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बिना लहसुन-प्याज की इन 7 रेसिपीज से सजाएं बसंत पंचमी की थाली, देखते ही आ जाएगा मुंह में पानी

Published on:25 January 2023, 14:37pm IST

वसंतोत्सव या सरस्वती पूजा के रूप में मनाए जाने वाले इस त्योहार को लोग पीले कपड़े पहन कर और पीले रंग के व्यंजनों का आनंद लेकर मनाते हैं। तो इस बार हेल्थ शॉट्स पर हैं ऐसी ही कुछ स्वादिष्ट और हेल्दी पीले रंग की रेसिपीज।

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इस बार 26 जनवरी को बसंत पंचमी का त्योहार पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जा रहा है। बहार के आगाज का यह त्योहार पीले रंग के साथ सेलिब्रेट किया जाता है। लोग पीले वस्त्र पहनते हैं और पीले रंग के स्वादिष्ट पकवन भी बनाते हैं। केसर भात से लेकर रवा केसरी तक इस अवसर पर कई स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं। तो इस बार बसंत पंचमी की थाली को कुछ यूनीक व्यंजनों से सजाएं। खास बात यह कि इनमें लहसुन और प्याज का इस्तेमाल नहीं किया गया है। ताकि आप सरस्वती पूजा के इस खास त्योहार को सात्विक व्यंजनों के साथ सेलिब्रेट कर सकें।

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1 ढोकला - यह एक स्वादिष्ट और हेल्दी स्नैक्स है। बेसन थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर मिलाते हुए गाढ़ा मिश्रण बना लें, इसमें हल्दी पाउडर डालकर मिला लें। बेसन के घोल को ढककर 20 मिनट के लिये रखें। ढोकला बनाने के बर्तन में 2 छोटे गिलास पानी डालें और गैस पर गरम करने के लिये रखें। बर्तन में एक स्टैंड भी रखें जिस पर आप बेसन के मिश्रण से भरी थाली रख सकते हैं। थाली को तेल लगाकर चिकना कर लें। बेसन के मिश्रण में नींबू का रस, नमक, हरी मिर्च का पेस्ट, अदरक का पेस्ट डालें। अब इसमें ईनो पाउडर डालें और मिश्रण मिलाएं। मिश्रण में हवा के बुलबुले आने पर मिश्रण को प्लेट में डालें और प्लेट को भाप में पकाने के लिए स्टैंड पर रखें। बर्तन को ढककर ढोकला को तेज आंच पर लगभग 20 मिनिट तक पकने दें। बेसन ढोकला बनकर तैयार है। ढोकला को ठंडा होने दें। तड़के के लिए बरतन तेल गरम करें राई डालें। राई भुनने पर हरी मिर्च डाल कर हल्का सा भून लीजिये, मसालों में पानी, नमक और चीनी डाल कर मिला लें। पानी में उबाल आने के बाद गैस बंद कर दीजिए और इसमें नींबू का रस डाल दीजिए। इस तड़के को ढोकलों के ऊपर चमचे से डालिये।

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2 लेमन राइस - चावल को पानी से अच्छी तरह धोएं। फिर 1.5 कप पानी के साथ एक प्रेशर कुकर में डालें। 2 से 3 सीटी आने तक पकाएं। चावल के पकने तक उरद दाल और चना दाल को 10 से 15 मिनट तक पानी में भिगोएं। फिर दालों से पानी निकालें। चावल पकने के बाद एक बड़े कटोरे में निकालें और इसे ठंडा होने दें। फिर नमक और नींबू का रस मिलाएं और इसे एक तरफ रखें। मध्यम आंच पर एक छोटे से पैन में 1 बड़ा चम्मच तेल गरम करें। तेल में मूंगफली डालें और हल्के सुनहरे भूरे रंग होने तक भूनें। प्लेट पर मूंगफली निकालें। उसी पैन में, अब सरसों के बीज डालें और भूनें। पैन में भीगे और सूखे दाल डालें और सुनहरा होने तक भूनें। करी पत्ते और मिर्च डालें। कुछ सेकंड के लिए भूने। फिर हल्दी, हिंग डालें। पैन को गैस से हटा लें। भुना हुआ मूंगफली के साथ चावल को तड़के मिलाएं। चावल के साथ सभी मसाला को अच्छी तरह से मिलाएं। स्वाद के लिए नमक और नींबू का रस भी मिलाएं।

