प्रेगनेंसी को लेकर महिलाओं के मन में कई सारे सवाल रहते हैं। विशेष रूप से जब कोई महिला पहली बार कंसीव करना चाह रही हो तो उनके लिए सभी चीजें नई होती हैं, इसलिए उन्हें ज्यादा जिज्ञासा होती है। बहुत सी महिलाएं ऐसी भी हैं, जिन्हें प्रेगनेंसी अवॉइड करने के लिए मिस्ड पीरियड्स और प्रेगनेंसी टेस्ट से जुड़ी जानकारी चाहिए होती है। आज हम प्रेगनेंसी से जुड़े आप सभी के सवालों का जवाब लेकर आए हैं (common questions about pregnancy)।
डॉ. मीनाक्षी बंसल, सीनियर कंसल्टेंट, ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजिस्ट, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली ने आपके द्वारा पूछे गए कुछ कॉमन सवालों के जवाब दिए हैं (common questions about pregnancy)। तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से।
प्रेगनेंसी में सेक्स करना सुरक्षित है, परंतु इस दौरान अधिक एहतियात बरतने की आवश्यकता होती है। सेक्सुअल पोजीशन से लेकर फ्रिक्शन तक पुरुष एवं महिला दोनों को सावधानी से सेक्स करना चाहिए। ध्यान रखें कि अगर कोई समस्या जैसे खून आना, दर्द, या डॉक्टर ने मना किया हो, तो इससे पूरी तरह बचना चाहिए।
मां एवं बच्चे दोनों की सेहत का ध्यान रखें औऱ किसी भी तरह की असामान्यता होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। यदि आपकी प्रेगनेंसी में किसी तरह की कॉम्प्लिकेशंस हैं, तो बिना डॉक्टर की सलाह के सेक्स न करें, अन्यथा परेशानी बढ़ सकती है।
डॉ मीनाक्षी बंसल के अनुसार “पीरियड मिस होने के बाद प्रेग्नेंसी टेस्ट के लिए 7 से 10 दिन का इंतजार करना सबसे सही समय होता है। इस समय तक शरीर में हॉर्मोन की मात्रा बढ़ जाती है, जो प्रेग्नेंसी टेस्ट किट में आसानी से डिटेक्ट हो सकती है औऱ टेस्ट सही रिजल्ट दिखाता है।” यदि आप पीरियड्स मिस होने के एक या दो दिन बाद टेस्ट करती हैं, तो हो सकता है रिजल्ट नेगेटिव आए, पर आप असल में प्रेग्नेंट हों। इसलिए हमेशा सही समय पर जांच करना चाहिए।
घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करना काफ़ी आसान और सुविधाजनक है। डॉ मीनाक्षी के अनुसार “इसके लिए बाजार में मिलने वाली किट का इस्तेमाल करें। सुबह की पहली यूरिन लें, क्योंकि इसमें hCG हॉर्मोन की मात्रा अधिक होती है। किट के निर्देशों के अनुसार यूरिन को दिए गए स्लॉट पर डालें और 5-10 मिनट इंतजार करें।” हालांकि, घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करने के बाद भी आपको प्रेगनेंसी कंफर्म करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। घर पर प्रेगनेंसी जांचने की कोई होम रिमेडी नहीं होती, इन सुनी सुनाई बातों पर भरोसा न करें, अन्यथा परेशानी हो सकती है।
गाइनेकोलॉजिस्ट के अनुसार “प्रेग्नेंसी से बचने के लिए आप नैचुरल तरीके अपना सकते हैं। इसके लिए संबंध बनाते वक़्त कंडोम का इस्तेमाल करें। सेफ पीरियड में संबंध बनाएं, यानी ओव्यूलेशन (अंडे बनने के समय) के दौरान सेक्स करने से बचें। इसके लिए मासिक चक्र पर भी नजर रखें।”
हालांकि, यदि आप प्रेगनेंसी प्लान नहीं कर रही हैं, तो हम अनप्रोटेक्टेड सेक्स की सलाह नहीं देते हैं। क्योंकि कई बार पीरियड्स टाइमिंग को ध्यान में रखते हुए भी सेक्स करने पर प्रेगनेंसी हो जाती है। इसलिए रिस्क लेने से बचें और हमेशा प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करें।
प्रोटेक्शन प्रेगनेंसी रोकने का एक सबसे सुरक्षित और आसान नेचुरल तरीका है। यदि आप पुल आउट मेथड पर भरोसा करती हैं, तो यह आपको और आपके पार्टनर को गंभीर संक्रमण का शिकार बना सकता है। साथ ही साथ इसमें प्रेग्नेंट होने के हाई चांसेज होते हैं।
शुरुआती प्रेग्नेंसी में हल्की ब्लीडिंग या स्पॉटिंग आमतौर पर नॉर्मल है, जो प्रेग्नेंसी के पहले 6 से 12 दिनों में हो सकती है। इसे इंप्लांटेशन ब्लीडिंग भी कहते हैं। हालांकि, अगर ब्लीडिंग ज्यादा हो, लगातार हो, या इसके साथ तेज पेट दर्द या चक्कर आने जैसे लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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