नियमित सिर दर्द के दौरान हमें आपनी दैनिक गतिविधियों में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। माइग्रेन रिसर्च फाउंडेशन के अनुसार यह दुनिया की तीसरी सबसे आम बीमारी है। दुनिया के करीब 12% लोग इससे पपीड़ित हैं।
मितली, चमकदार लाइट और ऊंची आवाज के प्रति संवेदनशीलता भी इसके लक्षण हो सकते हैं। पूरी नींद लेकर, तेज आवाज, तीखी रोशनी, तनाव आदि से बचकर इससे छुटकारा पाया जा सकता है। चॉकलेट, कैफीन, रेड वाइन, MSG और प्रोसेस्ड मीट में पाये जाने वाले नाइट्रेट्स माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं।
अगर अपनी तमान कोशिशों के बावजूद आप माइग्रेन की गिरफ्त में हैं, तो इन प्राकृतिक उपचारों से आप इसके दर्द और लक्षणों से छुटकारा पा सकती हैं।
लैवेंडर दर्द कम करने में मदद करता है। एक स्टडी के मुताबिक लगभग 15 मिनट लैवेंडर इनहेल करने के बाद माइग्रेन पेशेंट्स के लक्षणों में व्यापक कमी देखी गई।
यह आपको बेहतर नींद में भी मददगार साबित होता है। यह माइग्रेन पेशेन्ट्स के लिये वरदान है क्योंकि लगातार बेहतर नींद माइग्रेन को रोकने में काफी सहायक है।
यह तनाव को भी दूर करता है जो कि माइग्रेन के सबसे आम ट्रिगर्स में से एक है। यह मांसपेशियों को आराम पहुंचाकर दर्द में भी राहत देता है।
यह माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाने में प्रभावी साबित हुआ है। शोधों में पाया गया है कि इसके अर्क के सेवन से सिर दर्द में प्रभावी राहत मिलती है। पेटासिन और इसोपेटासिन वह दो पदार्थ हैं, जो बटरबर में पाए जाते हैं। यह दोनों ही पदार्थ एंटीइंफ्लेमेटरी होते हैं जिसके कारण यह सूजन कम करते हैं और माइग्रेन के साथ-साथ अन्य सर दर्द में भी आराम दिलाते हैं। हालांकि गर्भवती महिलाओं या नई माताओं को इस औषधि से दूर रहना चाहिए।
सुनने में ये बहुत साधारण लग रहा होगा मगर ये सर दर्द के सबसे असरदार घरेलू उपायों में से एक है।
इसे हमेशा नजरअंदाज कर दिया जाता है मगर डिहाईड्रेशन माइग्रेन के सबसे सामान्य कारण में से एक है। इसके कारण आपके दिमाग मे फ्लूइड की कमी होती है जो कि पेन रिसेप्टर्स को उत्तेजित करता है और मौजूदा दर्द को बढ़ाता है।
ढेर सारा पानी पियें, शराब और कैफीन को कम से कम लें क्योंकि ये आपको और ज्यादा डिहाइड्रेट कर सकता है। अगर ज्यादा पानी पीना आपके लिए कठिन है, तो आप वैसी चीजें खा भी सकते हैं जिनमें पानी की मात्रा ज्यादा होती हो जैसे फल और सब्जियां। भूलिए मत, डिहाइड्रेशन माइग्रेन का ऐसा कारण है जिससे बचना हमारे लिए संभव है।
सदियों से अदरक दर्द, नौज़िया, डायरिया और अपच जैसी समस्याओं का अच्छा घरेलू उपाय है। अदरक के तेल में 200 से ज्यादा प्राकृतिक पदार्थ हैं जिनमें सूजनरोधी और एन्टीहिस्टामीन जैसे गुण हैं। इसलिए यह माइग्रेन से बचने का अच्छा उपाय है।
अदरक नौज़िया और उल्टियों को रोकता है, जो कि माइग्रेन के दो प्रमुख लक्षण हैं। इस आसान से घरेलू उपाय का फायदा उठाने के लिए आप अदरक की जड़ के पेस्ट को अपने भौंहों के बीच में या अपने माथे पर रगड़ें। अदरक की चाय से भी आप आराम पा सकते हैं।
योग आपके शरीर में एंडोर्फिन नाम के एक हार्मोन को बनाने में मदद करता है, जिसे हम हैप्पी हार्मोन्स भी कहते हैं जो कि दर्द से लड़ता है। ये आपके शरीर, दिमाग और मन के लिए सबसे बढ़िया व्यायाम है। ये शरीर में खून का बहाव बढ़ाता है, जिससे हमारे मसल्स को आराम मिलता है। इससे शरीर मे ऑक्सीजनेशन बेहतर तरीके से होता है जिसके कारण हम स्वस्थ रहते हैं। योग मसल के तनाव को कम कर के दर्द में राहत भी पहुँचाता है।