कोरोना वायरस के बाद वर्क फ्रॉम होम के ट्रेंड ने सभी को बेहद आलसी बना दिया है। घर पर लंबे समय तक बैठकर स्क्रीन पर काम करना बॉडी के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। वहीं कई लोग काम नहीं करते हुए भी बैठकर लगातार वीडियो गेम खेलते रहते हैं, या टीवी देखते रहते हैं। ऐसा करना भी बॉडी के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। यह मांसपेशियों के साथ-साथ हड्डियों की सेहत के लिए भी बेहद नुकसानदेह होता है (Long sitting side effects)।
इस परेशानी पर गौर करते हुए हेल्थ शॉट्स ने लंबे समय तक बैठने के नुकसान को समझने के लिए वेदीक्योर हेल्थ केयर और वैलनेस की सीईओ और क्लीनिकल एंडॉक्रिनलॉजिस्ट डॉक्टर समुद्रिका पाटिल से बात की। तो चलिए जानते हैं, इसपर क्या कहती हैं एक्सपर्ट।
क्या आप लंबे समय तक बैठकर टीवी देखती रहती हैं? या पूरे दिन अपने लैपटॉप के सामने बैठ कर काम करती रहती हैं? तो आपको वेट गेन का सामना करना पड़ सकता है। लंबे समय तक बैठे रहने से शरीर स्थिर रहता है, जिसकी वजह से बॉडी कैलोरी बर्न नहीं कर पाती। वहीं मेटाबॉलिज्म भी धीमा हो सकता है, जो फैट स्टोरेज का कारण बनता है। इस स्थिति को अवॉइड करने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करने का प्रयास करें।
बैठने की स्थिति आपकी पीठ की मांसपेशियों, गर्दन और रीढ़ पर भारी तनाव डालती है। जिसकी वजह से आपकी पीठ में दर्द और कमजोरी महसूस हो सकता है। वहीं हड्डियों से जुड़ी अन्य समस्याएं भी आपको परेशान कर सकती हैं। ऐसे में एक एर्गोनोमिक कुर्सी की तलाश करें, इसका मतलब है कि यह सही ऊंचाई पर होगी और आपकी पीठ को उचित स्थान पर सहारा देगी।
हालांकि, आप चाहे कितनी भी आरामदायक उपकरण का इस्तेमाल करें, लंबे समय तक बैठना आपकी पीठ के लिए नुकसानदेह हो सकता है। अपनी रीढ़ की हड्डी को एक सीध में रखने के लिए हर आधे घंटे में एक या दो मिनट के लिए उठें और वॉक करें।
थकान सिर्फ नींद महसूस करने या थके होने से कहीं अधिक है। थकावट की यह भावना नियमित दिनचर्या की गतिविधियों को बाधित कर सकती है। ऐसे में यदि आप लंबे समय तक बैठती हैं, तो बीच-बीच में ब्रेक लेना भी बहुत जरूरी है।
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लंबे समय तक बैठने की वजह से आपके पैर की मांसपेशियां सक्रिय नहीं रहती और वे स्थिर मुद्रा में आ जाती हैं। जिसकी वजह से वह कमजोर हो सकती हैं। वही नितंब की बात करें तो लगातार स्थिर मुद्रा में उन पर दबाव पड़ने की वजह से वे भी कमजोर होना शुरू हो जाती हैं। मजबूत पैर और ग्लूट मांसपेशियों के बिना, आपके शरीर को चोट लगने का खतरा होता है।
जो लोग लंबे समय तक बैठे रहते हैं, उनमें डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार कुछ लोगों को 5 दिन के लिए स्थिर बैठे रहने को कहा गया। उनमें इन्सुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ा हुआ पाया गया, जो डायबिटीज का एक बड़ा कारण होता है।
आपके पैर, नितंब और पीठ के निचले हिस्से की तरह, आपके कंधे और गर्दन भी लंबे समय तक बैठे रहने से प्रभावित होते हैं। खासकर ऐसा तब होता है जब आप लंबे समय तक बैठकर कंप्यूटर स्क्रीन पर काम करती हैं। एक ही मुद्रा में रहने की वजह से गर्दन में अकड़न आ सकती है, वहीं लॉन्ग टर्म में यह सर्वाइकल का कारण भी बन सकती है।
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कस्टमाइज़ करेंयदि आप लंबे समय तक बैठी रहती हैं, या लंबे समय तक बैठकर काम करती है, तो इस स्थिति में आपको प्रत्येक एक घंटे पर उठकर कुछ देर वॉक करना चाहिए। चाहे आप ऑफिस में हो या घर पर या किसी और काम में व्यस्त हों इस प्रेक्टिस को अपनाना न भूले। अन्यथा आपको लॉन्ग टर्म में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा करने से आपकी मांसपेशियां मूव करती हैं और एक्टिव रहती हैं।
यदि आप लंबे समय तक बैठी रहती हैं, तो बॉडी को स्थिर न रखें। बैठे-बैठे भी पैरों को स्ट्रेच कर सकती हैं। वहीं कुर्सी पर बैठी हैं, तो अपने उपरी बॉडी पार्ट को ट्विस्ट और टर्न करें। इससे मांसपेशियां एक्टिव रहती हैं। साथ ही साथ ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ता है। इतना ही नहीं अपनी गर्दन और सिर को भी स्ट्रेच करते हुए ट्रस्ट करती रहें, ताकि इनमें स्टीफनेस न आए।
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