पर्यावरण में बढ़ता प्रदूषण का स्तर स्किन से लेकर ब्रेन तक, आपके स्वास्थ्य को कई प्रकार से प्रभावित करता है। पर क्या आप जानते हैं कि वाहनों, कारखानों और धूम्रपान से बढ़ने वाला वायु प्रदूषण हृदय रोगों के खतरे को भी बढ़ा देता है। आइए जानते हैं क्या होता है आपके हृदय स्वास्थ्य पर वायु प्रदूषण का असर।
वायु प्रदूषण के संपर्क में रहने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बाधित होने लगता है। इसके चलते हृदय की ब्लड को पंप करने की क्षमता कमज़ोर होने लगती है। इससे चेस्ट पेन, दिल का दौरा और स्ट्रोक की संभावना बढ़ने लगती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की साल 2016 की एक रिपोर्ट के अनुसार विश्वभर में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज से 31 फीसदी लोगों की मौत हुई है।
वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से ब्लड वेसल्स का कार्य बाधित होने लगता है। इससे वे आवश्यकतानुसार लार्ज और श्रिंक नहीं हो पाती है। इस समस्या को एंडोथीलियल डिस्फंक्शन कहा जाता है। इससे ब्लड में क्लॉटस की समस्या बढने लगती है, जो ब्लड प्रेशर का कारण बनने लगते है। हाई ब्लड प्रेशर से हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।