गैस, अपच या कब्ज… कोई भी हो समस्या, ये 5 योगासन दे सकते हैं आपको राहत
पाचन संबंधी हर समस्या का उपचार झाग वाले पेय नहीं हैं और न ही हर बार कैप्सूल खाना आपकी सेहत के लिए सही होगा। इन सबसे पहले आपको योगाभ्यास पर भरोसा करना चाहिए।
अधो मुख श्वानासन (Downward-Facing Dog) - अपने हाथों और पैरों को सेट करने के लिए प्लैंक पोज़ में आएं। फिर, कूल्हों को ऊपर उठाएं, घुटनों और कोहनियों को सीधा करते हुए, शरीर के साथ एक उल्टा वी-आकार बनाएं। अब अपने हाथों को जमीन में दबाएं। इस मुद्रा को होल्ड करें और लंबी गहरी सांसें लें। नाभि की ओर देखें। सांस छोड़ते समय घुटनों को मोड़ें और प्लैंक पोज़ में लौटें।
सेतु बंधासन (Bridge pose)- ज़मीन पर लेटकर किए जाने वाले इस योग से पेल्विक मसल्स को मजबूती मिलती है। इससे रीढ़ की हड्डी में लचीलेपन बढ़ने लगता है। इसे नियमित तौर पर करने से हार्मोंनल इंबैलेंस की समस्या दूर हो जाती है। इसे करने से शरीर का पूरा वज़न कमर पर आता है। इससे समस्त शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर हो जाता है। इसके अलावा ये योग थायरॉयड और पिट्यूटरी गलैंडस को उत्तेजित करती है।
बालासन (Child Pose) - इस आसान को करने के लिए योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं। अपने पैर की उंगलियों को एक साथ रखें और घुटनों को एक दूसरे से थोड़ा अलग रखें। श्वास लें और उसी समय अपने धड़ को आगे की ओर ले जाएं, अपने पेट को अपनी जांघों पर टिकाएं। आपका सिर चटाई को छूना चाहिए। अब चटाई को छूने के लिए अपने दोनों हाथों को सामने की ओर फैलाएं। कुछ देर इस पोजीशन को होल्ड करें और फिर प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं।