सर्दी में अगर आपको भी सर्दी-जुकाम की समस्या हो जाती है, तो तुरंत ओवर द काउंटर कफ सिरप लेने से पहले प्राकृतिक चीज़ों का सेवन करने की कोशिश करें। इन्हीं चीज़ों में मुरब्बा भी शामिल है। विभिन्न पौष्टिक खाद्य पदार्थों के साथ बना मुरब्बा व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
सर्दियों का मौसम अपने साथ कई तरह के ईटिंग ऑप्शंस ले कर आता है। खाने के शौकीनों से लेकर फिटनेस फ्रीक्स तक, यह मौसम हर किसी के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन सर्दी का मौसम शुरू होते हीतमाम तरह के वायरस और बैक्टीरिया लोगों के स्वास्थ्य पर हावी हो जाते हैं, जिसके कारण खांसी, जुकाम जैसी समस्याएं भी बढ़ जाती है। लेकिन सर्दी जुकाम की इन आम समस्याओं को दूर करने के लिए बरसों से भारतीय रसोई में तमाम ऐसे चीज़े बनती रहीं हैं, जो अच्छे स्वाद के साथ बेहतरीन स्वास्थ्य भी बनाएं रखने में मदद करती हैं। इन्हीं चीज़ों में मुरब्बा भी शामिल है।
साधारण भाषा में समझें तो मुरब्बा एक मीठे स्वाद वाला पारंपरिक एवं देसी भारतीय 'जैम' होता है। कुछ लोग मुरब्बे को मीठा अचार भी कहते है, जिसमें फलों और अन्य चीज़ों को शहद के साथ मिलाकरबनाया जाता है। यह एक प्रकार का स्वादिष्ट और पौष्टिक खाद्य पदार्थ है, जिसमें फलों का अच्छा स्वाद और मीठापन होता है। कई तरह के पौष्टिक तत्व प्रयोग किए जाने के कारण मुरब्बे में विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। ये पौष्टिक तत्व शरीर को स्वस्थ रखने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं और इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने व मज़बूत करने में मदद करते हैं। सर्दी में आमतौर पर आप कई चीज़ों का मुरब्बा बना के खा सकते है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट के अनुसार, अदरक में कई तरह का एन्टीबैक्टेरिल, एंटीफंगल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो सर्दी, जुकाम और खांसी जैसी समस्याओं के साथसूजन जैसी परेशानियों को भी दूर करती है। वहीं, यदि सर्दी के मौसम में आप अदरक का मुरब्बा खाते हैं तो कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते है। अदरक के मुरब्बे का सेवन पाचन को सुधार सकता है और अपच की समस्याओं को कम करने में भी मदद कर सकता है। इसके साथ ही अदरक में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स गैस और एसिडिटी को कम करने में भी मदद कर सकते हैं।
हरड़ एक आयुर्वेदिक जड़ीबूटी है जो कि शरीर के लिए कई मायनों में फायदेमंद है। हरड़ को 'हरीतकी' भी कहा जाता है। आयुर्वेद में हमेशा से ही हरड़ को एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता रहा है। आयुर्वेद के जानकर आचार्य बालकृष्ण अपने एक लेख में लिखते हैं कि, हरड़ एक प्राकृतिक पदार्थ है और इसका मुरब्बा एक प्रचीन और परंपरागत भारतीय उपचार है, जिसमें हरड़ को शहद के साथ मिलाकर बनाया जाता है। हरड़ का मुरब्बा विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जिससे इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है और रोगों से लड़ने की क्षमता में सुधार होता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट बताती हैं कि ग्रीन ग्रेप्स सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते है। अंगूर व्यक्ति के कॉग्निटिव फंक्शन में सुधार लाते हैं और साथ ही अंगूर में फाइटोकेमिकल रेस्वेराट्रोल होता है, जो लिवर संबंधी समस्याओं के रोकथाम के लिए फायदेमंद है। वहीं, सर्दियों के मौसम में अंगूर का मुरब्बा भी स्वस्थ के लिए फायदेमंद है। अंगूर में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट्स, और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सर्दी-जुकाम को ठीक करने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में भी मदद करते हैं।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ आयुर्वेदिक एंड हर्बल मेडिसिन के की एक रिपोर्ट के अनुसार, आंवला सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। आंवला विटामिन सी का एक अद्भुत स्रोत है, जो शरीर की रोग-निरोधक क्षमताको मजबूत करने में मदद करता है। यह इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देता है और रोगों से लड़ने में सहायक हो सकता है। वहीं, मुरब्बों में सबसे प्रचलित आंवले का मुरब्बा भी स्वास्थ्य को बहुत अच्छा बनाता है। आंवले का मुरब्बा ठंड के दिनों में सर्दी-खांसी को दूर करने के साथ ब्लड प्रेशर और हार्ट हेल्थ को स्वस्थ बनाएं रखने में भी काफी मदद करता है।
सेब के मुरब्बा सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह मुरब्बा सेब औरशहद को मिलाकर बनाया जाता है और इसमें सेब के पोषण तत्वों के साथ शहद के गुणों का संयोजन भी होता है। यह स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के लिए जाना जाता है। इसके साथ ही सेब का मुरब्बा पाचन को सुधारता है और अच्छी तरह से खाना पचा सकता है। वहीं, सेब में पोटैशियम होता है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकता है।