कोलेस्ट्रॉल के बढ़ते स्तर को कम करने के लिए लोग कई प्रकार की डाइट को फॉलो करते हैं। मगर भारतीय खानपान का अभिन्न अंग मानी जाने वाली दालें इसमें आपकी मदद कर सकती है। प्रोटीन और फाइबर से भरपूर दालों का सेवन करने से गट हेल्थ को मज़बूती मिलती है और कोलेस्ट्रॉल का एब्जार्बशन कम होने लगता है। पोषण के इस पावरहाउस को नियमित आहार में शामिल करके हृदय संबधी समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही डायबिटीज़ का जोखिम भी कम होने लगता है। जानते हैं वो कौन सी दालें है, जिन्हें आहार में शामिल करके शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है (Pulses to lower cholesterol)।
इस बारे में बातचीत करते हुए डाइटीशियन मनीषा गोयल का कहना है कि बीन्स, राजमा, चने व दालें शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रित करने में मददगार साबित होते हैं। इनमें फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती हैं, जिससे ब्लड फ्लो नियमित बना रहता है। साथ ही शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है। दालों के अलावा कोलेस्ट्रॉल को नियमित बनाए रखने के लिए एवोकाडो, नट्स, फैटी फिश, साबुत अनाज, फल और डार्क चॉकलेट को डाइट में शामिल करें।
वहीं ऑस्ट्रेलिया हेल्थ सर्वे के अनुसार 1,037 लोग जिनमें उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर पाया गया था। उन्होंने रोज़ाना 130 ग्राम दाल को अपनी मील में एड किया। नियमित तौर पर दाल का सेवन करने से शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर 5 प्रतिशत तक कम हो गया। इसमें मौजूद प्रोटीन और फाइबर आतों में कोलेस्ट्रॉल के एब्जार्बशन को कम करने में मदद करता है।
मूंग दाल प्लांट बेस्ड प्रोटीन का रिच सोर्स है, जिसमें अमिनो एसिड, एंटीऑक्सीडेंटस और ढ़ेर सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे हृदय संबधी समस्याओं का खतरा टल जाता है। इसमें पाए जाने वाले एंजाइम से ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को रेगुलेट करने में मदद मिलती हैं। मूंग दाल एक लो फैट फूड है, जिसमें फाइबर, विटामिन और मिनरल की उच्च मात्रा पाई जाती है। इसे खाने से डाइजेशन में भी सुधार आने लगता है।
चने की दाम में पोटेशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और सोडियम की मात्रा कम होती है। इसके चलते ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने में मदद मिलती है, जो हार्ट संबधी समस्याओं के खतरे को कम करता है। इसके अलावा चना दाल में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स पाया जाता है। मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है, जो शरीर में इंसुलिन स्पाइक्स को रोकने में मदद करता है।
फाइबर से भरपूर कुल्थी दाल को खाने से पाचनतंत्री मज़बूत होता है और ब्लड में लिपिड की मात्रा कम हो जाती है। इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स पाए जाते हैं, जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल को करने में मदद करता है। इस दाल में प्रोटीन की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो ब्लड में वसा की मात्रा को नियंत्रित करती है। पोषण से भरपूर इस दाल में एंटीऑक्सीडेंटस प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
कैल्शियम और एंटीमाइक्रोबियल प्रापर्टीज़ से भरपूर मसूर की दाल शरीर के इम्यून सिस्टम को मज़बूती प्रदान करने में मदद करती है। खाने और पचाने में आसान मसूर की दाल के सेवन से पाचनतंत्र मज़बूत बनता है। इसमें पाए जाने वाले एंजाइम्स शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करके गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करते हैं।
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