मौसम बदल रहा है और सर्दियां आने लगी हैं। ऐसे में आपके शरीर को इस मौसम की बीमारियों से लड़ने के लिए एक्स्ट्रा केयर की ज़रूरत है। हम आपको बता रहे हैं ऐसी 7 आयुर्वेदिक हर्ब्स के बारे में जोआपको करेंगी सर्दियों के मौसम के लिए तैयार।
अपने पौष्टिक गुणों के लिए जाने जानी वाले तुलसी सर्दियों के मौसम के लिए बहुत फायदेमंद है। तुलसी में विटामिन C और अन्य औषधीय तत्व होते हैं,जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने में मददकरते हैं। साथ ही तुलसी में अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स के खिलाफ रक्षा कर सकते हैं और ब्लड प्रेशर जैसी स्थिति में भी फायदेमंद होती है। साथ ही तुलसी में अच्छी मात्रा में एंटीबैक्टेरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जिनसे सर्दी के मौसम में होने वाली बीमारियों के खिलाफ रक्षा होती है।
विभिन्न पौष्टिक तत्वों से युक्त अदरक पाचन को सुधारने में मदद करता है। यह पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए फायदेमंद है। वहीं, अदरक में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो स्वास संबंधी समस्याओं को दूर करते है और कफ, सर्दी और ज़ुकाम जैसी स्थितियों को दूर करने में मदद करती है। वहीं, अदरक में एंटीइन्फ्लेमेटरी तत्व भी होते हैं जो अर्थराइटिस जैसी स्थिति के रोकथाम में भी मदद करते है।
हल्दी, दुनिया में सबसे प्रसिद्ध, व्यापक रूप से शोधित और आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले आयुर्वेदिक मसालों में से एक है। यह मजबूत प्रतिरक्षा बढ़ाने वाली जड़ी बूटी है, जो एलर्जी को दूरकरने में मदद करती है। इससे सर्दी-जुकाम, रूखी त्वचा, जोड़ों के दर्द और सूजन जैसी कई तरह की बीमारियों का इलाज किया जाता है। अपने आहार में हल्दी को शामिल करने के लिए हर दिन हल्दी वाला दूध पीना सबसे आसान है।
सदियों से मुलेठी का प्रयोग होता आ रहा है। यह एक अद्भुत जड़ी-बूटी है, जो पाचन में सुधार करती है और शरीर को सर्दी की बीमारियों से लड़ने में मदद करने के लिए प्रतिरक्षा को बढ़ाती है। इस जड़ी-बूटी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह त्वचा की समस्याओं को भी ठीक करती है। इस पौधे की जड़ पाउडर के रूप में भी उपलब्ध होती है। जिसका सेवन शहद और घी के साथ किया जा सकता है और यह सर्दी के मौसम में बहुत फायदेमंद होता है।
नीम अपने स्वास्थ्यलाभ के लिए प्रसिद्ध है। पारंपरिक रूप से आयुर्वेदिक उपचार में वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने के लिए एक एंटीसेप्टिक के रूप में उपयोग किया जाता है, नीम को मूत्र संबंधीविकार, दस्त, बुखार, त्वचा रोग, जलन और सूजन संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। नीम के पत्तों को रोजाना चबाना आपको कई बीमारियों से बचा सकता है।
यह पारंपरिक औषधीय जड़ी-बूटियों में से एक है। अश्वगंधा पाउडर कई हर्बल मेडिकल स्टोर में उपलब्ध है, जिसे शहद और गर्म दूध के साथ मिलाकर सोने से पहले लिया जा सकता है। यह जड़ी-बूटी अच्छीनींद प्रदान करती है और यह एक बेहतरीन दर्द निवारक भी है। जो लोग जोड़ों के दर्द से पीड़ित हैं, वे इस हर्बल दवा को पूरे सर्दियों के मौसम में जारी रख सकते हैं। यह सूजन को कम करने में भी मदद करता है और एक अच्छे श्वसन क्रिया का समर्थन करता है। प्रतिरक्षा को बढ़ाता है।