Besan ke fayde: पौष्टिक तत्वों से भरपूर बेसन से आपकी सेहत को मिलते हैं ये 7 लाभ

Updated on:14 September 2023, 12:36pm IST

बेसन भारत में बहुत लोकप्रिय है। ये भारतीय व्यंजनों में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, विशेष रूप से बारिश के मौसम में पकौड़े, चिल्ला, ढोकला और हलवा बनाने में। पर कभी आपने सोचा है कि आखिर बरसात के मौसम में बेसन के व्यंजनों की बाढ़ क्यों आ जाती है! तो इस स्लाइड को देखते रहें।

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पौष्टिकता से भरपूर: प्रोटीन, आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम से भरपूर बेसन खाने की पौष्टिकता को बढ़ाने में मदद करता है। डाइट्री फाइबर से भरपूर बेसन हमारे पाचनतंत्र को हेल्दी बनाता है।इसके अलावा इम्यून सिस्टम व हड्डियों को भी मज़बूती प्रदान करता है। बहुत से व्यंजनों में बेसन का इस्तेमाल किया जाता है। इससे स्वाद और सेहत दोनों की बढ़ते हैं। इसके अलावा बेसन स्किन संबधी समस्याओं से भी हमारी रक्षा करता है।

बेसन पोषक तत्वों का भंडार है। चित्र: शटरस्टॉक 2/8

फाइबर से भरपूर : बेसन में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो रक्त में वसा के स्तर को सुधारने में मदद कर सकता है। इसमें एक प्रकार का फाइबर भी होता है जिसे रेजिस्टेंस स्टार्च कहा जाताहै, जिसे कई स्वास्थ्य लाभों से जोड़ा गया है।

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ह्रदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: बेसन में घुलनशील फाइबर होते हैं, जो आपके दिल को स्वस्थ रखते हैं। बेसन की फाइबर सामग्री कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रण में रखती है और यह हृदय की कार्यप्रणाली और स्वस्थ रक्त परिसंचरण में मदद करती है।

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वज़न घटाने में सहायक : बेसन ग्लाइसेमिक इंडेक्स के निचले स्तर के कारण तेजी से कैलोरी बर्न करने में मदद करता है। बेसन का सेवन करने से आपको दिन में कम कैलोरी खाने में मदद मिलेगी। फैट बर्न करने और पोषण के स्तर को बढ़ाने के लिए अपने दैनिक आहार में बेसन को शामिल करें।

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मधुमेह को कम करता है: मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए अपने आहार में बेसन ज़रूर शामिल करें। बेसन में मौजूद ग्लाइसेमिक इंडेक्स का कम स्तर मधुमेह को नियंत्रण में रखता है। आप रोटियां बनाने के लिए गेहूं के आटे के बजाय बेसन का इस्तेमाल कर सकती हैं।

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एलर्जी से लड़ता है: यदि आपको ग्लूटेन से एलर्जी है तो आपको बेसन का उपयोग करना चाहिए। इस ग्लूटेन-फ्री बेसन का उपयोग गेहूं के बजाय किया जा सकता है, जिसमें ग्लूटेन होता है। इसमें कैलोरी भी कम होती है और यह अत्यधिक पौष्टिक होता है। बेसन आपको कई प्रकार की एलर्जी से लड़ने में मदद करता है।

बारिश के मौसम में गट्टे की सब्जी का मज़ा लें. चित्र : शटरस्टॉक 7/8

ग्लूटेन मुक्त होता है: रोजमर्रा की जिंदगी में खाए जाने वाले व्यंजनों में प्रयोग होने वाला बेसन ग्लूटेन फ्री होता है। इससे शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी पूरी होती है। इसका इस्तेमालगेहूं के आटे के विकल्प के रूप में किया जा सकता है। बाजरे का आटा और मक्के का आटा भी ग्लूटन फ्री विकल्प है।

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विटामिन बी 12 की कमी होगी पूरी: अधिकतर लोग एनीमिया के शिकार हो जाते हैं। इससे शरीर में थकान और कमज़ोरी महसूस होने लगती है। इस समस्या से बचने के लिए बेसन का सेवन करना ज़रूरी है। इससेशरीर में विटामिन बी 12 और फॉलिक एसिड की कमी पूरी होती है। दरअसल, ये घुलनशील विटामिन का एक ग्रुप होता है जो शरीर को कई प्रकार से फायदा पहुंचाता हैं और बॉडी को एक्टिव रखता है।