सर्दी का मौसम अपने साथ तमाम तरह की समस्याएं भी लाता है। कई तरह की मौसमी बीमारियों के साथ अन्य कई समस्याएं व्यक्ति को परेशान करती रहती हैं। इन्हीं में सर्दी में होने वाले ‘विंटर एक्ने’ भी शामिल है।
हर व्यक्ति अच्छी और फ्लॉलेस स्किन चाहता है। इसीलिए जब भी हमारी स्किन पर किसी भी तरह की कोई समस्या होती है, तो हम तुरंत उसे कम करने के प्रयासों में लग जाते हैं। वहीं, स्किन का मौसमसे बहुत पुराना रिश्ता है। बदलते मौसम के साथ स्किन की हेल्थ पर भी प्रभाव पड़ता है और स्किन में तरह-तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। इसी बदलते हुए मौसम में सर्दी भी स्किन को काफी प्रभावित करती है। वहीं, कुछ लोगों को अत्यधिक ठंड के कारण एक्ने या पिंपल्स की समस्या भी देखने को मिलती। सर्दी के दिनों में बदलते वातावरण के कारण होने वाली इन मुंहासों को 'विंटर एक्ने' भी कहा जाता है।
एक्ने को आम भाषा में पिंपल्स या मुंहासें भी कहा जाता है। मुंहासे व्यक्ति को किसी भी मौसम में हो सकते हैं लेकिन सर्दी में इनके होने की संभावनाएं बहुत अधिक बढ़ जाती है। साधारण तौर परव्यक्ति को पिंपल्स की समस्या ऑयली स्किन या स्किन से अत्यधिक ऑयल के उत्पन्न होने के कारण होती है। अत्यधिक ऑयल के कारण स्किन के पोर्स ब्लॉक हो जाते है, जिससे उस जगह मुंहासे हो जाते हैं।
जर्नल ऑफ अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के द्वारा किए गए एक शोध में 9301 लोगों को सम्मिलित किया गया। जिसमें 11 प्रतिशत लोगों में किसी और मौसम की तुलना में सर्दी में अधिक मुंहासों कीसमस्या देखी गई। अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के अनुसार, ठंड के मौसम में अधिक मुंहासे होने का कारण 'सीबम' होता है। दरअसल, सीबम एक प्रकार का ऑयल होता है जो स्किन में मौजूद छोटे-छोटे ग्लैंड्स में मौजूद होता है। आमतौर पर सीबम स्किन को सॉफ्ट बनाए रखता है, लेकिन वहीं यदि ये अधिक मात्रा में पैदा होने लगता है तो स्किन सेल्स आपस में चिपकने लगते है, जिसके कारण स्किन के पोर्स जाते हैं और एक्ने की समस्या बढ़ जाती है।
सर्दियों में एक्ने की समस्या पर बात करते हुए डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ.जयश्री शरद अपने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में बतातीं हैं कि चूंकि सर्दियों में मौसम और शुष्क हवाओं के कारण हमारी स्किन ड्राई हो जाती है, ऐसे में हम अधिक ऑयल बेस्ड कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स और मॉस्चराइज़र प्रयोग करते है, जिसके कारण हमारी स्किन में मौजूद ओपन पोर्स के ऊपर ऑयल बेस्ड प्रोडक्ट की लेयर चढ़ जाती है, जिसके चलते पोर्स बंद हो जाते हैं और उससे मुंहासें होने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है।
सर्दी के दिनों में हमारी स्किन बहुत ड्राई होती है इसलिए उसमें वातावरण की गंदगी के कारण मुंहासे हो सकते है। वहीं, इन मुंहासों से बचने के लिए ब्यूटी एक्सपर्ट शहनाज़ हुसैन ने एक टिप शेयर की है। यदि आपकी स्किन बहुत ड्राई हैं तो कभी भी उसे किसी साबुन से न धोएं। बल्कि रात में आप जब भी सोने जाएं तब किसी क्लींजिंग जेल या क्रीम को स्किन पर अच्छी तरह से लगाएं। उसके बाद गुलाबजल लगाएं और अपनी स्किन को नरिश रखें।
जर्नल ऑफ डर्मेटोलॉजिकल साइंस में छपी रिपोर्ट के अनुसार सैलिसिलिक एसिड एक बीटा-हाइड्रॉक्सी एसिड होता है, जो कि त्वचा को एक्सफोलिएट करता है और उन बंद पोर्स को खोलने की कोशिश करता है,जिनके कारण मुंहासें होते है। इसलिए सर्दियों में मुंहासे की समस्या को कम करने के लिए सैलिसिलिक एसिड वाले स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से मदद मिल सकती है।