अधिकतर भारतीय पकवानों में ज़ायका बढ़ाने वाला धनिया पौष्टिकता के मामले में भी शीर्ष पर ही है। हलके हरे और भूरे रंग का सूखा धनिया में स्वास्थ्य को बेहतरीन बनाए रखने वाले अनेक गुण मौजूद होते है ।
भारतीय रसोई में रखें मसालों और स्वाद के डिब्बों में 'पौष्टिकता' भी एक जगह निर्धारित हैं, जो न जानें पिछले कितने वर्षों से बस वहीं रखी हुई है। भारतीय पकवानों को और स्वादिष्ट बनानेवाले इन पोषण तत्वों में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतरीन रखने की वो चीज़े मौजूद है, जो व्यक्ति के समग्र जीवन को खुशहाल बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है। स्वादिष्ट खाने के साथ व्यक्ति को पौष्टिकता देने के लिए उपयोग किए जाने वाले इन तमाम मसालों में 'धनिया' का भी बेहद अहम किरदार है। चित्र-अडोबीस्टॉक
भारतीय व्यंजनों में अलग-अलग रूपों में धनिया का प्रयोग होता है। कुछ लोग हरे धनिये उपयोग करते हैं, तो वहीं कुछ लोग सूखा धनिया यानी धनिया के बीज भी इस्तेमाल करते है। पौष्टिक तत्वों काखज़ाना कही जाने वाली धनिया, अपने हर रूप में व्यक्ति के स्वास्थ्य को बेहतरीन बनाती है। लेकिन वहीं, सूखा धनिया के रूप में जाने जाने वाले धनिया के बीज भी व्यक्ति के स्वास्थ्य को उतना ही पोषण देते हैं। सूखे धनिये में विटामिन सी, प्रोटीन, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे अनेक गुण मौजूद होते है। चित्र-अडोबीस्टॉक
सूखा धनिया जोड़ों के दर्द के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। आयुर्वेद के अनुसार, यदि आप धनिया और अजवाइन का नियमित सेवन करते हैं, तो आपकोजोड़ों के दर्द से आराम मिल सकता है। दरअसल, धनिया के बीजों में ऑमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं, जो इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं, जिससे जोड़ों के दर्द को आराम पहुंचता है। साथ ही धनिया के बीज में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो त्वचा और जोड़ों को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद कर सकते हैं। चित्र-अडोबीस्टॉक
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी ऑफ आयुर्वेद के द्वारा किए गए एक शोध में यह बताया गया कि धनिया के बीज स्किन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करते है। साथ ही यह एक्जिमा, खुजली जैसे त्वचाकी समस्या को भी दूर करते है। शोध के अनुसार धनिया के बीज में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो त्वचा को हानिकारक फ्री रैडिकल्स से बचाने में मदद करते हैं। साथ ही धनिया में पाए जाने वाले अनेक तत्व, त्वचा के इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं, जिससे त्वचा में सुधार होता है। चित्र-अडोबीस्टॉक
द ब्रिटिश जर्नल में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, सूखे धनिया में डायबिटीज़ को रोकने वाले तत्व मौजूद होते है और यह स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित भी करते हैं। धनिये के बीज में उच्च फाइबर होती है, जिससे खाना पचाने में मदद मिलती है और ब्लड शुगर संतुलित रहती है। साथ ही धनिये के बीजों में विटामिन K, सिलेनियम, और अन्य खनिज भी मौजूद होते हैं, जो इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार लाते है और डायबिटीज़ के रोकथाम में मदद करते हैं। चित्र-अडोबीस्टॉक
धनिया के बीजों में विटामिन सी होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है और सर्दी-जुकाम से लड़ने में भी सहायक है। साथ ही धनिया के बीज को बारीक पीसकर शहद के साथ मिलाकरलेने से पुरानी खांसी में आराम मिलता है। वहीं, धनिया में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं और सर्दी व फ्लू के कारण होने वाले इंफेक्शन से बचाव कर ते हैं। चित्र-अडोबीस्टॉक
आयुर्वेद के अनुसार, धनिया के बीजों को भून कर साबुत ही थोड़ी देर तक चबाने से ओरल हेल्थ में फायदा मिलता है। इसके प्रयोग से मुंह से आने वाली दुर्गंध और पेट संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है । साथ ही धनिया के बीज एसिडिटी को कम करने में मदद करते हैं। इसके लिए, धनिया के बीजों को पीसकर गर्म पानी में मिलाएं और इसे खाने से पहले पीने से एसिडिटी में आराम हो सकता है। चित्र-अडोबीस्टॉक