क्या आपने कभी अपने सीने या पेट में अचानक दर्द महसूस किया है? ऐसा होने पर ज्यादातर लोग इमरजेंसी रूम में पहुंचने के लिए दौड़ते दिखाई देते हैं। क्योंकि ऐसे में कार्डियक एपिसोड जैसी समस्याएं होने का संदेह होता है। लेकिन सौभाग्य से यह ज्यादातर मामलों में पेट में फंसी हुई गैस की समस्या होती है।
आप शायद पहले से ही इस बात को अच्छी तरह जानती हैं कि हम अपनी आंत में फंसी गैंस को फार्टिंग (Farting) या बर्पिंग (Burping) के जरिए शरीर से बाहर निकालते हैं। लेकिन कुछ लोग हैं, जो गैस्ट्रिक समस्याओं का अनुभव करते हैं। यह दिन-प्रतिदिन के जीवन में बाधा डाल सकता है, जिससे गंभीर असुविधा हो सकती है।
जब आपका पाचन पर्याप्त तरीके से नहीं होता है, तो इससे इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम की समस्या होती है। साथ ही यह तब भी हो सकता है जब आप अपने आहार में फाइबर को कम मात्रा में शामिल कर रही हैं। हों।
क्रोहन रोग (Crohn’s disease) उन लोगों में पेट में गैंस फंसने की समस्या का कारण बन सकता है, जो लोग खाद्य असहिष्णुता का अनुभव करते हैं। यह लैक्टोज असहिष्तुता या कोई विशेष फूड एलर्जी है।
आंत में बैक्टीरियल ओवरग्रोथ, पेट में अतिरिक्त गैस का कारण बन सकती है, क्योंकि यह आपकी पाचन प्रक्रिया को बाधित करता है।
अस्वस्थ्यकर भोजन का सेवन करने के कारण होने वाली कब्ज, गैस का दूसरा कारण है। ठीक से शौच नहीं करने से कार्बन डाइऑक्साइड, हाइड्रोजन और मीथेन जैसी गैंसों का संचय होता है। साथ ही सल्फर का उत्पादन इस स्थिति को बदतर और बदबूदार बनाता है।
च्यूइंग गम, धूम्रपान, और बहुत अधिक शराब पीने से भी गैस ज्यादा बनती है। साथ ही आपका आहार भी उत्प्रेरक का काम कर सकता है। क्रूसिफायर सब्जियों (जैसे ब्रोकोली, फूलगोभी, बीन्स) का बहुत अधिक सेवन भी गैस का कारण बन सकता है।
आपको यह काफी आश्चर्यजनक लग सकता है, लेकिन तनाव के कारण भी आपके शरीर में गैस की समस्या हो सकती है।
फंसी हुई गैस के लक्षणों में लगातार दस्त, शौच में खून आना, बुखार, भूख न लगना, पेट में सूजन, थकान, उल्टी और भोजन निगलने में समस्याएं शामिल हैं। यह सुनने में काफी डरावना लगता है ना? सच कहें तो वास्तव में यह है भी।
आप विश्वास करें चाहे हैं न करें, लेकिन हम में से ज्यादातर लोग सांस लेने की कला को नहीं समझते हैं। नियम यह है कि फेफ़ड़ों को ठीक से भरने के लिए गहरी सांस लें और सुनिश्चित करें कि आपके सिस्टम में कोई अतिरिक्त गैस पीछे न रह जाए।
अपने आहार में अधिक फाइबर शामिल करना जरूरी है। इसके अलावा, आपको यह सुनिश्चित करने के लिए एक संतुलित आहार की आवश्यकता है कि आप अपने शरीर के लिए आवश्यक हर पोषक तत्व का उपभोग कर सकें।
अगर आपको खाने को चबाना सिर्फ एक काम लगता है, तो आप बहुत गलत हैं। आपको 32 बार खाने को चबाने वाले नियम का पालन करने की आवश्यकता है। चबाने के दौरान अपना मुंह बंद रखें अन्यथा आप खाने के साथ बहुत सारी हवा भी निगल सकती हैं, जिससे आपके पेट में गैस की समस्या हो सकती है।
यह शर्मनाक हो सकता है, लेकिन अपनी गैस को रोक कर रखना पूरी तरह से असहज हो सकता है। यह पेट में दर्द का कारण बन सकता है। साथ ही इससे आपका पेट भी फूला हुआ महसूस हो सकता है।
हम में से ज्यादातर लोग घर से काम कर रहे हैं, इसका श्रेय कोविड-19 को जाता है। क्योंकि इसके चलते हमारे घर से बाहर निकलने की शायद ही गुंजाइश है। इसलिए हम नियमित शारीरिक गतिविधियां भी नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में यह सुनिश्चित करें कि आप हर एक घंटे के बाद खड़े हों और थोड़ा घूमें। एक घंटे के लंबे वर्काउट सत्र से भी चीजों में भारी सुधार हो सकता है।
सिर्फ पानी पीना ही पर्याप्त नहीं है, पेट के बेहतर स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए आपको अन्य तरल पदार्थ जैसी ग्रीन-टी, छाछ, नारियल पानी और सूप का सेवन करने की आवश्कता है। इसके अलावा सौंफ का पानी गैस की समस्या से राहत पाने का एक बेहतर तरीका है।
यदि आपके लिए इनमें से कोई भी काम नहीं करता है, तो आप कुछ ओटीसी (ओवर-द-काउंटर) दवा ले सकती हैं या दर्द को शांत करने के लिए गर्म सिकाई कर सकती हैं। इसके अलावा, किसी अन्य अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति का पता लगाने के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
इसलिए आप अगर गैस का अनुभव कर रही हैं तो इससे राहत पाने के लिए इन सुझावों का पालन कर सकती हैं।
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