ओवर ईटिंग या असंतुलित आहार लेने से कई बार हमें ब्लोटिंग का सामना करना पड़ता है। इसके चलते बेचैनी, जी मचलाना और सीने में जलन की समस्या भी बढ़ने लगती है। इसमें पेट का फूलना एक सामान्य लक्षण है। आमतौर पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं, डिहाइड्रेटेड और पीरियड भी महिलाओं में ब्लोटिंग का कारण बन जाती है।
टमाटर है फायदेमंद- टमाटर में प्रचुर मात्रा में प्रीबायोटिक्स पाए जाते हैं। जो हेल्दी गट बैक्टीरिया को बढ़ाने में शरीर की मदद करते हैं। इसके निरंतर सेवन से हमारा शरीर कई प्रकार की बीमारियों से मुक्त रहता है। इसके अंदर पाई जाने वाली डिटॉक्सीफाइंग प्रोपर्टीज़ डाइजेस्टिव सिस्टम को बेहतर बनाती है। विटामिन सी से भरपूर टमाटर को जूस, चटनी या प्यूरी के तौर पर खाने में एड कर सकते हैं
अदरक है लाजवाब- अदरक हमारे शरीर को कई समस्यों से दूर रखता है। एसिडिटी संबधी समस्याओं के लिए अदरक को पानी में उबालकर पीने से ब्लोटिंग से राहत मिल जाती है। एनीसबीआई के मुताबिक रोज़ाना1500 मिलीग्राम अदरक खाने से आपको ब्लोटिंग के अलावा जी मचलने की दिक्कत भी दूर होने लगती है। इसे आप चाय के तौर पर पी सकते हैं या फिर रेसिपीज़ में एड करके इस्तेमाल कर सकते हैं। अदरक खांसी जुकाम का भी एक कारगर इलाज है।
योगर्ट से पेट को मिलेगी ठंडक- जहां ब्लोटिंग के दौरान दूध का सेवन समस्या को बढ़ाने का काम करता है। वहीं दही आपके पाचन संस्थान को बेहतर बना देता है। इसमें मौजूद हेल्दी बैक्टीरिया पेटकी गड़बड़ी को दूर करता है। दही में एक चुटकी नमक और काली मिर्च मिलाकर खाने से इससे पेट में जमा एसिड की परेशानी से लाभ मिलता है। दिन में दो बार दही अवश्य खाएं।