शरीर की बाहरी सुंदरता को बनाए रखने के लिए हम कई तरह के महंगे प्रोडक्ट्स प्रयोग करते है। लेकिन शरीर की बाहरी सुंदरता को निखारने में हम इतना मशगूल हो जाते हैं कि शरीर के अंदरूनी स्वास्थ्य के बारे में नहीं सोचते।
दुनिया भर में कोलन संबंधी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। इनमें साधारण पाचन संबंधी समस्याओं से लेकर कोलन कैंसर तक के आंकड़े शामिल हैं। वास्तव में आप दिन भर जो तेल, मसाले, प्रोसेस्ड औरजंक फूड खाते हैं, वे टॉक्सिन्स को पैदा करे कोलन में गंदगी जमा करने लगते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप हर दिन के खानपान और व्यायाम के साथ-साथ कोलन की सफाई पर भी ध्यान दें। चिंता न करें, इसके लिए आपको कोई कृत्रिम तरीका अपनाने की जरूरत नहीं है। आप कुछ फूड्स को अपने आहार में शामिल कर कोलन की सफाई कर सकते हैं। चित्र-अडोबीस्टॉक
हरी सब्जियां खाएं- बड़ी आंत यानी कोलन की सफाई के लिए हरी सब्जियां आपकी मदद कर सकती हैं क्योंकि ये सब्जियां फाइबर, विटामिन्स, मिनरल्स, और अन्य पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत होती हैं। इसके साथ ही हरी सब्जियां फाइबर का अच्छा स्रोत होती हैं, जो बड़ी आंत के लिए महत्वपूर्ण है। फाइबर बड़ी आंत को स्वच्छ रखने में मदद करता है और कब्ज को दूर करता है। इसके साथ ही याद रखें कि सब्जियों को सही तरीके से बनाने के लिए तेल और मसालों का मिनिमल उपयोग करें। स्टीम, बॉइल, या स्वादानुसार बनाने का प्राथमिकता दें। चित्र-अडोबीस्टॉक
सब्जियों का जूस पिएं- सब्जियों का जूस बड़ी आंत (कोलन) को साफ और स्वस्थ रखने में मदद करता है, क्योंकि इसमें फाइबर, विटामिन्स, मिनरल्स, और अन्य पोषक तत्व होते हैं। इसके साथ ही सब्जीके जूस में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो बड़ी आंत में मौजूद गंदगी को पूरी तरह से साफ़ कर देता है। वहीं, 2015 में आई एनसीबाआइ() की एक रिपोर्ट में ये पता चला कि विटामिन सी बड़ी आंत की सफाई के लिए काफी फायदेमंद होता है और सब्जियों में विटामिन सी भी मौजूद होता है। चित्र-अडोबीस्टॉक
त्रिफला भी है फायदेमंद- त्रिफला एक प्राकृतिक आयुर्वेदिक औषधि है जिसे भारतीय आयुर्वेद में उपयोग किया जाता है। यह तीन फलों का मिश्रण होता है और इसमें आमला, बहेड़ा, और हरड़ (हरीतकी) शामिल होते हैं। यह एक प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि है और बड़ी आंत की सफाई (क्लींसिंग) के लिए इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, त्रिफला पर 2012 में की गई एक रिसर्च में यह पाया गया है कि त्रिफला एक बहुत अच्छी लग्जेटिव हैं, जो आंतों में जमा कई समय पुरानी गन्दगी को भी बाहर निकाल देता है। चित्र-अडोबीस्टॉक
साल्ट वॉटर भी करता है सफाई- 2010 में हुई एक रिसर्च में पता चला है कि यदि व्यक्ति दिन में एक से दो बार नमक वाले पानी का सेवन करता है तो आंतो में जमा गंदगी बाहर निकल जाती है और बड़ी आंत भी साफ़ हो जाती है। विषेशज्ञों के अनुसार अगर साल्ट वॉटर को सुबह और शाम खाने से आधे घंटे पहले पिया जाएं, तो इसके बहुत अच्छे परिणाम दिख सकते हैं। चित्र-अडोबीस्टॉक
नींबू पानी और शहद- वेलनेस एक्सपर्ट डॉ. विनय सिंह बताते हैं कि नीबू पानी और शहद बहुत अच्छा कोलन क्लींसर का काम करता है। इसके लिए एक ग्लास नींबू पानी मे एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह-सुबहपीने से काफी आराम मिलता है। यह न सिर्फ कोलन में जमी गंदगी से निजात दिलाता है, बल्कि आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद साबित होता है। चित्र-अडोबीस्टॉक
प्रोबायोटिक्स भी करता है मदद- प्रोबायोटिक्स को हमेशा गट हेल्थ के लिए लाभदायक माना जाता है। इसलिए जब भी आपको पाचन या गट हेल्थ संबंधी समस्या हो तो अपने आहार में प्रोबायोटिक्स को शामिल करने पर ध्यान दें। डॉ. विनय बताते हैं कि प्रोबायोटिक्स भी बड़ी आंत को साफ करने में मदद करते है। दही, एपल साइडर विनेगर और तमाम तरह के फर्मेन्टेड फूड एक अच्छे प्रोबायटिक्स का काम करते हैं। चित्र-अडोबीस्टॉक