क्या आप कुछ देर बैठने, चलने छोटी-मोटी गतिविधियों को करने के बाद थकान महसूस करती हैं? क्या आप कुछ देर की गैप पर अचानक से लो हो जाती हैं? यदि ऐसा हो रहा है, तो इसे हल्के में न लें। बार-बार थकान महसूस होना कई परेशानियों का संकेत हो सकता है (causes of frequent fatigue)। यदि आप इसे लंबे समय तक नजरअंदाज करती रहती हैं, तो कई बार समस्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है। वहीं इनपर नियंत्रण पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। अगर थकान आपकी नियमित दिनचर्या को प्रभावित कर रहा है, तो इस लेख को जरूर पढ़ें (causes of frequent fatigue)। आज हम आपके लिए लेकर आए हैं, बार-बार थकान महसूस होने के कारण और इन्हें अवॉइड करने के कुछ जरूरी टिप्स।
एक उचित नींद समग्र सेहत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। नियमित रूप से पर्याप्त नींद न लेने से पूरे दिन थकान का अनुभव होता रहता है। नींद में आपकी बॉडी तमाम तरह से खुद को हिल करती है, जैसे की आवश्यक हारमोंस को रिलीज करना, सेल्स को रिपेयर और रीजेनरेट करना, आदि।
जो लोग अच्छी नींद लेते हैं, उन्हें सुबह उठने के बाद तरोताजा और अलर्ट महसूस होता है। इनसोम्निया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें व्यक्ति के लिए सोना एक चैलेंजिंग टास्क हो सकता है। इनसोम्निया कई कारणों से हो सकती है, जैसे कि मेनोपॉज, कुछ मेडिकल कंडीशन, साइकोलॉजिकल स्ट्रेस, अनहेल्दी, स्लिप एनवायरमेंट और मेंटल कंडीशन।
उपाय: नींद की कमी से होने वाले थकान से निपटने के लिए 7 से 8 घंटों की उचित नींद प्राप्त करने की कोशिश करें। यदि आपको इनसोम्निया है, तो डॉक्टर की सलाह लें। इन समस्याओं को अनट्रीटेड छोड़ना उचित नहीं है।
7 घंटों तक सोने के बाद भी शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने पर थकान महसूस हो सकता है। आयरन, विटामिन b2, विटामिन b3, विटामिन b5, विटामिन b6, विटामिन b9, विटामिन B12, विटामिन डी, विटामिन सी और मैग्नीशियम की कमी थकान से जुड़ी होती हैं। यदि आपको बार-बार थकान का अनुभव हो रहा है, तो इन पोषक तत्वों की जांच करें।
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उपाय: अगर आपको थकान महसूस हो रही है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें, और पोषक तत्वों खांच करवाएं। आम तौर पर, एक या एक से ज़्यादा पोषक तत्वों की कमी से होने वाली थकान आपके पोषक तत्वों के स्तर के सामान्य होने पर ठीक हो जाती है।
कुछ तनाव सामान्य होते है, लेकिन क्रोनिक स्ट्रेस थकान का कारण बन सकता है। वास्तव में, क्रोनिक स्ट्रेस तनाव-संबंधी फटीग डिसऑर्डर (ईडी) का कारण बन सकता है। इसके अलावा, क्रोनिक स्ट्रेस आपके मस्तिष्क में संरचनात्मक और कार्यात्मक परिवर्तन का कारण बन सकता है और क्रोनिक इन्फ्लेमेशन का कारण बन सकता है, जो थकान जैसे लक्षणों में योगदान देता है।
उपाय: स्ट्रेस मैनेजमेंट पर ध्यान देने से आपको एक्टिव रहने में मदद मिलेगी। योग, मेडिटेशन और स्ट्रेस रिलीज करने वाले अन्य तरीकों को फॉलो करें। साथ ही अपने स्ट्रेस ट्रिगर से दूर रहें और खुश रहने का प्रयास करें।
अगर आपको बिना किसी कारण के बार बार थकान का अनुभव हो रहा है, तो आपको अपने डॉक्टर से मिलकर लक्षणों के बारे में बात करनी चाहिए।स्लीप एपनिया, हाइपोथायरायडिज्म, कैंसर, क्रोनिक थकान सिंड्रोम, मल्टीपल स्केलेरोसिस, स्ट्रेस डिसऑर्डर, किडनी डिजीज, डिप्रेशन, डायबिटीज, फाइब्रोमाइल्जिया, आदि जैसे मेडिकल कंडीशन इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
उपाय: किसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति के लिए उचित उपचार प्राप्त करने से आपको बेहतर महसूस करने में मदद मिलेगी। एक बार ट्रीटमेंट शुरू हो जाए तो रिकवरी के साथ थकान कम होता जाता है और आप एक्टिव रहती हैं।
कॉफी और एनर्जी ड्रिंक जैसे कैफीन युक्त ड्रिंक ऊर्जा बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। लेकिन इन पर अत्यधिक निर्भरता आपको अगले दिन ज़्यादा थका सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बहुत ज़्यादा कैफीन नींद को नुकसान पहुंचाती है, जिससे आपको थकान हो सकती है। वहीं कैफ़ीन बॉडी को डिहाइड्रेट कर देती है, जिसके परिणामस्वरूप थकान और कमजोरी का अनुभव होता है।
उपाय: ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने के लिए हाइड्रेटेड रहना ज़रूरी है। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और कैफ़ीन युक्त ड्रिंक्स से जितना हो सके परहेज करने की कोशिश करें। हाइड्रेशन और एनर्जी के लिए दिन में एक बार 1 कप कैफ़ीन युक्त ड्रिंक ले सकती हैं। इसके अलावा हाइड्रेशन के लिए कोकोनट वॉटर, फ्रूट जूस आदि का सेवन करें।
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