टाइप 2 डायबिटीज के मरीज के आहार में फल, सब्जियां और साबुत अनाज जैसे हेल्दी कार्ब्स शामिल होने चाहिए। लेकिन कुछ खाद्य पदार्थ हेल्दी होने के बावजूद ब्लड शुगर लेवल बढ़ा देते हैं। इनसे बचना चाहिए।
डेयरी प्रोडक्ट (High Fat Dairy Products) बोन हेल्थ, इंटेसटिनल हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद हैं डेयरी प्रोडक्ट। हाई फैट डेयरी प्रोडक्ट में सैचुरेटेड फैट एलडीएल कोलेस्ट्रॉल स्तर कोबढ़ा कर हृदय रोग के खतरे को भी बढ़ा सकती है। सैचुरेटेड फैट मधुमेह वाले लोगों के लिए भी गंभीर समस्या का कारण बन सकती है। सैचुरेटेड फैट में उच्च आहार खाने से इंसुलिन रेजिस्टेंस खराब हो सकता है। फुल क्रीम दूध से बने डेयरी उत्पादों दही, आइसक्रीम, क्रीम चीज़ से बचने की पूरी कोशिश करें। इसके बजाय कम वसा वाले या वसा रहित डेयरी उत्पादों की तलाश करें।
नेचुरल स्वीटनर (Natural Sweetener)चीनी युक्त खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर लेवल में खतरनाक वृद्धि का कारण बन सकते हैं। हम सोचते हैं कि शहद या मेपल सिरप जैसे नेचुरल स्वीटनर डायबेटिक्स के लिए ठीक हैं, लेकिन शरीर शुगर के बीच अंतर नहीं करता है। प्राकृतिक शुगर भी ब्लड शुगर लेवल में वृद्धि का कारण बनते हैं। चित्र: शटरस्टॉक
बेक और प्रोसेस किया हुआ फ़ूड (Baked and Processed Food)हम सोचते हैं कि बेक और प्रोसेस किये हुए ड्राई फ्रूट्स, होल ग्रेन फ़ूड स्वास्थ्य के लिए बढ़िया हैं। अधिकांश बाज़ार में बेक कियेहुए और पैकेज्ड फ़ूड एडेड शुगर, अन्हेल्दी फैट जैसे ट्रांस फैट से बनाए जाते हैं। इनमें प्रीजर्वेटिव, कलर और स्वाद देने वाले एजेंटों सहित कई रासायन भी मिले होते हैं। प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में कार्बोहाइड्रेट सिंपल कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल और इंसुलिन लेवल में तेजी से वृद्धि का कारण बनते हैं। इसकी बजाय ताज़ी सब्जियों और फाइबर से भरपूर फ्रूट और सैलेड खाएं।
सफेद कार्बोहाइड्रेट (White Carbohydrate)ये सबसे अधिक ब्लड शुगर बढ़ाने वाले होते हैं। सफ़ेद ब्रेड, चावल और पास्ता में मौजूद वाइट कार्बोहाइड्रेट का कोई पोषण मूल्य नहीं है। वे ब्लड शुगर में वृद्धि और वजन बढ़ने के साथ-साथ लो डेंसिटी वाले लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल लेवल (बैड कोलेस्ट्रॉल) में वृद्धि का कारण भी बन सकते हैं। सफेद कार्बोहाइड्रेट को होल ग्रेन कार्बोहाइड्रेट से बदलें, जैसे कि ब्राउन राइस, क्विनोआ और साबुत अनाज पास्ता, ब्रेड।