ये मानते हैं कि मेहनत के काम हमें ज्यादा थकाते हैं। यह ठीक बात है। लेकिन बिल्कुल ही फिजिकल एक्टिविटीज से दूरी बना कर रखना, आपके शरीर के फैट को एनर्जी में तब्दील नहीं करता। इससे मोटापा बढ़ेगा लेकिन आपके शरीर में एनर्जी का लेवल कम होता जाएगा और आप किसी भी काम को करते वक्त थका हुआ महसूस करेंगे।
व्यायाम (Low energy causes) हमारे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है। इसकी मदद से हमारे शरीर के हर हिस्से तक मिनरल्स और ऑक्सीजन खून के जरिए आसानी से पहुँच पाते हैं। व्यायाम की कमी एक बड़ा कारण (Low energy causes) है कि महिलाएं ऊर्जा की कमी महसूस करती हैं।
1. व्यायाम करें- हर दिन कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करें। इसमें एरोबिक व्यायाम, योग, या हल्की स्ट्रेचिंग , आप कुछ भी कर सकती है। व्यायाम से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा और आपको एनर्जी की कमी महसूस नहीं होगी।
2. घर में एक्टिव रहें- अगर आप जिम नहीं जा सकतीं, तो घर पर ही योगा या डांस करें। घर के कामों को भी एक्टिविटी के तौर पर करें। ये आपको फिट रखने में मदद करेगा और आप के ब्लड सर्कुलेशन को भी ठीक रखेगा।
3. ज्यादा देर बैठे न रहें – अगर आप ऑफिस या घर में लंबे समय तक बैठी रहती हैं, तो हर घंटे में कुछ मिनट खड़े होकर स्ट्रेच करें या टहले।
ध्यान रखिए कि ऊपर बताए गए कारण (Low energy causes) , जरूरी नहीं हैं कि हमेशा सही हों। वह आपके स्वस्थ रहने के तरीकों में शामिल हैं। कई बार ऊर्जा की कमी महसूस होने का कारण (Low energy causes) कोई बड़ी बीमारी भी हो सकती है।
आम तौर पर महिलाओं में ये थाइरॉइड प्रॉब्लम, डायबिटीज या हाई ब्लडप्रेशर का संकेत होती हैं। ऐसे में अगर थकान या ऊर्जा की कमी जैसी समस्याएं बार बार हों तो उसके उपाय जरूर करें।
1. डॉक्टर से सलाह – अगर आप लगातार थकान महसूस कर रही हैं और ऊपर के उपाय आजमाने से भी सुधार नहीं हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
2. साल में एक बार टेस्ट – स्वस्थ रहने का ये सबसे अच्छा तरीका है कि आप साल में एक बार अपने सारे टेस्ट जरूर कराएं। इससे आपको अपने हेल्थ के बारे में तो पता ही लगेगा लेकिन इसके साथ ही अगर आपको कोई गंभीर बीमारी है तो आप उसे भी समय रहते जान सकेंगे और आपको इलाज मिल जाएगा।
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