जब बात आती है ओरल हेल्थ की तो ज्यादातर लोग दो वक्त ब्रश करने पर ज़ोर देते हैं। ब्रश करने से दांतो में प्लाक नहीं जमते और दांतों में कैविटी भी नहीं होती। लेकिन इतना काफी नहीं है। आपके मुंह में बैक्टीरिया का एक और स्रोत है, और वो है आपकी जीभ।
जीभ की सफाई करना भी ब्रश करने जितना ही ज़रूरी होता है।
अक्सर आप महसूस करते होंगे कि मिंट और च्युइंगम का सहारा लेने पर भी आपके मुंह से स्मेल आती है। दरसल मुंह से बदबू आने का प्रमुख कारण होता है जीभ पर मौजूद बैक्टीरिया। 2004 की एक स्टडी के अनुसार ओरल हेल्थ के लिए जीभ की सफाई बहुत ज़रूरी है। दांतों से ज्यादा बैक्टीरिया आपकी जीभ पर रहते है और कई दिन तक सफाई न करने पर बदबू का कारण बनते हैं।
यहां बात हो रही है आपकी जीभ के लुक्स की। अगर यह हल्की गुलाबी रंग की है, तो यह हेल्दी है। लेकिन अगर जीभ पर हल्की सफेद रंग की परत है, तो इसे सफाई की ज़रूरत है। अपनी जीभ के लुक से आप जान सकती हैं कि आपको कब सफाई की सख्त ज़रूरत है। वैसे तो डेंटिस्ट हर दिन दो बार ब्रश करने के साथ ही जीभ साफ करने की सलाह देते हैं।
2005 की एक स्टडी के अनुसार जीभ गन्दी होने से उस पर मौजूद बैक्टीरिया पूरे मुंह मे फ़ैल सकते हैं। जिसके कारण दांतो और मसूड़ों में सड़न हो सकती है। इसलिए जीभ की सफाई करना पूरे मुंह के हेल्थ के लिए बहुत ज़रूरी होता है।
आपने बिल्कुल ठीक पढ़ा, गन्दी जीभ केवल मुंह के लिए ही नही पूरे शरीर के लिए हानिकारक है। अगर आपकी जीभ पर बैक्टीरिया हैं तो यह बैक्टीरिया खाने के साथ आपके पेट में जा सकते हैं और अपच और गैस जैसी कई समस्याओं को पैदा कर सकते हैं।
अगर आपको स्वाद हल्का लगता है या खाना फ़ीका लगता है तो इसका कारण आपके कमजोर टेस्ट बड्स हो सकते हैं। जर्नल ऑफ क्लीनिकल पेरियडोंटोलॉजी की स्टडी में पाया गया कि जीभ रोज़ाना दो बार साफ करने से टेस्ट बड्स एन्हांस होते हैं।
आपका ओरल हेल्थ आपकी पूरी बॉडी को इफ़ेक्ट करता है, इसलिए अपने मुंह की साफ सफाई का ध्यान रखें। आपकी जीभ साफ होगी तो आपको फ्रेश महसूस होगा।