विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनिया की तकरीबन आधी आबादी डेंगू के खतरे में है। ऐसा अनुमान लगाया गया है कि हर साल 100 से लेकर 400 मिलियल लोगों में ये संक्रमण पनपने का खतरा है। कई डेंगू वायरस हल्की बीमारी पैदा करते है। जो संक्रमित मच्छरों के काटने के माध्यम से मनुष्यों में फैलता है।
टीबी के मरीजों को अक्सर रात के समय बुखार आता है। रात में पसीना भी आ सकता है। यदि कोई व्यक्ति इस तरह के संकेतों का अनुभव कर रहा है, तो बिना देर किये डॉक्टर को दिखाना चाहिए। श्वसन से जुड़ी कई बीमारियों में सांस लेने में दिक्कत आना एक आम संकेत हो सकता है। टीबी भी आमतौर पर फेफड़ों को ही प्रभावित करती है। इस लक्षण के दिखने का मतलब है कि फेफड़ों की सेहत खराब हो रही है।
एलर्जी है तो न खाएं बाजरा -बाजरे का स्वादिष्ट और पौष्टिक होने के कारण बहुत से लोग इसका ज्यादा सेवन कर लेते है, जिसके कारण कई समस्याएं हो सकती है। ज्यादा बाजरे का सेवन करने से पाचन प्रक्रिया में कठिनाई हो सकती है, जिससे गैस, पेट में अफारा, उल्टी या पेटदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही कुछ लोगों को बाजरे या उससे बने खाद्य पदार्थों से खुजली या त्वचा एलर्जी हो सकती है। साथ ही बाजरे में अतिरिक्त कैल्शियम होने की संभावना होती है, जिससे किडनी संबंधित समस्याएं या कैल्शियम संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं। चित्र:शटरस्टॉक
त्चचा पर लाल निशान - डेंगू के कारण शरीर पर लाल निशान नज़र आने लगते हैं। जो रैशेज का रूप ले लेते हैं। स्किन पर दिखने वाले लाल धब्बे कई दिनों तक बने रहते हैं। आमतौर पर इनमें खुजली नहीं होती। नारियल का तेल नियमित तौर पर लगाने से ये निशान धीरे-धीरे दूर होने लगते हैं। अधिकतर चेहरे और बाजूओं पर नज़र आते हैं।
पेट के दाहिने हिस्से में दर्द - डेंगू के चलते सिर में तेज दर्द की शिकायत होने लगती है। डेंगू बुखार के कारण पेट के दाहिने ऊपरी हिस्से में हल्का दर्द लगातार महसूस होता है। इसके अलावासिरदर्द और रीढ़ की हड्डी में भी ऐंठन महसूस होने लगती है। हेड मसाज से भी सिरदर्द को राहत मिलती है। इसके अलावा बुखार के दौरान रेस्ट करना बेहद ज़रूरी है।