आजकल बढ़ता वजन एक आम समस्या बन गया है। ऐसे में लोग शरीर के तमाम अंगों पर ध्यान देते हैं, परंतु कहीं न कहीं अपनी बाजुओं को नजरअंदाज कर देते हैं। बाजू पर जमा फैट बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता। अब बाजू चाहे अधिक पतली हो या मोटी दोनों ही रूप में सही नहीं लगती। बाजू का आकार आपके पसंदीदा कपड़ों की फिटिंग खराब कर देता है। क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि बाजुओं के बढ़ते फैट का आखिर क्या कारण है? यदि नहीं तो हम बताएंगे बाजू के आसपास के बढ़ती चर्बी का कारण (causes of arm fat ) साथ ही जानेंगे इसे किस तरह मेंटेन रखना है।
कई बार आपके शरीर का आकार बिल्कुल सही रहता है, परंतु आपके बाजू में एक्स्ट्रा चर्बी नजर आना शुरू हो जाती है। आखिर इसके पीछे का क्या कारण है। इसका एक सबसे बड़ा कारण जेनेटिक्स हो सकता है। जेनेटिकली बहुत से लोगों के शरीर में फैट डिस्ट्रीब्यूशन की समस्या होती है, जिसकी वजह से बाजू के ऊपरी भाग में एक्स्ट्रा फैट जमा हो जाता है।
शरीर के बढ़ते वजन का असर बाजू के ऊपरी भाग पर भी नजर आता है, बढ़ते वजन के लिए आपकी लाइफ स्टाइल जिम्मेदार हैं। यदि अपने खानपान और लाइफस्टाइल की आदतों को हेल्दी रखा जाए तो बॉडी वेट कंट्रोल करना आसान हो जाता है और जब बॉडी वेट कंट्रोल होता है तो बाजू पर जमे फैट में भी अंतर नजर आता है।
बढ़ते उम्र के साथ बॉडी का मेटाबॉलिक रेट धीमा होने लगता है। साथ ही आप शारीरिक रूप से पहले की तरह सक्रिय नहीं रहती जिसकी वजह से शरीर में फैट स्टोरेज बढ़ जाता है और यह आपकी बाजुओं पर भी नजर आ सकता है। इसके साथ ही यदि आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर काफी कम है, तो यह बाजुओं में फैट स्टोरेज को ट्रिगर करता है। बढ़ती उम्र के साथ शरीर टेस्टोस्टरॉन प्रोड्यूस करना कम कर देती हैं, यही वजह है की एक उम्र के बाद बाजू मोटे होने लगते हैं।
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त्वचा में इलास्टिसिटी होती है, यदि आपकी त्वचा काफी ज्यादा ढीली है और इसमें इलास्टिसिटी की कमी है तो आपके बाजू का ऊपरी हिस्सा लटका हुआ और मोटा नजर आता है। इलास्टिसिटी की कमी होने से शरीर खींचती है, और फैल जाती है। ढीली त्वचा बाजुओं के मोटे दिखने की एक बड़ी वजह है।
यह पुरे हाथ की मांसपेशियों को एक्टिवेट कर देता है खासकर कंधे को। इसका नियमित अभ्यास करने से बाजु की मांसपेशियों पर जमा फैट कम होता है और बाजुओं का टेंशन भी रिलीज होता है।
फर्श पर मैट बिछाएं और अपने दोनों पैरों को अलग करके सीधी खड़ी हो जाएं।
अपने दोनों हाथों को सामने की और बिल्कुल सीधा रखें फिर अपने दोनों हाथ को कंधे से एक दूसरे के ऊपर निचे चलाएं, ठीक उसी प्रकार जैसे की सीजर चलती है।
इसे कम से कम 15 से 20 बार दोहराएं।
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कस्टमाइज़ करेंयह एक्सरसाइज आपके बाजुओं की मांसपेशियों को सही आकर देने के साथ ही इसपर जमी एक्स्ट्रा चर्बी को कम करने में मदद करेगा। उचित परिणाम के लिए नियमित रूप से इसका अभ्यास करें।
एक बेंच या कुर्सी लें जो फर्श से कम से कम 2 से 3 फीट ऊंची हों।
बेंच के किनारे पर सीधे बैठें और अपनी बाजुओं को किनारे पर या अपने पीछे रखें।
बाजुओं के बीच की दूरी आपके कंधे की चौड़ाई के बराबर होनी चाहिए।
अब, अपनी पीठ को सीधी स्थिति में रखते हुए, अपनी कोहनियों को मोड़ें और धीरे-धीरे अपने शरीर को बेंच से नीचे करें।
अपनी बाहों के माध्यम से पुश करें और अपने शरीर को नीचे की और ले जाए।
इस स्थिति में बनी रहें और गहरी सांस लें। फिर अपनी बाजुओं को फिर से सीधा करें और अपने शरीर को ऊपर उठाएं।
20-20 के कम से कम 3 से 4 सेट जरूर करें।
यह व्यायाम आपकी बाजुओं के आगे की मांसपेशियों पर काम करता है। जिसे हम आमतौर पर बाइसेप्स कहते हैं। इस अभ्यास को करने के लिए आपको डम्बल के सेट की आवश्यकता होगी।
सीधी कड़ी हो जाएं और अपने दोनों पैरो को एक दूसरे से अलग रखें साथ ही घुटनों को ज्यादा टाइट न रखें।
अब अपनी हथेलियों में डंबल पकड़ें, सांस छोड़ते हुए डम्बल को ऊपर की ओर उठाएं।
डम्बल को अपने कंधे तक उठाएं फिर कुछ सेकंड होल्ड करें और अपने हाथों को निचे कर लें।
बाइसेप्स कर्ल के 10-10 के कम से कम 2 सेट जरूर करें।
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