रिलेशनशिप सिर्फ दो लोगों का ही मेल ही नहीं है, बल्कि दो दिलों और दो तरह के विचारों वाले लोगों का भी मेल होता है। एक-दूसरे के साथ अपनी बॉन्डिंग को और मज़बूत करने के लिए दोनों लोग एक रिलेशनशिप में आते हैं। पर समय बीतने के साथ कभी-कभी ये बॉन्डिंग कमज़ोर होने लगती है और दोनों में प्यार कम होने लगता है।
“अब तुम्हारे दिल में मेरे लिए प्यार नहीं रह गया?” या “अब हम पहले की तरह कनैक्ट महसूस नहीं कर पा रहे” ये सिर्फ कुछ संवाद नहीं हैं, बल्कि किसी रिश्ते में आए बदलाव के संकेत हैं। ऐसा जरूरी नहीं कि प्यार में संदेह या ऐसे सवाल सिर्फ एक तरफ से ही हो, बल्कि किसी को भी यह लग सकता है कि उसका पार्टनर अब उसे प्यार नहीं करता। प्यार की कमी, अविश्वास और दूरियां वे तीन चीजें हैं, जो किसी भी रिश्ते को तोड़ने के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं। इससे पहले कि आप उस स्थिति तक पहुंच जाएं, आपको रिश्ते में दरार दिखाने वाले इन संकेतों को पहचान लेना चाहिए। चित्र-अडोबीस्टॉक
बदलने लगी है संवाद की टोन - रिलेशनशिप में 'बातों' का विशेष महत्व होता है क्योंकि ये बातें ही हैं, जिन्होनें आपको और आपके पार्टनर को एक रिश्ते में बांधा था। अगर अभी भी आप दोनों एक-दूसरे से दिल खोलकर बातें कर पाते हैं, तो यह एक पॉजिटिव साइन है। पर अगर बात करते-करते आप झगड़ने लगते हैं या आप दोनों में से किसी एक को भी लग रहा है कि बातों की टोन अब चेंज हो गई है, तो आपको संभलकर सोचना चाहिए। यह रिश्ते को खात्मे की ओर ले जा सकता है। चित्र-अडोबीस्टॉक
भरोसा दिलाने के प्रयास करने पड़ें - किसी भी रिश्ते की बुनियाद ट्रस्ट यानि विश्वास पर होती है। लेकिन अगर आपका पार्टनर चाहें छोटी हो या बड़ी किसी भी बात पर आपका विश्वास नहीं करता और उसे हमेशा यही लगता है कि आप झूठ बोल रहें हैं या बहाना बना रहें हैं, तो आपके रिश्ते के लिए यह भी एक रेड सिग्नल है। चित्र-अडोबीस्टॉक