दिन भर एनर्जेटिक फील करने के लिए हम क्या नहीं करते, खासकर वर्कआउट से पहले अपना स्टैमिना बढ़ाने के लिए हम कभी ग्लूकॉन-डी तो कभी कॉफ़ी का सहारा लेते हैं। इतना ही नहीं हम महंगी प्री-वर्कआउट ड्रिंक पर भी हज़ारों रुपये खर्च करते हैं। जबकि हमारे आयुर्वेद में नेचुरल तरीके से स्टैमिना बढ़ाने के कारगर उपाय मौजूद हैं।
इन आयुर्वेदिक औषधियों के न तो कोई साइड इफेक्ट्स हैं न ही आपको इन पर हज़ारों रूपये ख़र्च करने की ज़रूरत है।
लिंडेनवुड यूनिवर्सिटी की रिसर्च में पाया गया अश्वगंधा मसल्स रिकवरी में बहुत फायदेमंद है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो फिजिकल परफॉर्मेंस को भी इम्प्रूव करते हैं।
जर्नल ऑफ आयुर्वेद एंड इंटीग्रेटिव मेडिसिन के अनुसार अश्वगंधा कार्डिओ-रेस्पिरेटरी परफॉर्मेंस भी बढ़ाता है जो स्टैमिना बूस्ट करने में सहायक होता है।
अश्वगंधा पाउडर बाजार में आसानी से उपलब्ध है, जिसे आप अपने आहार में शामिल कर सकती हैं।
शिलाजीत के एफरोडीसियेक गुण तो आप सभी जानते होंगे, सेक्स लाइफ इम्प्रूव करने के लिए शिलाजीत का प्रयोग अक्सर किया जाता है। मगर क्या आप जानती हैं कि शिलाजीत महिलाओं में स्टैमिना और एनर्जी बढ़ाने का काम भी करता है।
एंड्रोलॉजिया नामक जर्नल में पब्लिश्ड रिसर्च के अनुसार शिलाजीत महिलाओं में हॉर्मोनल असन्तुलन को नियंत्रित करता है। महिलाओं में भी टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन होता है जो मसल्स और हेयर मेंटेनेंस के लिए जिम्मेदार होता है। शिलाजीत टेस्टोस्टेरोन लेवल्स को बढ़ाकर स्टैमिना बढ़ाता है और मसल्स रिकवरी में भी कारगर होता है।
तुलसी हमारे देश मे पूजी जाती है, और इस पौधे के अनगिनत लाभ देखते हुए इसका पूजा जाना सही भी है।
जर्नल ऑफ आयुर्वेद एंड इंटीग्रेटिव मेडिसिन के अनुसार तुलसी हमारी ओवरऑल मेन्टल और फिजिकल हेल्थ इम्प्रूव करती है। अपने मेडिसिनल गुणों के साथ-साथ तुलसी स्टेमिना भी बढ़ाती है।
ब्राह्मी एक साइंटिफिकली प्रूवन मेमोरी बूस्टर है। मगर ब्राह्मी की इस खूबी को आप नहीं जानते होंगे। ब्राह्मी दिमाग तेज करती है, हैंड-आई कॉर्डिनेशन बढ़ाती है और हमें ज्यादा अलर्ट बनाती है।
इतना ही नहीं, 2012 की एक स्टडी के अनुसार ब्राह्मी एनर्जी लेवल को भी बढ़ाता है और थकान को दूर रखता है।
शतावरी का अर्थ ही है सौ बीमारियों का इलाज, और यह अपने नाम को पूरी तरह सार्थक बनाता है। इम्यूनिटी बूस्टर के तौर पर उपयोग होने वाला शतावरी स्टैमिना बढ़ाने में भी कारगर है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर के फ्री-रेडिकल्स से लड़ते हैं और हमें दिनभर एनर्जेटिक बनाए रखते हैं। इतना ही नहीं, शतावरी तनाव से भी हमें बचाता है।
बाजार में यह टैबलेट, पाउडर और सूखे हुए रूप में मौजूद है जिसे आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
इन आयुर्वेदिक औषधियों को अपने आहार में शामिल करें और आपको कभी सिंथेटिक सप्लीमेंट्स लेने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। यह हम नही कह रहे, यह गारन्टी आयुर्वेद की है।
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