हल्दी पाउडर आपकी मसालेदानी की महत्वपूर्ण सामग्री है। पर कोविड-19 के दिनों में इसके मौलिक रूप यानि कच्ची हल्दी ने भी अपनी ओर हम सभी का ध्यान खींचा। क्या आप इसके बारे में और भी जानना चाहती हैं?
क्या होती है कच्ची हल्दी?: व्यंजनों को सुंदर रंग देने के साथ यह स्वाद और सेहत को भी निखारती है। दिखने में अदरक जैसी लगने वाली कच्ची हल्दी ही असल में हल्दी का मौलिक रूप है। इसका आकार अदरक की डलियों की तरह होता है और इसे काटते ही अंदर से पीला रंग दिखाई देता है। इसी हल्दी को प्रोसेस करके बाजारों में हल्दी पाउडर बिकता है।
घर में भी बनाया जा सकता है हल्दी पाउडर : पाउडर बनाने के लिए कच्ची हल्दी को अच्छे से साफ कर लें और इसे छांव में सुखाएं। इसके बाद आप इसे उबाल लें और फिर से छांव में सूखा दें। एक-दोदिन सूखने के बाद आप कच्ची हल्दी को पतले-पतले स्लाइस में काट लें। अब इन्हें धूप में सुखाएं। इसके बाद आप इसे ग्राइन्डर में पीसकर इसका पाउडर बना सकते हैं।
पोषण का भंडार है कच्ची हल्दी : भारतीय मसालों में हल्दी का एक महत्वपूर्ण स्थान है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण आपको स्वस्थ रहने में मदद करते है। इसके एंटीसेप्टिक गुण आपकी चोट को ठीक करने का काम करते हैं। यह पाचन को स्वस्थ रखने के साथ आपकी त्वचा की समस्याओं को भी दूर करती है। विटामिन ए, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और खनिजों का महत्वपूर्ण स्रोत है कच्ची हल्दी।
कच्ची हल्दी का आयुर्वेदिक महत्व : आयुर्वेद में कच्ची हल्दी को औषधि माना जाता है। यह केवल रंग और स्वाद के लिए नहीं, बल्कि अपने मेडिसिनल गुणों के लिए भी जाना जाता है। गठिया, पित्त, कब्ज, सर्दी-जुकाम, खांसी, संक्रमण, आदि से छुटकारा पाने के लिए कच्ची हल्दी का उपयोग किया जाता है। बदलते मौसम में कच्ची हल्दी का सेवन करने से आपकी इम्युनिटी मजबूत होगी। यह आपको संक्रमण और बीमारी से बचने में मदद करेगा।
कच्ची हल्दी के सेवन के तरीके : अदरक की तरह दिखने वाली कच्ची हल्दी को आप दूध के साथ पी सकते हैं। यह सर्दियों में होने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों में आपको राहत देती है। इसके अलावा कच्ची हल्दी के लड्डू, व्यंजनों में डालकर, चटनी या सूप के माध्यम से भी इसका सेवन किया जा सकता है। आप कच्ची हल्दी का अचार भी बना सकते है। यह ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसे आप मसाले से लेकर मुख्य सामग्री के रूप में विभिन्न तरीकों से उपयोग कर सकते है।