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3 कढ़ी-पकौड़ा - पूरे उत्तर भारत में कढ़ी खूब शौक से बनाई और खाई जाती है। होली, दिवाली, बासौड़ा जैसे खास उत्सवों में कढ़ी जरूर बनाई जाती है। बाजरे की रोटी के साथ तो कढ़ी का स्वाद ही अलग है। तो इस बार मिस्सी रोटी के साथ कढ़ी परोसें। ताजी छाछ में थोड़ा सा बेसन मिलाएं और साबुत लाल मिर्च, मेथी के दानों के साथ छौंक दें। बस तैयार है कढ़ी पर बिना पकौड़ों के कढ़ी का स्वाद अधूरा लगता है। इसके लिए बेसन का थिक पेस्ट तैयार करें और छोटे-छोटे पकौड़ें तलें। तैयार कढ़ी में इन पकौड़ों को डालें और नर्म हो जाने पर परोसें। कुछ लोग कढ़ी में तड़का ऊपर से डालते हैं ताकि एक अलग रंगीन निखार आ सके। आप अपनी इच्छानुसार पहले या बाद में छौंक दे सकती हैं।

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4 मिस्सी रोटी - मिस्सी रोटी डायबिटीज, कॉलेस्‍ट्रॉल और गर्भावस्था के लिए अच्छी है। आटे और बेसन को एक साथ एक बाउल में डालें। उसके बाद नमक, अजवायन, हींग, हल्दी, कसूरी मेथी और तेल डालकर एक नरम आटा गूंथना है। जरूरत हो तो इसमें पानी भी मिलाएं। थोड़ृी देर आटे को सेट होने के लिए ढककर रखें और फिर छोटी लोइयों को बेल लें। गर्म तवे पर तेल या देसी घी के साथ इन रोटियों को सेकें। बस वसंतोत्सव का यह खास व्यंजन तैयार है।

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5 कद्दू की खट्टी-मीठी सब्जी - सबसे पहले एक बड़ी कड़ाही में 4 टीस्पून तेल गरम करें और मसाले को भूनें। साथ ही, 2 मिर्च और 1 टीस्पून अदरक के पेस्ट को खुशबूदार होने तक भूनें। 600 ग्राम कद्दू डालें और 2 मिनट के लिए भूनें। अपनी पसंद का सब्जी मसाला डालें ¾ टीस्पून नमक डालें। 2 मिनट के लिए भूनें जब तक कि मसाले अच्छी तरह से मिक्स न हो जाएं। ¼ कप पानी डालें, ढककर 10 मिनट तक बीच-बीच में चलाते हुए पकाएं। अब 1 टीस्पून गुड़, 1 टीस्पून अमचूर और ¼ कप पानी डालें। अच्छी तरह मिलाएं और कद्दू के पकने तक पकाएं।

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6 गाजर का रायता - दही को चिकना होने तक फेंटें। कटी हुई हरी मिर्च, काला नमक, चीनी, चाट मसाला और भुना जीरा पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाएँ। कद्दूकस किया हुआ गाजर डालें और अच्छी तरह मिलाएँ। नमक डालें। तड़के के लिए एक छोटे पैन में गरम करें। उसमें राई, उड़द दाल, करी पत्ता और सूखी लाल मिर्च डालें और उन्हें कुछ सेकंड के लिए चटकने दें। तड़के को रायते के ऊपर डालें और अच्छी तरह मिलाएँ। गाजर में भरपूर मात्रा में विटामिन ए, के, सी के साथ कैल्शियम,पोटेशियम, फाइबर और आयरन की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है। गाजर में भरपूर मात्रा में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होते है जो हार्ट हेल्थ को स्वस्थ बनाए रखते है।

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