जब आप अपनी पसंदीदा चीजों को बिना सेहत की परवाह किए खाना शुरू कर देते हैं, तो पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। और इन्हें दूर करने के लिए हम कुछ मसाले आपको बता रहे हैं।
हींग : यह हमारे किचन में एक ऐसा मसाला है, जो सिर्फ खाने में स्वाद बढ़ाने के ही नहीं बल्कि पाचन संबंधित कई समस्याओं से निजात दिलाने के काम आ सकता है। दरअसल हींग में कैल्शियम, विटामिन, एंटी ऑक्सीडेंट, आयरन समेत एंटीवायरल व अन्य गुण मौजूद होते हैं। मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण गैस, अपच की समस्या के साथ कब्ज से निजात दिलाने में मदद करते हैं।
इलायची : आपके पाचन संबंधित स्वास्थ्य को सुधारने में इलायची आपकी मदद कर सकती है। छोटी इलायची पाचन को बढ़ावा देती है। यह रसोई का एक महत्वपूर्ण मसाला है। इलायची में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, मूत्रवर्धक, एंटीस्पास्मोडिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव आपके खराब पाचन के लिए एक उपाय के रूप में कार्य करते हैं, क्योंकि यह गैस, ऐंठन और मतली को कम करता है।
सौंफ : गैस्ट्रिक समस्याओं में सौंफ काफी फायदेमंद है। इसमें आयरन कैल्शियम और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह सभी तत्व सौंफ को ब्लोटिंग, गैस और पेट की ऐंठन को कम करने केलिए एक अच्छा उपाय बनाता है। इसके साथ ही सौंफ के बीज गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम की मांसपेशियों को शांत करने में भी मदद कर सकते हैं।
भारतीय रसोई में रखें मसालों और स्वाद के डिब्बों में 'पौष्टिकता' भी एक जगह निर्धारित हैं, जो न जानें पिछले कितने वर्षों से बस वहीं रखी हुई है। भारतीय पकवानों को और स्वादिष्ट बनानेवाले इन पोषण तत्वों में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतरीन रखने की वो चीज़े मौजूद है, जो व्यक्ति के समग्र जीवन को खुशहाल बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है। स्वादिष्ट खाने के साथ व्यक्ति को पौष्टिकता देने के लिए उपयोग किए जाने वाले इन तमाम मसालों में 'धनिया' का भी बेहद अहम किरदार है।