क्या आप भी कीटो डाइट (keto diet) पर है लेकिन आपको उसके कोई परिणाम देखने को नहीं मिल रहे है। ऐसा कई कारणों से हो सकता है। कुछ लोग वजन कम करने के लिए जिम जाते है लेकिन वजन कम (weight loss) नहीं होता है क्योंकि वो अपने डाइट पर कंट्रोल नहीं रखते है। ऐसी ही कुछ गलतियां आप कीटो के दौरान भी कर सकते है जिससे आपको उसका परिणाम नहीं मिलते है।
जो लोग कीटो डाइट पर होते है वे लोग अपने आहार मे कार्बोहाइड्रेट को कम करते है, प्रोटीन का सेवन मध्यम करते है और अपने आहार में वसा को बढ़ते है। यह आपके शरीर को कार्बोहाइड्रेट (carbohydrate) के बजाय कीटोन्स को एनर्जी के रूप में उपयोग करने के लिए मजबूत करता है।
कई लोग कीटो डाइट करने के बाद अच्छा महसूस करते है, उनका वजन कम हो जाता है। और बेहतर मानसिक स्वास्थ होता है, ऊर्जा (energy) का स्तर भी बेहतर होता है। लेकिन कई लोगों के साथ उल्टा होता है उनका वजन कम होना बंद हो जाता है, उनकी ऊर्जा का स्तर गिर जाता है। ऐसा कई कारणों से हो सकता है। ऐसा क्यों होता है इसके बारे में हमे ज्यादा जानकारी दी डॉ. राजेश्वरी पांडा नें, डॉ. राजेश्वरी पांडा मेडिकवर अस्पताल, नवी मुंबई में पोषण और आहार विज्ञान विभाग की एचओडी हैं।
केटोजेनिक आहार पर, आप कार्बोहाइड्रेट को प्रति दिन 50 ग्राम से भी कम लेते है। प्रोटीन का सेवन भी कम कर देते है। दूसरे शब्दों में, कीटो में डाइट्री फैट की मात्रा लगभग 70% से अधिक होती है। । यदि आप अपना वसा कोटा पूरा नहीं कर रहे हैं, तो आपका शरीर कीटोसिस को बनाए नहीं रख सकता है। और यदि आप कीटोसिस में नहीं हैं, तो आपको कीटो का लाभ नहीं मिलेगा।
कुकीज़, ब्रेड और अन्य उच्च कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थों के बहुत सारे “कीटो” संस्करण बाजार में आपको मिल जाएंगे। ये सारे खाद्य पदार्थ कीटो फ्रेंडली के नाम पर आपको स्वस्थ आहार नहीं देते है बल्कि आर्टिफिशियल मिठास होते है। उनमें से कुछ में कृत्रिम मिठास और ऐसे खाद्य पदार्थ हो सकते है जो आपके लिए कीटो में अच्छे नहीं हो सकते है।
कई कीटो डाइट में फाइबर और पेट को स्वस्थ रखने वाले पोषक तत्व कम होते हैं। समय के साथ, इसकी कमी गट माइक्रोबायोम पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं, सूजन बढ़ाती हैं और डिस्बिओसिस या आंत असंतुलन पैदा करती हैं, साथ ही आपके सिस्टम पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। कब्ज के कारण शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो जाते है जिसके कारण आपका वजन कम होने में मुश्किल हो जाती है।
कुछ कीटो-अनुकूल खाद्य पदार्थ जैसे मांस, वेजिटेबल ऑयल और पनीर अत्यधिक सूजन पैदा करने वाले होते हैं। सूजन आपकी गट हेल्थ पर असर डालती है, और यह मोटापे सहित कई और बिमारियों का कारण बन सकती है।
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